गांव में मनरेगा के काम को कैसे मिलेगी गति, सदर प्रखंड में योजना नहीं हुई पारित
नवादा : महात्मा गांधी के सपनों को साकार करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की योजनाओं को तेज गति से बढ़ावा देने के लिए मनरेगा के अंतर्गत योजनाओं को क्रियान्वित किया जाता है। सदर प्रखंड में मनरेगा योजना की समीक्षा बैठक हेतु पंचायत समिति सदस्यों के साथ मनरेगा से जुड़े सभी कनीय अभियंता, पंचायत तकनीकी सहायक, पंचायत रोजगार सेवक की बैठक रखी गई थी। लेकिन प्रखंड और पंचायत स्तर के कोई अधिकारी बैठक में मौजूद नहीं हुए।
सदर प्रखंड प्रमुख सरिता कुमारी के नेतृत्व में आयोजित किए गए मनरेगा की समीक्षा बैठक में संबंधित पदाधिकारी और अन्य सहयोगी कर्मी गण के अनुपस्थित रहने पर निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। बैठक के बाद जानकारी देते हुए प्रखंड प्रमुख सरिता कुमारी ने बताया कि प्रखंड सभागार भवन में मनरेगा की समीक्षा बैठक को लेकर प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी सह कार्यपालक पदाधिकारी के पत्रांक 281 दिनांक 23/5/2022 के माध्यम से 26 मई को बैठक रखी गई थी। लेकिन इस बैठक में सभी संबंधित पदाधिकारी गण एवं अन्य सहयोगी कर्मी उपस्थित नहीं हुए।
जनप्रतिनिधियों के समक्ष योजना की समीक्षा को लेकर आयोजित किए गए बैठक में किसी भी पदाधिकारी का उपस्थित नहीं होना योजना में गड़बड़ी के संकेत देते हैं। महुली से पंचायत समिति सदस्य पूजा कुमारी तथा कादिरगंज से सदस्य प्रहलाद कुमार ने बताया कि त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था में पंचायत समिति सदस्यों की अहम जिम्मेदारी रखी गई है। सदर प्रखंड क्षेत्र में अभी तक मनरेगा की योजनाओं का समीक्षा नहीं हो पाया है।
बैठक आयोजित किए जाने के बावजूद जिस प्रकार से संबंधित अधिकारियों के द्वारा अनदेखी की गई है यह काफी निंदनीय है। इस संबंध में पंचायत समिति सदस्यों के बोर्ड में निंदा प्रस्ताव पारित करते हुए इसे उप विकास आयुक्त नवादा, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, निदेशक पंचायती राज विभाग पटना तथा प्रधान सचिव पंचायती राज विभाग पटना को प्रतिलिपि भेज कर अपना विरोध जताया है।
बैठक में मौजूद पंचायत समिति सदस्यों ने कहा कि निर्वाचित जनप्रतिनिधियों का इस प्रकार का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सदस्यों ने संबंधित अनुपस्थित रहने वाले कर्मियों और अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की। बैठक में सदस्यों के अलावे बीपीआरओ मौजूद रहे।
विशाल कुमार की रिपोर्ट