नयी दिल्ली : मां काली पर विवादित बयान देकर चौतरफा घिरी तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा अब अपनी पार्टी से दूरी बनाना शुरू कर दिया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तृणमूल कांग्रेस को अनफॉलो कर दिया है। इसे ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस द्वारा महुआ के बयान से किनारा करने और उसकी निंदा करने के कारण उपजी महुआ मोइत्रा की नाराजगी के रूप में देखा जा रहा है।
ममता बनर्जी ने नहीं दिया साथ
कल एक मीडिया कार्यक्रम में महुआ मोइत्रा ने हिंदू देवी काली को लेकर विवादित बयान दिये थे। इसके बाद जब बात बढ़ी तो तृणमूल कांग्रेस को महुआ के बयान पर सफाई देनी पड़ी थी। बाद में ममता की पार्टी ने महुआ मोइत्रा के बयान की निंदा भी की। एक कनाडाई फिल्ममेकर लीना मणिमेकलई की फिल्म के पोस्टर को लेकर बवाल खड़ा हो गया था। पोस्टर में मां काली को शराब का सेवन और धूम्रपान करते दिखाया गया था। इसी पर महुआ ने भी पोस्टर का समर्थन करते हुए मां काली पर अभद्र टिप्पणी की
तृणमूल से खफा हैं महुआ मोइत्रा
इसके बाद जब चौतरफा सवाल उठने लगे तब टीएमसी ने मोइत्रा को फटकार लगाई और कहा कि यह उनका निजी बयान था और पार्टी किसी तरह से इसका समर्थन नहीं करती है। दिलचस्प बात यह कि कमोबेश ऐसा ही मामला भाजपा प्रवक्ता रही नूपुर शर्मा के साथ भी हुआ था। लेकिन तब तो टीएमसी और ममता ने सीधे उनकी गिरफ्तारी की मांग कर डाली थी। जब हिंदुओं की भावनाएं आहत होने पर चौतरफा दबाव आने लगा तो टीएमसी ने महुआ से किनारा कर लिया। अब पार्टी के इसी स्टैंड से महुआ मोइत्रा काफी आहत महसूस कर रही हैं और शायद इसीलिए उन्होंने तृणमूल से दूरी बना ली है।
फिल्ममेकर मणिमेकलई पर यूपी में FIR
एक कार्यक्रम के दौरान महुआ ने कहा था कि उनके लिए काली मांस का सेवन करने वाली और शराब को स्वीकार करने वाली हैं। उन्होंने कहा था, ‘जब आप सिक्किम जाएंगे तो आपके देखेंगे कि वे देवी काली को व्हिस्की चढ़ाते हैं। लेकिन अगर आप उत्तर प्रदेश जाएंगे और अगर आप कहेंगे कि आप प्रसाद के तौर पर देवी को व्हिस्की चढ़ाते हैं, तो वे इसे ईश निंदा कहेंगे।’ उधर खबर है कि विवादित फिल्म काली की निर्देशक लीना मणिमेकलई और अन्य के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का एक मामला लखनऊ में दर्ज़ किया गया है। पुलिल मामले में आगे की जांच कर रही है।