10 मई : नवादा की मुख्य खबरें

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नुक्कड़ नाटक के माध्यम से फाइलेरिया उन्मूलन के लिए लोगों को किया गया जागरूक

नवादा : स्वास्थ्य विभाग के सौजन्य से सोमवार को फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत एमडीए कार्यक्रम जागरूकता नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन नारदीगंज बाजार में बेसिक विद्यालय के समीप हुआ। मौके पर कला जागरण पटना टीम के कलाकारों के निदेशक अरविन्द कुमार के निर्देशन में कलाकार राहुल कुमार,वसुधा प्रियदर्शी, कृष्ण कुमार शर्मा, प्रिंस राज,चंदन उगना,गंगा पंडित,सुशांत आर्यन,संजय कुमार सहनी ने फाइलेरिया उन्मूलन के लिए गीत व नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को जागरूक किया। कहा गया आगामी 17 से 19 मई तक रात्रि में फाइलेरिया रोग की जानकारी के लिए लोगों का रक्त संग्रह किया जायेगा। जांच कार्यक्रम रात्रि 8 बजे से 12 बजे तक स्वास्थ्य विभाग की टीम के माध्यम से होगी।

कार्यक्रम के तहत शादीपुर, व विजयनगर गांव में लोगों का रक्त जांच किया जायेगा। इसके अलावा अन्य गांव में भी होगा। कार्यक्रम के तहत 150 लोगों का रक्त जांच होगी। जांच में पोजेटिव रोगियों को सचेत रहने के साथ दवा देकर रोग का उन्मूलन किया जाएगा। इस रोग से बचाव के लिए लोग सोने वक्त मच्छरदानी का प्रयोग करने की सलाह दिया गया। कहा कि यह रोग वंशानुगत नहीं है। रोग के लक्षण मिलने पर पर फाइलेरिया की दवा खाने से निजात मिल जाता है।

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मौके पर उपस्थित लोगों ने इस रोग को भगाने के लिए आपसी सहमति जताई। मौके पर स्वास्थ्य प्रबन्धक राहुल कुमार,डाटा ऑपरेटर जितेन्द्र कुमार,लेखपाल जयप्रकाश कुमार मुन्ना, लैब टेक्नीशियन जितेन्द्र कुमार समेत अन्य लोग शामिल रहे।

जिला वरीय नागरिक संघ के उपाध्यक्ष का आकस्मिक निधन, बुजुर्गों ने जताया शोक

नवादा : जिला वरीय नागरिक संघ कार्यालय परिसर में जिला उपाध्यक्ष के आकस्मिक निधन पर अध्यक्ष डॉक्टर विमल प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में शोक सभा का आयोजन किया गया।डॉक्टर सिंह ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में संघ के उपाध्यक्ष सुरेश प्रशाद शर्मा के आकस्मिक निधन पर शोक जताते हुए गहरी संवेदना व्यक्त की. वे 78 वर्ष के थे।

दिनांक 8.5.2022 को आपने निवास स्थान न्यू एरिया में निधन हो गया। वे मूलतः पकरीबरांवा प्रखंड ग्राम डुमरावां के निवासी थे। इनका अंतिम संस्कार बाढ़ के उमा घाट में एक मात्र सुपुत्र नवलेश कुमार ने मुखाग्नि दी. वे सेवानिवृत सहकारिता पदाधिकारी थे। दिवंगत आत्मा की शांति हेतु ईश्वर से प्रार्थना की और दो मिनट का मौन रखा ताकी दिवंगत आत्मा को शांति मिले और परिजनों को धैर्य धारण करने की क्षमता मिले।

मौके पर प्यारे लाल ,देवकी सिंह, प्रोफेसर बच्चन कुमार पाण्डेय, ललित किशोर शर्मा ,राम शरण प्रसाद सिंह, चंद्रिका चौधरी ,राम स्नेही सिंह, अवध प्रसाद सिंह, सिद्धेश्वर सिंह ,गौरी शंकर प्रसाद, कुलदीप दास, गणोरी ठाकुर ,दामोदर सिंह, सरयू प्रसाद वर्मा आदि सदस्यों ने शोक सभा में सम्मिलित होकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।

