गया : बिहार के सरकारी कार्यालय में काम करने वाली एक महिला ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर बड़े मामले में शिकायत की है। अपने पत्र में महिला ने अपने एक वरिष्ठ अधिकारी पर यौन शोषण का आरोप लगाया है।
दरअसल, गया जिले के पंचायत राज पदाधिकारी राजीव कुमार पर उत्पीड़न का आरोप लगा है। यह आरोप उनके कार्यालय में काम करने वाली महिला कर्मचारी ने लगाया है। महिला कर्मचारी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चिट्ठी भेजकर शिकायत की है। जिसके बाद इस शिकायत की कॉपी कई बड़े अधिकारियों के अलावे गया डीएम को भी भेजी गई है।
वरिष्ठ अधिकारी अपने चेंबर में बिठाए रखते
इस शिकायत पत्र में महिला ने कहा है कि उनके वरिष्ठ अधिकारी अपने चेंबर में बिठाए रखते हैं। अश्लील बातें करते हैं। बाथरूम तक नहीं जाने देते। जींस और टीशर्ट में ऑफिस आने को कहते हैं। इसके साथ ही उन्होंने अपने चेंबर का शीशा काला कर रखा है। जिससे बाहर किसी और कुछ मालूम नहीं चलता है। इसके अलावा महिला ने कहा कि पदाधिकारी उसे गलत तरीके से छूने की भी कोशिश करते है। वहीं, इसमें साथ नहीं देने पर संविदा की नौकरी से हटाने की धमकी देते हैं।
वहीं, इस मामले में सीएम तक बात जाने पर गया के जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन ने अधिकारियों की टीम गठित की है। जिन्हें मामले की जांच का जिम्मा दिया गया है। डीएम ने निर्देश दिया है कि 48 घंटे में जांच कर रिपोर्ट दें। जिला प्रोग्राम पदाधिकारी, आईसीडीएस और श्रम अधीक्षक गया को जांच का जिम्मा दिया गया है। इस मसले में गया डीडीसी को जांच के पर्यवेक्षण को कहा गया है।
जिला पंचायती राज पदाधिकारी राजीव कुमार ने बताया कि यह आरोप बिल्कुल गलत और मनगढ़त है।उन्होंने कहा कि जिस नाम से शिकायत की गई है उस नाम से मेरे कार्यालय में कोई महिला कार्यरत नहीं है।
इसके आगे उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ साजिश की जा रही है।दरअसल, दफ्तर में लेखापाल और कार्यालय सहायकों के बीच पेंमेंट को लेकर कुछ विवाद है, और मैने लेखापाल का पक्ष लिया था। इस कारण मुझ पर इस तरह का झूठा आरोप लगाया जा रहा है। इस मामले की जांच करायी जा रही है। इससे सच्चाई सामने आ जाएगी।
इधर, इस मामले को लेकर सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिन नाम की महिला ने शिकायत की उस नाम से पंचायत राज कार्यालय में कोई महिला काम नहीं करती। हालांकि, यह कहा जा रहा है कि महिला ने दूसरे नाम से शिकायत की है।