स्नातक की पढ़ाई के लिए वारसी कॉलेज को मिला स्थाई संबंधन

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नवादा : नक्सल प्रभावित कौवाकोल प्रखंड में उच्च शिक्षा उपलब्ध कराने को लेकर वारसी कॉलेज कौवाकोल को राज्य सरकार के द्वारा स्थाई संबंधन दिया गया है. कौवाकोल प्रखंड के वारसी कॉलेज पांडेगंगौट में स्नातक आर्ट्स,साइंस और कॉमर्स संकाय में पढ़ाई की सुविधा शुरू की गई है। ऑनर्स की पढ़ाई उपलब्ध होने से प्रखंड वासियों को काफी राहत मिलेगी।

बिहार सरकार द्वारा शैक्षणिक सत्र 2022-25 में स्थाई संबंधन दी गई है। इसकी जानकारी देते हुए कॉलेज प्रबंधन के डॉ विपिन सिन्हा ने बताया कि कॉलेज ने सरकार द्वारा निर्धारित सभी मापदंड को पूरा किया है। इसके आधार पर बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने स्थाई संबंधन कॉलेज को दिया है। नक्सल प्रभावित कौवाकोल प्रखंड में ऑनर्स स्तर की पढ़ाई स्थानीय लेवल पर होने से लोगों को काफी सुविधा मिलेगी।

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प्रखंड क्षेत्र के छात्र और छात्राएं मैट्रिक,इंटर करने के बाद आगे उच्च शिक्षा पाने के लिए नवादा या दूसरे जिलों में जाते थे। मगध विश्वविद्यालय से ऑनर्स स्तर की पढ़ाई अब वारसी कॉलेज में ही उपलब्ध हो पाएंगे। इसका लाभ स्थानीय छात्र-छात्राओं को सबसे अधिक होगा। राज्य सरकार से स्थाई संबंधन प्राप्त होने के बाद कॉलेज में उपलब्ध संसाधनों का लाभ आने वाली युवा पीढ़ी को मिलेगा।

कॉलेज परिवार ने जताई खुशी  प्रबंधन से जुड़े डॉ विपिन सिन्हा ने बताया कि कॉलेज परिवार को राज्य सरकार द्वारा स्थाई संबंधन दिया गया है इस पर सभी लोग काफी खुश हैं। कॉलेज परिवार के सदस्यों ने आपस में मिलजुल कर मिठाई खिलाकर खुशी मनाई। कौवाकोल प्रखंड क्षेत्र के शिक्षाविद और बुद्धिजीवी लोगों ने कहा कि इससे खासकर लड़कियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में काफी मदद मिलेगी। वारसी कॉलेज पांडेगंगौट में पहले से इंटरमीडिएट की पढ़ाई हो रही थी, स्नातक के लिए बिहार सरकार से स्थाई संबंधन मिलने के बाद कॉलेज से प्राप्त होने वाले प्रमाण पत्रों की विश्वसनीयता और अधिक बढ़ गई है।

स्थानीय छात्र युवाओं में इस सूचना के बाद खुशी की लहर देखी जा रही है। कॉलेज प्रशासन के सदस्यों ने कहा कि विश्वविद्यालय के निर्देशानुसार नामांकन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इन विषयों में मिली है मान्यता स्नातक के लिए साइंस, आर्ट्स और कॉमर्स के कई विषयों में मान्यता दी गई है। सत्र 2022-25 में बिहार सरकार द्वारा दिए गए स्थाई संबंधन में हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, संस्कृत, इतिहास, प्राचीन इतिहास, राजनीति शास्त्र, लोक प्रशासन, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, मनोविज्ञान, दर्शनशास्त्र, भूगोल, गृह विज्ञान, भौतिकी, रसायन शास्त्र, वनस्पति विज्ञान, जंतु विज्ञान, गणित एवं वाणिज्य के सभी विषयों में नामांकन एवं पढ़ाई होगी।

विशाल कुमार की रिपोर्ट

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