निवर्तमान डीएम को अधिकारियों ने दी विदाई

नवादा : नगर के निरीक्षण भवन में अधिकारियों ने निवर्तमान डीएम यशपाल मीणा को विदाई दी। प्रभारी समाहर्ता उज्जवल कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित विदाई समारोह में मौजूद लोगों ने उनके कार्य काल को याद किया।

देर शाम आयोजित विदाई समारोह में मौजूद लोगों ने अपने संबोधन में दो वर्षों के कार्य काल की सराहना की तो उनके निरंतर प्रगति पथ पर उंचाई छूने की कामना की। इसके अलावा कार्य काल के अंतिम पड़ाव को भविष्य में न दुहराने का अनुरोध किया। कहा नौकरी में उतार चढ़ाव आना स्वभाविक है। आगे कई चुनौतियों आयेगी। आशा है आप अपने विवेक से चुनौतियों से निपटने में सक्षम होंगे। मौके पर सदर एसडीएम उमेश कुमार भारती, रजौली एसडीएम आदित्य कुमार पियूष, डीपीआरओ सत्येन्द्र कुमार समेत प्रशासन से जुड़े कई अधिकारी व कर्मी मौजूद थे।

भतीजी की डोली उठने से पहले उठी बुआ की अर्थी, करंट लगने से हुई मौत

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित गोविंदपुर थाना क्षेत्र के विशुनपुर पंचायत की इन्द्रा नगर में सोमवार को इन्द्रा नगर निवासी मुन्नी राजवंशी की 14 वर्षिय पुत्री चांदनी कुमारी उर्फ चांदो की करंट लगने से मौत हो गई। बताया जाता है कि किशोरी करंट लगने से बुरी तरह जख्मी हो गई।आनन-फानन में परिवार के लोगों ने निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां मृत घोषित कर दिया । मौत की खबर सुनते ही पूरे गांव में कोहराम मच गया।

मौत की जानकारी स्थानीय थाना को मिली तो तुरंत थाना प्रभारी श्याम सुंदर पाण्डेय गांव पहुंचकर किशोरी के शव को अपने कब्जे में लिया। लेकिन गांव के लोगों ने पोस्टमार्टम करवाने को लेकर सीधा इंकार कर दिया। जिसके बाद पुलिस वापस लौट गयी। मृतका के घर में आज बारात आना था और उसी को लेकर पूरी तैयारी चल रही थी।

बताया जा रहा है कि चांदनी कुमारी मोबाइल चार्ज करने को ले रूम में गयी थी। चार्जर लगाते ही अचानक करंट लग गया। जिसके कारण वह पूरी तरह झुलस गयी। अस्पताल ले जाने के दौरान किशोरी ने दम तोड़ दी। मौत की खबर मिलने के बाद पूरे इलाके में कोहराम मच गया। डोली उठने से पहले गांव से अर्थी निकालने का इंतजाम किया जा रहा है।

मेसकौर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पानी की किल्लत, टैंकर से पहुंच रहा पानी

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित मेसकौर प्रखंड मुख्यालय स्थित एकमात्र सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पानी की घोर किल्लत झेल रहा है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कहीं भी पानी की सुविधा नहीं है। स्वास्थ्य कर्मी से लेकर रोगी तक पानी के लिए त्राहिमाम करते हैं। समस्या निदान में जनप्रतिनिधि से लेकर अधिकारी तक अक्षम साबित हो रहे हैं।

प्रखंड प्रमुख, जिला पार्षद, विधायक व सांसद सहित जिलाधिकारी से लेकर स्वास्थ्य विभाग के कई बड़े अधिकारी भी कई बार अस्पताल निरीक्षण कर चुके हैं। इन सभी को पानी की समस्या से अवगत कराया है। बावजूद स्थिति जस की तस है। नतीजतन अस्पताल आनेवाले मरीजों और उनके सहयोगियों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ता है।

