शिवपुर गांव में भी सक्रिय है ईसाई मशीनरी? दलित परिवार बदल रहे अपना मूल धर्म
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित कौआकोल प्रखंड में एक गांव है शिवपुर। यह गांव शेखोदेवरा पंचायत का हिस्सा है। इस गांव से जुड़ी एक बात दन दिनों चर्चा में है कि यहां बसने वाले दलित परिवार का बड़ा तबका धर्मांतरण कर चुके हैं या कर रहे हैं। रविदास परिवार के बारे में ऐसी चर्चा है। कहा जा रहा है कि इस वर्ग के आधा दर्जन परिवार ही बचे हैं जो हिंदू परिवार रह गए हैं। बाकी परिवार का लगाव ईसाई धर्म से हो गया है। ईसाई मिशनरी यहां सक्रिय है।
इस बात का खुलासा भाजपा नेता ई. रंजीत कुमार के दौरे के बाद हुआ है। वे कुछ दिनों पूर्व कौआकोल भ्रमण के क्रम में शिवपुर गांव पहुंचे थे। जहां उनके कार्यकर्ता द्वारा यह बताया गया कि काफी परिवार ईसाई धर्म को अपना चुके हैं। ईं. रंजीत का मानना है कि यह अनुचित कार्य वहां हो रहा है। उन्होंने वैसे परिवारों से अपना संस्कार, संकृति व धर्म को न छोड़ने की अपील की है।
इस बावत उन्होंने सोशल मिडिया पर पोस्ट भी डाला है, जिसमे लिखा गया है कि हिंदू धर्म के हर लोग कैसे आपस मे सहजता से मिल सकें इस तरह का भाव समाप्त होता जा रहा है। जिसको पुनर्जिवित करने के लिए हमलोग को एक कदम बढ़ाना होगा। नवादा जिला का शिवपुर गांव में रविदास परिवार से मिलने का मौका मिला। घर जब पहुंचा तो अतिथि देवो भव जैसा प्यार मिला। बड़े प्यार से इन्होंने जल पिलाया। आगे इन्होने कहा कि बातचीत के दौरान पता चला कि यहां पूरा गांव 6 घर को छोड़कर ईसाई बन गया है।
विदेशी संस्था हमारे अपने लोगो को दूर कर रहे है। एक समय था कि इनके घर की माताएं-बहनों का प्रवेश हमारे पसूति के कमरे में होता था जो कि आज के जमाने के अस्पताल का ICU की तरह ही होता था। तब तो छुआ छूत नही था। लेकिन आज लोग बाग इस तरह के सामाजिक व्यवस्था को हिला दिए और इनसे दूरी बढ़ती चली गई। हमलोग ही इनको अपने घर परिवार से दूर कर दिए। जात-पात की खाई के चलते आज कुछ लोग ईसाई, बोधिस्ट, मुस्लिम धर्म अपना तो रहे हैं, लेकिन जब बात चीत किया तो ये लोग छनिक फायदे के लिए जो धर्म परिवर्तन किए हैं, वहां हिंदू धर्मं के जैसाा खुलापन नहीं है। कई संस्था आज इनके बीच नित्य सक्रिय है। इनके दिलो दिमाग पर अपने एक भारत श्रेष्ठ भारत के विपरीत कार्यक्रम चला रहे हैं।
हमलोगों को समरसता से अच्छा होगा कि सहज समाज का निर्माण करें। जिस तरह से हमलोग अपने परिजन, स्वजन के साथ पर्व त्योहार में बैठ कर भोजन कराते हैं, उसी तरह से हमारा एक परिवार अपने गांव या शहर के उन परिवारों को चिन्हित कर पर्व त्योहार में एक परिवार का भोजन और अंग वस्त्र देकर सम्मान से भोजन करना है। इस तरह से सहजता का भाव अपने हिंदुओं के हर जात में जागेगा। लोग के यहां जाना और आना सहज होगा तभी हम अपने जात पात की दूरियों को कम करने में सफल होंगे।
इंजीनियर रंजीत कहते हैं, हम सब हिंदू एक है का भाव जगाकर ही सभी को एक कर सकते है। भारत अपने साधु संत को आदर देने वाला देश है और यह भाव इनके मन मे है, तभी तो शिवपुर में संत शिरोमणि रविदास महाराज जी का भव्य मंदिर है। हमारा अगला कार्यक्रम में इन तरह के परिवारों को चिन्हित कर इनसे सहजता का भाव जगाने का होगा। पूरे नवादा जिले के इस तरह के परिवार जिनको विदेशी संस्था अपनो से दूर करने का प्रयास कर रही है, इनको पुनः सहज भाव प्रेम से अपनाया जाएगा। बता दें इस प्रकार के मामले अक्सर जिले के विभिन्न प्रखंडों से आते रहते हैं, पूर्व में रजौली व अकबरपुर प्रखंड में भी ऐसी शिकायतें मिली थी।