शानदार रिजल्ट पाकर विद्यार्थियों की होली हुई और भी रंगीन, नवादा के कई लाल ने किया कमाल टॉप टेन में कई नाम
इंटरमीडिएट 2022 के रिजल्ट रहा शानदार जिला के विद्यार्थी स्टेट टॉपर बने कई टॉप टेन में शामिल
नवादा : बिहार विद्यालय परीक्षा द्वारा संचालित इंटरमीडिएट परीक्षा 2022 के रिजल्ट प्रकाशन के बाद विद्यार्थियों के चेहरे खिले हुए हैं। होली के त्यौहार के 1 दिन पूर्व बोर्ड द्वारा रिजल्ट प्रकाशित होने के बाद से विद्यार्थियों की होली और भी रंगीन हो गई है। जिला के विद्यार्थियों के शानदार रिजल्ट ने विद्यार्थियों के साथ ही उनके अभिभावकों को भी खुशी का दोहरा अवसर दिया है। बोर्ड द्वारा शाम 3:00 बजे रिजल्ट जारी किए जाने के बाद से ही विद्यार्थी और उनके अभिभावक लगातार रिजल्ट जानने के लिए बेहाल दिखें।
शुरुआत में साइट थोड़ी धीमी चली लेकिन बाद में रिजल्ट की सूचना मिलने के बाद लोग एक दूसरे को मिठाई खिलाकर शुभकामना देते दिखे। जिला के साइंस में स्टेट टॉपर बने सौरभ कुमार ने 472 अंक प्राप्त किया है। इसके अलावा स्टेट टॉप फाइव में शामिल शिवदयाल कुमार 468 अंक प्राप्त किए हैं। इंटर कॉमर्स में जिला के विनीत सिन्हा ने स्टेट में सेकंड रैंक प्राप्त किया है। इन्हें भी 472 अंक मिले हैं। जबकि सुधांशु रंजन ने 469 अंक लाकर स्टेट में चौथा स्थान बनाया है।
इंटर आर्ट्स में जिला के टॉपर के रूप में बापू हाई स्कूल पांडे गंगौट के स्नेह लता भारती इन्हें 465 अंक मिले, दूसरे टॉपर के रूप में केएलएस कॉलेज के श्रीकांत कुमार बने। तीसरा टॉपर टीएस कॉलेज हिसुआ के सनोवर प्रवीण बनी। कॉमर्स में जिला के टॉपर के एलएस कॉलेज के सुधांशु रंजन बने। सेकेंड टॉप पर कॉलेज की ही रानी कुमारी तथा तीसरे टॉपर इसी कॉलेज के कृष्णा कुमार मोदी बने। साइंस में जिला के टॉपर के एल एस कॉलेज के सौरभ कुमार तथा दूसरे टॉपर रजौली इंटर स्कूल के शिवदयाल कुमार बने जबकि तीसरे टॉपर के रूप में टी एस कॉलेज हिसुआ के अनुपम राज बनी।
इनके प्रदर्शन भी रहे शानदार
आरएन क्लासेस से जुड़े रहे शिल्पी कुमारी ने 453 अंक प्राप्त किए हैं, गुलशन कुमार ने 416 अंक, रविंद्र कुमार ने 429 अंक, शोभा कुमारी ने 381 अंक, प्रेमजीत कुमार ने 453 अंक, विवेक कुमार ने 407 अंक, दिवाकर कुमार में 424 अंक, नवीन कुमार ने 425 अंक प्राप्त किए हैं।
साइंस के स्टेट टॉपर सौरभ ने बढ़ाया सभी का मान पिता करते हैं बढ़ई मिस्त्री का काम
सफलता कभी भी हारती नहीं है, इसे ग्रामीण परिवेश से आने वाले सौरव कुमार ने सफल कर दिखाया है। इंटरमीडिएट परीक्षा 2022 के साइंस में स्टेट टॉपर बनने वाले सौरभ कुमार ने जिला का मान और गौरव बढ़ाया है। 472 अंक प्राप्त करने वाले सौरव कुमार पूरे राज्य में पहले स्थान पर रहे हैं। सौरभ ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान शिक्षकों के प्रयास और खुद की मेहनत से यह सफलता प्राप्त हुई है। सौरभ ने कहा कि चेन्नई में रहकर उनके पिता बढ़ई मिस्त्री का काम करते हैं। किसी तरह नवादा में रहते हुए मैट्रिक और बाद में इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की है। कन्हाई इंटर स्कूल से मैट्रिक की परीक्षा में भी 467 अंक लाकर जिला के टॉपर बने थे।