आरओ बनी शोभा की वस्तु

अस्पताल परिसर में स्वास्थ्य कर्मियों एवं रोगियों को पीने के पानी के लिए केंट आरओ की व्यवस्था की गई है। लेकिन पानी के अभाव में यह उपकरण केवल शोभा की वस्तु बनकर पड़ी हुई है। टैंकर के जरिए पानी अस्पताल कर्मियों को मिल पाता है।

वर्तमान में अस्पताल के अंदर पानी आपूर्ति के लिए पीएचईडी के द्वारा एक पानी टैंकर की व्यवस्था सुनिश्चित कराई गई है, लेकिन गर्मी के मौसम में टैंकर का पानी तुरंत गर्म हो जाता है। जो पीने योग्य नहीं रह जाता। स्वास्थ्यकर्मियों के द्वारा इस पानी का उपयोग अन्य आवश्यक कार्यों के लिए किया जाता है।

कहते हैं मरीज

सोमवार को अस्पताल पहुंचे मरीज व उनके स्वजनों ने बताया कि वह अपने घर से बोतल में पानी लेकर आते हैं। क्योंकि अस्पताल में कहीं पानी की व्यवस्था नहीं है।

कहते हैं स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी व प्रबंधक 

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी राम कृष्ण प्रसाद ने बताया कि पेयजल समस्या को लेकर अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को बताया गया है। लेकिन निदान की दिशा में अबतक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। स्वास्थ्य प्रबंधक मनोज कुमार सिन्हा बताते हैं कि प्रतिदिन 40 से 50 ओपीडी में मरीज के साथ ही 8 से 10 मरीज इमरजेंसी वार्ड में आते हैं। लेकिन पेयजल की किल्लत से मरीज व उनके स्वजनों के साथ ही चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी परेशान रहते हैं। शौचालय में पानी का अभाव बना रहता है सो अलग।

घटतौली से उपभोक्ताओं को नुकसान, सख्ती जरूरी

नवादा : जिले के बाजारों, कस्बों व हाटों के लगभग दुकानदारों ने कम वजन में सामान तौलकर देने की आदत बना ली है। कई कंपनियों ने दाम तो वही रखा है लेकिन सामान का वजन कम कर दिया है। इन सबसे ग्राहक परेशान हैं।

एक तो रेट अधिक उपर से वजन भी कम देना। तराजू-बटखारा की नियमित रूप से विभागीय जांच नहीं होने की वजह से यह स्थिति है। सब्जी बाजार, मछली बाजार, फल दुकानों में ऐसी शिकायतें आम है। दिखने में एक ही वजन के बटखारा दो तरह के होते हैं। जो आसानी से पकड़ में नहीं आते।

दुकानदार फायदे में हैं वहीं इस कुव्यवस्था से अनजान ग्राहकों का आर्थिक शोषण हो रहा है। बाजार में घटतौली का नया ट्रेंड चल रहा है। इसके तहत अगर मूल्य को स्थिर रखना है तो सामान के पाकेट का वजन ही कम कर बा•ार में भेजा जा रहा है। यह सब जान कर भी स्थानीय एवं जिला-प्रशासन अनजान बना है।

50 केजी वाला पैकेट अब 45 केजी का बनकर आ रहा बाजार में आम ग्राहकों की मानें तो पहले आलू, प्याज, जानवरों का चारा जैसे सरसो, राई, तीसी आदि की खल्ली, चोकर, घट्ठा आदि कुछ समय पहले तक मानक के अनुरूप 50 केजी के बैग में आता था। जिसका बाजार मूल्य एक समान होता था। अब इन सभी सामग्रियों की लोकल पैकिग कर 50 केजी की जगह 43 से 45 केजी का बैग बनाकर पूर्व की कीमत से अधिक मूल्य वसूल कर व्यवसायी ग्राहकों को चुना लगा रहे हैं।

