N.R.विश्वास के बाद आशुतोष विश्वास बने IGIMS के नए निदेशक, निजी प्रैक्टिस पर रहेगी रोक
पटना : पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान का नया निदेशक मिला है। दिल्ली एम्स के औषधि विभाग के यूनिट प्राध्यापक प्रोफेसर आशुतोष विश्वास को पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान का नया निदेशक बनाया गया है। बिहार सरकार ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। इसके साथ ही प्राइवेट प्रैक्टिस पर रोक के साथ कैंपस में उन्हें रहने का निर्देश भी जारी किया गया है।
बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने डॉ एन आर विश्वास के कार्यमुक्त होने के बाद यह अधिसूचना जारी की है। इसके पूर्व पीछले कुछ दिनों के लिए नेत्र रोग विभाग के एचओडी डॉ विभूति को यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
बिहार सरकार के तरफ से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि चयन समिति की अनुशंसा पर राज्य सरकार द्वारा काफी विचार के बाद दिल्ली एम्स के औषधि विभाग के यूनिट हेड प्राध्यापक प्रोफेसर आशुतोष विश्वास को इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान, पटना के निदेशक के पद पर नियुक्त किया जाता है। यह नियुक्ति उनके योगदान देने की तिथि से एक वर्ष के प्रोबेशन समय सहित 5 वर्ष या 65 वर्ष की आयु (जो भी पहले हो) पूरी होने तक होगी।
यह पद उनके लिए नन- प्रैक्टिसिंग
इसके साथ ही अधिसूचना में यह भी उल्लेख किया गया है कि इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रोफेसर आशुतोष विश्वास को 80 हजार रुपए एवं निर्धारित अन्य भत्ते दिए जाएंगे। यह पद उनके लिए नन- प्रैक्टिसिंग है और सभी प्रकार के निजी प्रैक्टिस करना पूर्णतः निषेध होगा।
इसके साथ कहा गया है कि प्रोफेसर आशुतोष से अपेक्षा की जाती है कि वे संस्थान परिसर के ही आवास में रहेंगे, जिसके एफ आर 45 के तहत या वेतन का 10 प्रतिशत जो भी कम हो, की राशि के भुगतान पर संस्थान परिसर में एक बंगला उपलब्ध कराया जाएगा।
अधिसूचना में कहा गया है कि सरकार के पास निदेशक को उनके कार्यकाल के भीतर उन आधारों पर हटाने का अधिकार होगा, जिन आधारों पर अधिनियम की धारा 7 में उपबंध के अनुसार शासक बोर्ड के सदस्य को हटाया जा सकता हो। लेकिन पद छोड़ने वाले निदेशक के कार्यकाल को अधिकतम एक बार सरकार द्वारा तीन वर्षों या उसके हिस्से के लिए , किन्तु 65 वर्ष की आयु से अधिक नहीं बढ़ाया जा सकेगा। अधिसूचना में आदेश दिया गया है कि इसे बिहार राजपत्र के आगामी असाधारण अंक में प्रकाशित किया जाए।