बाढ़ : मुखिया के दलालों के विरोध में आक्रोशित लोगों ने मोर्चा खोल दिया है लेकिन लोग इसका विरोध करने लगे हैं। नीतीश कुमार की सरकार ने पहले ही घोषणा कर दिया है कि निर्वाचित प्रतिनिधियों के बदले कोई भी पंचायतों के काम में हस्ताक्षेप नहीं करेगा। बावजूद इसके निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों के बदले दूसरे लोग हस्ताक्षेप करने पर अमादा हैं, जिसके कारण कई पंचायतों में विरोध का लावा फूट रहा है और दलालों को उखाड़ फेंकने के लिये मोर्चा खोल दिया गया है।
इसी तरह का ताजा मामला बाढ़ प्रखंड के रहिमापुर रुपस पंचायत का सामने आया है। जहां कथित तौर पर सीना तानकर खड़े दलालों की अब खैर नहीं। अब उसके खिलाफ उपमुखिया पल्लव कुमार समेत कुल नौ वार्ड सदस्यों ने मोर्चा खोल दिया है। सबके सब खुलकर विरोध में उतर गये हैं। यह बात अब पंचायत की गलियों से आगे आलाअधिकारियों तक पहुंच गई है।
पंचायत के कई लोगों ने बताया कि इस मामले को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी समेत कई आला अधिकारियों को लिखित आवेदन देकर न्याय पाने की गुहार लगाई है। इस बाबत पूंछने पर प्रखंड विकास पदाधिकारी डॉ नवकंज कुमार ने बताया कि पहले भी इस पंचायत में ऐसे मामले उठाये गये थे और उसमें उचित कार्रवाई की गई थी। इस बार योजनाओं में कथित तौर पर धांधली की जो शिकायत सामने आई है,उस पर भी जांचोपरांत उचित कार्रवाई की जायेगी।मुखिया की मनमानी पर नकेल कसते हुये कार्यकारिणी सदस्यों के बीच उत्पन्न गिले-शिकवे को मिटाकर समन्वय कराना होगा। वर्तमान में रहिमापुर रूपस पंचायत में मुखिया के कर्ता-धर्ता और मुखिया विरोधी खेमे आमने-सामने हैं।
सत्यनारायण चतुर्वेदी की रिपोर्ट