– जनसुराज की आगाज बने सेवानिवृत्त आईपीएस आर. के. मिश्रा
बेतिया/चम्पारण : बेतिया पहुंचे सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी आर. के. मिश्रा ने एक स्थानीय होटल में साक्षात्कार के दरम्यान “स्वत्व” को बताया कि वर्ष 1996-98 के दशक में बेतिया जिला में बतौर पुलिस अधीक्षक के रूप में मेरी नियुक्ति हुई थी। जिससे उनका चम्पारण से काफी पुराना लगाव रहा है। मीडिया से बातचीत के क्रम में वो यहाँ तक कह दिया कि मेरा यह सौभाग्य है कि मैं चम्पारण में पुनः कार्य करने और चम्पारण के अच्छे लोगों और अच्छे सोच के साथ फिर जुड़कर एक नया चम्पारण को देखने के लिए आया हूँ।
मिश्रा ने आगे कहा कि जब बतौर बेतिया एसपी के रूप में आया था तो यह अपराध के आतंक व सायं में डूबा रहता था। जहाँ अपराधियों का मनोबल इस तरह था कि चम्पारण में कोई रहना नहीं चाहता था और लोग अपराध और अपराधियों से त्रस्त हो चुके थे। ऐसे में मुझे बड़ी जिम्मेदारी के साथ सरकार ने अपराध मुक्त चम्पारण के लिए नियुक्त किया था। काफी मशक्कत पूर्ण पुलिसिंग की जिम्मेदारी निभाना पड़ता था।
वहीं धीरे धीरे अब अपराध मुक्त चम्पारण बन चुका है। जिसके लिए चम्पारणवासी बधाई के पात्र हैं।चम्पारण में जब मैं था तब भी रोजगार का सबसे बड़ा साधन चीनी मिल बंद था और आज भी वो बंद है। जो कि इन 24 सालों में नहीं बदल पाया। अपराध मुक्त के साथ चीनी मिल को भी शुरू करना चाहिए था।
खेती व बाढ़ की समस्या आज भी जस की तस बनी हुई है। चम्पारण के नदियों का सिल्टेशन नहीं निकलना भी नदी के अस्तित्व और बाढ़ के खतरे का मूल कारण है।वर्तमान सरकार के अच्छे कार्य के वजह से ही जनता उसे बार बार मौका दे रही है। ऐसे में प्रशासनिक तंत्र का मूल दायित्व बनता है कि जनता की समस्याओं को दूर करें और अधिकारों की रक्षा करें।
प्रशांत किशोर के जनसुराज से जुड़कर जनता के लिए कार्य करने की मेरी अपनी एक सोच है जिसमें जनता को प्राथमिकता दिया जाए। जनता की सोच और जनता की चाहत का पूरा ख्याल रखते हुए जनता के बीच कार्य हो ऐसा मेरा सपना है जो कि जनसुराज के माध्यम से पूरा करने का प्रयास है। जिसके लिए 2 अक्टूबर से चम्पारण की धरती से पैदल यात्रा भी निकाला जा रहा है। गांधी जी का सपना था कि अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक को उसका अधिकार व लाभ प्राप्त हो जो कि अब जनसुराज के माध्यम से ही सफल बनाने का प्रयास हो रहा है। जनसुराज का तीन स्तंभ सही लोग, सही सोच और सामुहिक प्रयास है। जिसके आधार पर एक नया बदलाव करना है।
उन्होंने कहा बतौर एसपी बेतिया रहते हुए मेरी सारी यादें मीठी रही है। अपने कार्यकाल में बेतिया राज के सैकड़ों बीघा जमीन पर दस्यु के द्वारा उपजाए हुए गन्ना को कटवा कर मझौलिया चीनी मिल भेज कर लाखों रूपया बेतिया राज के खाता में जमा करवाया जिसके कारण यहाँ की जनता ने मुझे बहुत धन्यवाद दिया था और मेरे अपराध मुक्त कार्यों के लिए सराहा था। चम्पारण के लोग बहुत अच्छे और मीठे बोलने वाले हैं। यहाँ के लोगों से मिलकर बहुत खुशी होती है। आज चम्पारण के विकास में यहाँ के जनता का ही बहुत बड़ा योगदान है। आज जनता को ग्राम स्वराज के जगह जनसुराज बनाने के मुहीम से जुड़ना चाहिए।