मोदी के एक फोन से दूर हुई JDU की नाराजगी, ललन सिंह समेत ये होंगे राष्ट्रपति उम्मीदवार के प्रस्तावक
पटना : देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक फोन और जदयू के अंदर जो नाराजगी चल रही थी सारी नाराजगी खत्म होती दिख रही है। भाजपा के साथ सरकार में शामिल रहने के बाबजूद जातीय जनगणना और जनसंख्या नियंत्रण जैसे मुद्दों पर अलग राग अलापने वाला जदयू भाजपा के राष्ट्रपति उम्मीदवार के समर्थन में है। जदयू न सिर्फ समर्थन में खड़ी है बल्कि प्रस्तावक भी बन रही है। कहा जा रहा है कि यह तब हुआ जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से फोन पर बातचीत की। दरअसल, ये सारी बातें खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है।
जदयू के तरफ से ये होंगे प्रस्तावक
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे फोन पर बातचीत की और उन्होंने बताया कि एनडीए के तरफ से द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति उम्मीदवार घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि जदयू राष्ट्रपति उम्मीदवार मुर्मू का प्रस्तावक होगी। जिसके बाद नीतीश कुमार ने अपने तरफ से जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, दिलेश्वर कामत, चंदेश्वर चंद्रवंशी, सुनील कुमार पिंटू और आलोक कुमार सुमन को प्रस्तावक बढ़ने का निर्देश दिया और ये लोग अब एनडीए के राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के प्रस्तावक होंगे।
उधर, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी द्रौपदी मुर्मू को अपना समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। वहीं उनके चाचा पशुपति पारस ने आनन-फानन में सिर्फ अपना समर्थन ही नहीं बल्कि अपने सभी सांसदों को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए प्रस्तावक नियुक्त कर दिया।
वहीं,इसके अलावा बिहार भाजपा की तरफ से बिहार के दोनों उपमुख्यमंत्री रेनू देवी और तार किशोर प्रसाद इंडिया के राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के प्रस्तावक होंगे।
बता दें कि, राष्ट्रपति उम्मीदवार के जो प्रस्तावक होते हैं उनका यह काम होता है कि वह सभी राज्यों के सांसदों की व्यवस्था करें। ऐसे में बिहार के दोनों उपमुख्यमंत्री प्रस्तावक होंगे। आम तौर पर राष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए तीन सेट में नामांकन होता है। हर सेट में 50-50 सांसद प्रस्तावक होते हैं।