BPSC मास्टर माइंड शक्ति के गिरफ्तारी पर JDU की सफाई, कहा- इस सरकार में गलत करने वाले को मिलती है सजा

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पटना : बीपीएससी पेपर लीक कांड में मास्टर माइंड शक्ति की गिरफ्तारी के बाद उनका जदयू के नजदीकी संबंध होने को लेकर पार्टी की तरफ से प्रतिक्रिया दर्ज करवाई गई है। जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि हम न किसी को फंसाते हैं और ना बचाते हैं।

दरअसल, बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित 67वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा के प्रश्नपत्र वायरल होने के मामले में आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने शुक्रवार को गया से शक्ति कुमार को गिरफ्तार किया था। बताया जा रहा है कि गिरफ्तार शक्ति कुमार जदयू का नेता है और राजनीति में लंबे समय से सक्रिय रहा है। लेकिन,अब जब इसका नाम सामने आने लगा है तो इस मामले में जदयू के तरफ से पहली प्रतिक्रिया उपेंद्र कुशवाहा की आई है।

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अगर अपनी करनी से कहीं फंसता है तो कानून कार्रवाई करता है

उपेंद्र कुशवाहा ने इस मामले से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति अगर अपनी करनी से कहीं फंसता है तो कानून कार्रवाई करता है। इस मामले में भी निश्चित तौर पर कानून अपने हिसाब से काम करेगा। नीतीश कुमार की सरकार न किसी को फंसाती है और ना ही बचाती है।

सभी लोग नहीं हो सकते ईमानदार

उन्होंने कहा कि बीपीएससी पेपर लीक कांड की जांच कर रही संस्था तमाम चीजों को देखेगी। उन्होंने कहा कि किसी भी संगठन के लोग दावा नहीं कर सकते हैं कि उसके संस्था में काम करने वाले सभी लोग ईमानदार और स्वच्छ हैं। कहीं भी कोई भी व्यक्ति गड़बड़ी कर सकता है लेकिन पकड़े जाने पर उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

जनता दल यूनाइटेड का नेता है शक्ति कुमार

जानकारी हो कि,बीपीएससी पेपर लीक कांड की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने शुक्रवार को जिस शक्ति कुमार को गिरफ्तार किया है वह जनता दल यूनाइटेड का नेता निकला है। शक्ति कुमार लंबे अरसे से पॉलिटिकली एक्टिव रहा है। उसका रिश्ता जेडीयू से है। पहले वह उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का प्रदेश संगठन सचिव रह चुका है। कुशवाहा की पार्टी का विलय हुआ तो इसके बाद उसने भी जदयू की सदस्यता ग्रहण की थी। जेडीयू के कई बड़े नेताओं और राज्य सरकार के मंत्रियों के साथ उसकी तस्वीरें भी हैं। वह राजनीतिक तौर पर पूरी तरह सक्रिय था।गिरफ्तार शक्ति कुमार गया के डेल्हा में किराए के मकान में चलने वाले रामशरण सिंह इवनिंग कॉलेज का प्रिंसीपल है। इस कॉलेज की मान्यता साल 2018 में समाप्त हो चुकी है। बावजूद यहां विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं का सेंटर पड़ता रहा है।

यह है पूरा मामला

इस बार भी बीते 8 जून को बीपीएससी द्वारा आयोजित 67वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा का सेंटर इस कॉलेज में पड़ा था। सुबह 10.30 बजे जैसे ही प्रश्नपत्र सेंटर पर पहुंचा शक्ति कुमार ने उसे मोबाइल से स्कैन कर कपिलदेव नामक शख्स को भेजा था जिसके बाद प्रश्नपत्र लीक हो गया था।

 

 

 

 

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