राजनीतिक धंधेबाज भी कर रहे सक्रिय राजनीति में एंट्री,नहीं पड़ेगा BJP को कोई फर्क
पटना : चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर द्वारा बिहार से पदयात्रा शुरू करने के ऐलान के बाद तमाम राजनीतिक दलों में उथल-पुथल मची हुई है इसको लेकर पार्टी के शीर्ष नेताओं द्वारा बैठक भी की जा रही है। इसी बीच बिहार की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने प्रशांत किशोर को धंधेबाज बताया है।
प्रशांत किशोर ने बिहार से जंग सुराज अभियान का ऐलान किया है जिसके बाद से वह सत्ताधारी गठबंधन के निशाने पर आ गए हैं बिहार एनडीए के तमाम नेताओं द्वारा प्रशांत किशोर पर जमकर हमला बोला जा रहा है। इसके बाद अब बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने भी प्रशांत किशोर पर जोरदार हमला बोला है। डॉक्टर संजय जयसवाल ने कहा है कि प्रशांत किशोर राजनीतिक धंधेबाज है।
समाज सेवा करने वाले लोग भी राजनीति में आने लगे
प्रशांत किशोर ने कहा कि 90 के कांग्रेस नेता बूथ लूटने का काम करते थे, लेकिन बाद में बूथ लूटने वाले गुंडे भी राजनीति में आ गए। वहीं,90 में ही बिहार में लालू के शासनकाल में तो हद हो गई जब गुंडे मवाली विधायक और सांसद बन गया और 2002 तक पहुंचते-पहुंचते जाति के नाम पर समाज सेवा करने वाले लोग भी राजनीति में आने लगे। इसके बाद अब राजनीतिक धंधेबाज भी राजनीति में आ रहे हैं।
गौरतलब हो कि, इससे पहले बिहार भाजपा के तरफ से राज्यसभा सांसद और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने भी कहा था कि पीके के सक्रिय राजनीति में आने से भाजपा जैसी बड़ी पार्टियों पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है लोग पीके की हकीकत को जानते हैं और उनके बहकावे में आने वाले नहीं हैं।
बता दें कि, शांति के साथ आगामी 2 अक्टूबर से यात्रा पर निकलने का ऐलान किया है 3000 किलोमीटर की यात्रा करने के बाद इस बात पर फैसला करेंगे कि बिहार में उनके पार्टी बनेगी या नहीं लेकिन उन्होंने अपने जनसुराज अभियान की शुरुआत कर दी है।