पटना : आईएमए हॉल में भूमिहार ब्राह्मण एकता मंच ने आज ‘सामाजिक समलोचनात्म विश्लेषण : भूत एवं वर्तमान’ पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में भूमिहार ब्राह्मणों ने हिस्सा लिया। सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए संजय कुमार ने कहा कि समाज में भूमिहारों की आर्थिक हालात की समीक्षा की जानी चाहिए। राज्य में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा बदहाल है और सरकार है कि रोज़ नए नए वादे कर रही है। गरीबी के चलते जिन बच्चों की पढ़ाई बीच में छूट जाती है, उन बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था सरकार को करनी चाहिए। बदहाल चिकित्सा व्यवस्था के चलते मरीज़ों को दूसरे राज्यों में जाना पड़ता है और बहुत सारे कष्ट उठाने पड़ते हैं। सरकार को उनके लिए हर हाल में कोई न कोई कदम उठाना चाहिए। बिहार में एक भी बड़ी इंडस्ट्री नहीं होने के कारण हर साल लाखों की संख्या में लोग पलायन करते हैं। अतः सरकार को उद्यमिता को बढ़ावा देना चाहिए। संजय कुमार ने कहा कि बेरोजगार युवाओं के लिए भी सरकार को कुछ सोचना पड़ेगा। इन युवाओं की शिक्षा और ऊर्जा के बेहतर इस्तेमाल के लिए कुछ ऐसा करना चाहिए जिससे ये युवा मुख्यधारा से जुड़कर अपनी रचनात्मकता से पूरे समाज को लाभान्वित कर सकें। मंच का संचालन करते हुए सलभ सिंह ने कहा कि आज की यह संगोष्ठी हमारे जातिगत संस्थान के तत्वावधान में जरूर हो रहा है पर यहां पर आज हम जात-पात नहीं, बल्कि ज्वलंत सामाजिक मुद्दों पर चर्चा करने आए हैं। प्रदेश के हालात अच्छे नहीं कहे जा सकते। बात चाहे शिक्षा की हो, चिकित्सा की हो या बेरोजगारी की हो। आज बिहार हर क्षेत्र में पिछड़ा है और जो आंकड़े हमारे पास है वो बेहद ही डरानेवाले हैं। दूर-दूर से युवा हमारे कार्यक्रम में भाग लेने आए हैं। इनका उत्साह देखकर भविष्य में इससे भी बड़ा आयोजन करेंगे। वहीं संगठन के आनंद सिंह ने कहा कि समय-समय पर सरकार को प्रतियोगिता परीक्षा का आयोजन करते रहना चाहिए। गरीब बच्चों को छात्रवृत्ति भी मिलनी चाहिए। सरकार को ऐसी नीति लानी चाहिए जिससे सभी का भला हो
मानस दुबे