मकनपुर ग्रामीण पशुपालक दीपक कुमार फंटूश, सुरेंद्र सिंह, रंजीत कुमार, मतलु यादव, लीला बीघा निवासी सकल यादव आदि ने बताया कि वर्षों से जानवरों को खिलाने के लिए सरसो, तीसी, राई आदि की खल्ली, गेहूं का चोकर, मकई का घट्ठा, आलू, प्याज, आदि बाजार से खरीद कर ले जा रहे थे। कुछ वर्ष पहले तक 50 केजी पैकेट में उपलब्ध था जो अब पहले से अधिक कीमत लेने के बाद भी 43 से 45 किलोग्राम का दिया जा रहा है।

हत्याभियुक्त गिरफ्तार

नवादा : जिले की अकबरपुर पुलिस ने सूरजपुरा गांव में छापामारी कर फरार चल रहे हत्याभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में कोरोना जांच के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

थानाध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि सौरभ कुमार के विरुद्ध हत्या से संबंधित थाना कांड संख्या 602/21 दर्ज कराया गया था. जांच में दोषी पाये जाने के बाद से फरार चल रहा था. न्यायालय ने उसके विरुद्ध गिरफ्तारी वारंट जारी कर रखा था. घर पर होने की गुप्त सूचना मिलते ही गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया.

शासन-प्रशासन बदला, पर नहीं बदली राष्ट्रीय पर्यटन स्थल गोनावां की तस्वीर

नवादा : जरा हाल देखिए, राष्ट्रीय महत्व के पर्यटन स्थल सदर प्रखंड गोनावां के टोला जैन मंदिर का। अभी तक यह पूरा रास्ता कच्चा है, जो बारिश होने के बाद कीचड़ व गंदगी से भर जाती है। करीब 500 मीटर लंबा यह रास्ता वर्षो से बदहाल है। दिगंबर जैन मंदिर से गोनावां जल मंदिर जाने के इस रास्ते में आम लोगों के साथ ही जैन तीर्थयात्रियों को ऐसी स्थिति में परेशानी होती है। रास्ते की जमीन और नालियों पर अतिक्रमण से स्थिति और खराब हो गई है। स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मामले में सुध नहीं ले रहे।

जैन धर्म के चौबीसवें तीर्थंकर भगवान महावीर के प्रथम शिष्य गौतम गणधर स्वामी की कैवल्य ज्ञान स्थली जैन जल मंदिर और निर्वाण स्थली श्री दिगम्बर जैन सिद्ध क्षेत्र जिला मुख्यालय गोणावां में स्थित है। प्रत्येक वर्ष देश-विदेश से हजारों पर्यटक इन तीर्थस्थलों का दर्शन-वंदन करने आते है।

पूर्व पीएम चंद्रशेखर के समय में गोनावां क्षेत्र के विकास के लिए स्वीकृत हुए थे दो करोड़ रुपये:- जब चंद्रशेखर प्रधानमंत्री थे, तब केन्द्र सरकार ने गोनावां क्षेत्र के विकास के लिए दो करोड़ रुपये की स्वीकृति दी थी। तब नेहरू युवा क्लब से सम्बद्ध डा. कृष्णनंदन शास्त्री मेमोरियल युवा क्लब ने अपनी महती भूमिका निभाई थी। विडम्बना रही कि तत्कालीन जिलाधिकारी रामवृक्ष महतो ने जल मन्दिर के तालाब की सफाई के नाम पर महज बीस लाख रुपये की राशि खर्च करने की स्वीकृति प्रदान की। शेष राशि दूसरे मद के लिए आवंटित हुआ। नतीजतन जैन मंदिर के आसपास विकास का कार्य ठप पड़ गया। आज तक इस पर समुचित ध्यान नहीं जा सका।

