किरकिरी होने के बाद VKSU ने बदला फैसला, ईद को लेकर विवि प्रशासन लेने जा रहा था अजीबोगरीब निर्णय
आरा : ईद को लेकर वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा (भोजपुर) (Veer Kunwar Singh University) अजीबोगरीब निर्णय लेने जा रही थी। विवि प्रशासन ने ईद को लेकर मुस्लिम शिक्षकों एवं कर्मचारियों को अग्रिम भुगतान का आदेश दी थी। विवि के इस आदेश की जानकारी मिलते ही विवि के अधीन सभी महाविद्यालयों में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई। दबी जुबान यह चर्चा होने लगी कि अब तो शिक्षण संस्थान में हिन्दू-मुस्लिम त्योहार के आधार पर वेतन दिया जाएगा, जो कि बिल्कुल उचित नहीं है।
जारी आदेश में यह कहा गया था कि सभी अंगीभूत महाविद्यालयों के प्राचार्य को निर्देशित किया जाता है कि आपके महाविद्यालय में कार्यरत मुस्लिम शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को महाविद्यालय के आन्तरिक स्त्रोत से ईद के अवसर पर अग्रिम भुगतान किया जाए। शिक्षक को 1 लाख, तृतीय वर्गीय कर्मी को 50 हजार और चतुर्थ वर्गीय कर्मी को 30 हजार का भुगतान किया जाय। उपरोक्त राशि वेतन अग्रिम के रूप में दी जा रही है। जिसकी कटौती मार्च 22 के वेतन से एक मुश्त काटना आवश्यक होगा।
मामला संवेदनशील होने के कारण भोजपुर, बक्सर, रोहतास और कैमूर जिले के महाविद्यालयों में कार्यरत मुस्लिम शिक्षकों ने भी केवल मुस्लिम शिक्षक एवं कर्मचारियों को अग्रिम भुगतान दिए जाने के फैसले का विरोध किया। एसोसिएशन ने कहा कि विवि मजहब के नाम पर शिक्षक एवं कर्मचारियों के बीच भेदभाव का बीज डालने का प्रयास कर रहा है। संघ ने कहा कि अगर ऐसा रहा तो हिन्दू त्योहार के समय हिंदुओं को भुगतान होगा, बाकियों को नहीं। धर्म के आधार पर बांटना किसी को भी स्वीकार नहीं है। इस निर्णय से हम सभी आहत हैं।
संघ ने आगे कहा कि विवि के इतिहास में आज तक ऐसा नहीं हुआ था। आज एक बहुत ही गलत परंपरा की शुरुआत हुई है जो किसी भी कीमत में शिक्षक संघ को स्वीकार नहीं है। विगत 2 महीने से वेतन नहीं मिलने से सभी परेशान हैं। ज्यादा परवाह है तो विवि आंतरिक स्रोत से भोजपुर, बक्सर, रोहतास एवं कैमूर जिले में कार्यरत सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों का वेतन भुगतान कर सकता है।
बहरहाल, टीचर एसोसिएशन द्वारा खुलकर विरोध हुआ, इसके बाद विवि विश्वविद्यालय प्रशासन ने आदेश पर रोक लगा दी है।