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जानिए BJP और JDU ने क्यों बनाया सतीश चंद्र दुबे, शंभू शरण पटेल और खीरो महतो को उम्मीदवार, अब क्या करेंगे RCP?

पटना : राज्यसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा रविवार की शाम कर दी है। भाजपा ने बिहार से राज्यसभा के लिए सतीश चंद्र दूबे और शंभू शरण पटेल के नामों की घोषणा की है। यह जानकारी भाजपा नेता संजय मयूख ने दी है।

बता दें कि, शंभू शरण पटेल भाजपा के प्रदेश मंत्री हैं, ये मूलतः शेखपुरा जिला के रहने वाले हैं और धानुक जाति का प्रतिनिधित्व करते हैं। पार्टी में न उनका कद बड़ा है और ना ही नाम। इसके अलावा वो भाजपा के पुराने कार्यकर्ता-नेता भी नहीं हैं लेकिन पार्टी ने शंभू शऱण पटेल को उम्मीदवार बनाने का एलान इसलिए किया क्योंकि भाजपा को दोनों सीट कब पर कब्जा करने के लिए 5 वोट कम पड़ रहे थे और जदयू का कहना था कि वह किसी अति पिछड़े समाज से आने वाले उम्मीदवार को ही अपना समर्थन देंगे इस कारण भाजपा ने उनको अपना उम्मीदवार बनाया।

जबकि सतीश चंद्र दूबे उम्मीदवार होने के नाते वाल्मीकि नगर निर्वाचन क्षेत्र से 2014 का भारतीय आम चुनाव जीता था। वह पहले 2010 में नटकटियागंज से बिहार विधान सभा के लिए चुने गए थे। वह ‘श्रम संबंधी स्थायी समिति’ के सदस्य के रूप में कार्य करते हैं।

गोपाल नारायण सिंह का पत्ता कटा

वहीं, इस बार भाजपा ने गोपाल नारायण सिंह का पत्ता काट दिया है। वैसे गोपाल नारायण सिंह बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष समेत कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं। इसने टिकट कटने के पार्टी के एक नेता ने बताया कि गोपाल नारायण सिंह की उम्र 70 साल से ज्यादा हो गयी है। इस कारण उनका टिकट काटा गया है। ये पहले ही तय हो चुका है कि 70 साल से ज्यादा उम्र वालों को संसदीय राजनीति से अलग किया जाये।

आरसीपी का भी पत्ता साफ

इधर, जदयू के तरफ से भी आरसीपी सिंह को टिकट देने को लेकर जो सियासी चर्चा हो रही थी उस पर अपनी प्रतिक्रिया जारी कर दी है। इस बार जदयू ने आरसीपी सिंह का पत्ता साफ कर दिया है। इस बार आरसीपी सिंह को राज्यसभा चुनाव में जदयू का उम्मीदवार नहीं बनाया गया है। इस बात की पुष्टि पार्टी के एक वरीयतम नेता ने कर दी है। उनके जगह जदयू ने इस बार खीरो महतो का अपना उम्मीदवार बनाया है।

खीरो महतो को उम्मीदवार बनाये जाने को लेकर यह कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार आरसीपी को सबक सिखाने के साथ-साथ दूसरे राज्यों में पार्टी का प्रसार करना चाहते हैं। इससे पहले यूपी के के सी त्यागी को नीतीश कुमार राज्यसभा भेजा करते थे। इस बार अनिल हेगड़े को भेजे हैं, जो कि कर्नाटक से ताल्लुक रखते हैं। वहीं, एक बार फिर नीतीश कुमार ने चौंकाने वाला निर्णय लेते हुए झारखंड प्रदेश के अध्यक्ष खीरो महतो को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है।

अन्य राज्यों को लेकर भी भाजपा ने जारी की सूची

वहीं, इसके अलावा संजय मयूख ने बताया कि राज्यसभा सीटों के लिए सुरेंद्र सिंह नागर, बाबू राम निषाद, दर्शना सिंह और संगीता यादव को उम्मीदवार बनाया है। उत्तराखंड राज्यसभा सीट के लिए डॉ. कल्पना सैनी का नाम तय हुआ है जबकि हरियाणा राज्यसभा सीट पर कृष्ण लाल पंवार बीजेपी के उम्मीदवार होंगे।