कहते हैं लोग

गोनावां निवासी अनुसूचित जाति विकास मोर्चा के संस्थापक राजबल्लभ पासवान कहते हैं कि अब यह क्षेत्र नगर परिषद में आ गया है। इसलिए प्रशासन को चाहिए कि वो सख्त कार्रवाई कर सम्पर्क पथ और नालियों को अतिक्रमणमुक्त कराए। पथ को दुरुस्त कराए। एम विजन के प्रबंधक कुमार हर्ष ने कहा कि जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराया है। गोनावां क्षेत्र पूजनीय है। लेकिन जैन मंदिर टोला पर किसी का ध्यान नहीं है।

श्री गोणावां जी दिगम्बर जैन सिद्ध क्षेत्र के प्रबंधक विमल जैन ने कहा कि सालों भर देश-विदेश के विभिन्न हिस्सों से जैन तीर्थयात्रियों का यहां आना-जाना लगा रहता है। लेकिन दो जैन मंदिरों के बीच संपर्क पथ खस्ताहाल है। इससे तीर्थयात्रियों को परेशानी होती है। गोनावां ग्राम पंचायत की उप मुखिया रीता देवी के पति और सदर प्रखंड कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश कुमार कहते हैं कि इलाके का समुचित विकास होना बहुत जरूरी है।

दिगम्बर जैन मंदिर के दक्षिण से जैन जल मंदिर तक पीसीसी ढलाई और ढक्कन सहित नाली के निर्माण का प्रस्ताव था। अफसोस वह अब तक पूरा नहीं हो सका। बारिश के दिनों में बजबजाती नालियों व जलजमाव से काफी परेशानी होती है। तीर्थयात्रियों के साथ ही आम लोगों, खासकर बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गो को आवागमन में परेशानी होती है।

कहते हैं अधिकारी

सदर प्रखंड के बीडीओ अंजनी कुमार ने कहा कि गोनावां का क्षेत्र अब पंचायत में नहीं है।लिहाजा, इलाके की सड़क को दुरुस्त कराने के लिए विभागीय स्तर पर काम कराया जाएगा।

40 वें डीएम के रूप में उदिता सिंह ने किया योगदान, कहा चुनौतियों से भरा है जिला, निपट लेंगे

नवादा : जिले के 40 वें नए जिलाधिकारी के रूप में उदिता सिंह ने मंगलवार को योगदान किया। इसके साथ ही उन्होंने काम-काज संभाल लिया। दोपहर 12 बजे उन्होंने कार्यालय कक्ष में कामकाज संभाला। डीएम के प्रभार में रहे अपहर समाहर्ता उज्ज्वल कुमार सिंह ने उन्हें प्रभार साैंपा। इस दौरान निवर्तमान डीएम शपाल मीणा भी मौजूद रहे। इसके अलावा जिला प्रशासन के कई अधिकारी वहां मौजूद थे। इसके पूर्व एडीएम ने गुलदस्ता देकर उनका स्वागत किया।

जो जानकारी है उसके मुताबिक जिले की चौथी महिला डीएम के रूप में इन्होंने पदभार संभाला है। इसके पूर्व एन विजय लक्ष्मी, डॉ. सफीना एएन, अश्विनी दत्तात्रेय ठकरे यहां की डीएम रह चुकी हैं। 1973 में जिला बनने के बाद 40वें डीएम के रूप में कामकाज संभाला।

उल्लेखनीय है कि 7 मई की रात कई जिले के डीएम का तबादला-पदस्थापन किया गया था। नवादा में उदिता सिंह जो कि वैशाली की डीएम थीं का पदस्थापन किया गया था। वहीं, नवादा के डीएम यशपाल मीणा को वैशाली भेजा गया था। यशपाल मीणा ने सोमवार को ही अपर समाहर्ता को यहां का प्रभार सौंपकर वैशाली में योगदान दे दिया था।

योगदान के बाद डीएम ने क्या कहा 

योगदान के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए डीएम ने कहा कि चुनौतियों से निपटा जाएगा। यह जिला चुनौतियों से भरा है। जो भी चुनौतियां आएगी उससे निपटा जाएगा। जिले के सर्वांगीन विकास के लिए काम किया जाएगा। स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, निर्माण कार्यों की ओर ध्यान दिया जाएगा। जो भी समस्याएं होगी उसके लिए काम किया जाएगा।

इन चुनौतियों से होगा निपटना

नए डीएम के समक्ष कई चुनौतियां है, जिससे उन्हें निपटना होगा। सबसे पहले तो उन्हें प्रशासन के बीच उभरे अविश्वास के माहौल को खत्म करना होगा। स्थानांतरित डीएम यशपाल मीणा के कार्यकाल के अंतिम दिनों में काफी किच-किच हुआ था। प्रशासनिक महकमा में कुछ भी ठीक नहीं रहा था।

विकास की बात करें तो आकांक्षी जिले में नवादा शामिल है। ऐसे में केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर पूरा कराना होगा। यह तभी संभव होगा जब अधिकारी वर्ग में समन्वय के साथ काम होगा। पब्लिक के साथ का संवाद भी प्रशासनिक तंत्र के लिए महत्वपूर्ण होता है। उनकी समस्याओं व शिकायतों पर भी गौर करना होगा।

कुछ विभागों की खामियों को दूर करना होगा। खासकर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ आम नागरिकों को मिले, इसके लिए विशेष प्रयास करना होगा। मनरेगा में व्याप्त भ्रष्टाचार को दूर कर मजदूरों को काम मिले यह सुनिश्चित करना होगा। छोटी-छोटी समस्याओं को दूर करने का प्रयास करना होगा।

नदी में बालू निकालने के दौरान मिट्टी धसने से महिला दबी, मौत

नवादा : जिले के अकबरपुर थाना क्षेत्र के पचरुखी गांव की एक महिला द्वारा खुरी नदी में बने गड्ढे से बालू निकालने के दौरान मिट्टी में दबने से मौत हो गई। बताया जाता है पचरुखी गांव के श्रवण कुमार की पत्नी सोनी देवी(24) को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिला था। सरकारी स्तर पर नदी से बालू उठाव पर पूर्णतः रोक लगी हुई है।

मंगलवार को सोनी देवी बालू बंद रहने के कारण बगल में रहे खुरी नदी से बालू निकालने गई। इसी दौरान महिला नदी में बने गड्ढे से बालू निकासी कर बोरे में जमा कर रही थी। गड्ढे से बालू निकासी के दौरान उपर की मिट्टी धस गई । जिससे महिला उसमें दब गई। महिला का पति श्रवण ईरिक्शा चलाता है। ईरिक्शा चलाकर घर आया और पत्नी को खोजने लगा। आसपास के लोगों ने बताया कि वह नदी से बालू लाने गई हैं। युवक नदी पहुंचा और खोजबीन करने लगा लेकिन वह कहीं नही मिला।

घंटों खोजने के बाद नदी में एक जगह पर महिला का चप्पल दिखाई दिया। जब युवक पास जाकर देखा तो उसकी पत्नी मिट्टी में दबी मिली। अपनी पत्नी को मिट्टी से निकाला और आसपास के लोगों के सहयोग से पीएचसी लेकर गया। जहां चिकित्सकों ने महिला को मृत घोषित कर दिया। महिला की मृत्यु होने पर पति और बच्चों का रो रोकर बुरा हाल हैं। मृतका दो पुत्री एवं एक पुत्र की मां हैं। सूचना मिलने के बाद पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया।

बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा के लिए 17 मई तक भर सकते हैं फार्म

नवादा : बीएड सत्र 2022-24 में नामांकन लेने के लिए इच्छुक छात्र-छात्राएं 17 मई तक अपना आवेदन फार्म को भर सकते हैं। अभ्यर्थियों को संदेश देते हुए बिहार राज्य के उत्कृष्ट महाविद्यालय में शुमार संस्थान गनौरी रामकली टीचर्स ट्रेंनिंग कॉलेज नवादा, बिहार के प्राचार्य डॉ सुधाकर राय ने कहा कि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा (सीईटी B.Ed 2022) में ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 17.5.2022 निर्धारित है। इस समयावधि में आवेदन करते हुए बीएड प्रवेश परीक्षा की निर्धारित तिथि दिनांक 23.6.2022 में भाग लें और समय का सदुपयोग करते हुए अपने भविष्य को एक आदर्श अध्यापक रूप में स्थापित करें।

उन्होंने कहा कि शिक्षक राष्ट्र निर्माता और समाज के पथ प्रदर्शक होते हैं। किसी देश की उन्नति वहां के शिक्षा व्यवस्था व शिक्षक पर निर्भर होती है। अतः आप सभी उत्कृष्ट शिक्षक बनकर हमारे विकासशील भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान निभाते आ रहे हैं ।

उन्होंने बताया कि मॉडर्न शैक्षणिक समूह के शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालयों में गनौरी रामकली टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज बिहार एवं झारखंड राज्य के सर्वोत्तम महाविद्यालयों में से एक है। जिसमें D.El.Ed, B.Ed एवं M.Ed कोर्स का संचालन विश्वविख्यात एवं विद्वान प्राध्यापकों द्वारा नियमित रूप से संचालित किया जाता है।

यहां अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित जैसे- शुद्ध पेयजल, आवागमन की सुविधा, सूचना एवं संचार तकनीकी, वाईफाई युक्त कैंपस, स्मार्ट क्लासेज, विभिन्न प्रयोगशाला और नवीनतम पाठ्य पुस्तकों से युक्त अत्याधुनिक लाइब्रेरी एवं इको फ्रेंडली केंपस और इंडोर आउटडोर प्लेग्राउंड की सुविधा उपलब्ध है। जिसे छात्र-छात्राओं का शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, बौद्धिक और चारित्रिक विकास किया जाता है। तथा आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को प्रोत्साहित किया जाता है।

विदाई समारोह में पूर्व डीएम ने कोरौना काल में योगदान देने वालों को किया सम्मानित

नवादा : नगर भवन में आयोजित जिलाधिकारी यशपाल मीणा के विदाई समारोह के अवसर पर नवादा के नागरिकों ने रुंधे कण्ठ से लोकप्रिय जिलाधिकारी को विदाई दी, वहीं जिलाधिकारी ने अपने पदस्थापना काल में भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वालों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

कोविड काल की भयावह स्थिति में अपने जान जोखिम में डालकर भी लोगों की मदद करने वालों को जिला प्रशासन की ओर से सम्मानित किया गया। इसी कड़ी में आज अमित सरकार , मनमोहन पत्रकार और जितेंद्र प्रताप समेत कई समाजसेवियों को कोविड काल में लावारिस शवों के दाहसंस्कार में योगदान के लिए पुष्पगुच्छ और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

समाजसेवियों को सम्मानित करते हुए जिलाधिकारी मीणा ने कहा की कोविड त्रास्दी पर हमलोगों ने इन्हीं समाजसेवियों के भरपूर सहयोग से विजय प्राप्त किया है। इनके योगदान पर उन्होंने कहा कि जब लोग कोविड संक्रमण के भय से घरों से निकल नहीं रहे थे उस समय इनलोगों ने लावारिश लाशों का वारिश बनकर ससम्मान दाहसंस्कार किया। जिला प्रशासन ऐसे लोगों को बधाई व शुभकामनायें देता है। विदित हो कि इस अवसर पर रामनवमी जुलूस में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए भी दर्जनों समाजसेवियों को जिला प्रशासन की ओर से सम्मानित किया गया।

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