अब इंटरमीडिएट की परीक्षा में 472 अंक लाकर स्टेट टॉपर बनने का मौका मिला है। सौरभ ने बताया कि मैथ के टीचर आनंद प्रकाश का पूरा सहयोग हमारी सफलता में रहा है। गणित में उनके द्वारा दिए गए टिप्स हमारी सफलता में अहम भूमिका निभाई है। मैट्रिक के दौरान कैरियर कोचिंग सेंटर में दिलीप सर के नेतृत्व में तैयारी किए थे। इसके बाद आगे की तैयारी के लिए विज्ञान और हिंदी के शिक्षकों का पूरा साथ मिला।
हिंदी के शिक्षक अमित कुमार ने जो मार्गदर्शन किया इसी के कारण हिंदी में भी बेहतर अंक प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि आर्थिक कमी के बावजूद कभी भी हौसला नहीं छोड़ा। सौरभ ने कहा कि वह सेंट्रल यूनिवर्सिटी में एडमिशन ले कर आगे उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं तथा सिविल सेवा में जाने का सपना है। सौरभ की सफलता पर उनकी मां बबीता देवी और भाई बहनों में खुशी देखी जा रही है। गणित शिक्षक आनंद प्रकाश उनके गांव काशीचक के उपरावां जाकर बधाई दी।
सब्जी बेचने वाली मां का बेटा बना स्टेट 5 टॉपर
सब्जी बेचने वाले मां का बेटा शिवदयाल ने इंटरमीडिएट परीक्षा में स्टेट टॉप फाइव में स्थान पाकर अपने परिवार और समाज का मान बढ़ाया है। संघर्ष के साथ पढ़ाई करते हुए शिवदयाल ने सेल्फ स्टडी और खुद की मेहनत के बल पर इतनी बड़ी सफलता हासिल की है। शिवदयाल ने बताया कि उनके पिता स्वर्गीय रामोतार प्रसाद की मौत वर्ष 2019 में हो गई थी। इसके बाद मां सुमंती देवी ने संघर्ष करते हुए सब्जी बेचकर पूरे परिवार को संभाल रही है. शिवदयाल ने कहा कि वह पढ़ाई के साथ-साथ अपनी मां की मदद भी करता है।
शिवदयाल संघर्ष के बल पर अपनी पढ़ाई को जारी रखते हुए इतनी बड़ी सफलता प्राप्त की है. शिवदयाल को 468 अंक प्राप्त हुए हैं. 93.6 प्रतिशत अंक पाने वाले शिवदयाल ने कहा कि वह सिर्फ स्टडी और दूसरे विद्यार्थियों के द्वारा उपलब्ध टीचिंग मटेरियल के आधार पर अपनी पढ़ाई को पूरा किया है। शिवदयाल की सफलता पर उनके परिवार के सदस्य गदगद हैं।
दो भाई और चार बहनों में सबसे छोटे शिवदयाल ने कहा कि उनकी यह सफलता परिवार के आशीर्वाद और गुरुजनों के सहयोग के कारण संभव हो पाया है। शिवदयाल ने कहा कि आगे की पढ़ाई पूरी करके वह सरकारी सेवा में जाना चाहता है. रजौली के शिवदयाल की सफलता पर स्थानीय लोगों में भी खुशी देखी जा रही है।
सीए बनकर कैरियर सवांरना चाहते हैं कॉमर्स के सेकंड स्टेट टॉपर विनीत सिन्हा
चार्टर्ड अकाउंटेंट के रूप में अपने कैरियर को आगे बढ़ाने की कल्पना के साथ इंटरमीडिएट परीक्षा की सफलता को विनीत सिन्हा और उनके परिवार सेलिब्रेट कर रहे हैं। विनीत ने बताया कि इंटरमीडिएट कॉमर्स से अपनी पढ़ाई करते हुए इतनी बड़ी सफलता की आशा नहीं रखी थी। स्टेट में टॉप सेकंड पर रहने वाले विनीत महज एक अंक से दूसरे स्थान पर आए हैं। विनीत ने कहा कि शुरुआती पढ़ाई अकौना गांव के स्थानीय स्कूल से हुई जबकि गांधी इंटर स्कूल से दसवीं तक की पढ़ाई किए हैं।
आई कॉम की पढ़ाई के एलएस कॉलेज से पूरी किए हैं 472 अंक लाने वाले विनीत सिन्हा ने कुल 94.4% अंक प्राप्त किए हैं। विनीत ने बताया कि उनके पिता विजय कुमार सिन्हा व्यवहार न्यायालय में कार्यरत हैं जबकि मां सुनीता देवी हाउसवाइफ है। रामनगर के रहने वाले विनीत ने कहा कि शिक्षकों के सहयोग और घर परिवार के आशीर्वाद से यह सफलता मिली है। कॉमर्स में ही आगे अपने कैरियर को आगे बढ़ाने की बात विनीत ने कही।
इंटर कॉमर्स की सफलता ने कैरियर के लिए नई राह खोली है
इंटर कॉमर्स में स्टेट फोर्थ रैंक लाने वाले सुधांशु रंजन की सफलता पर परिवार और समाज के लोगों की खुशी देखते बन रही है। पिता के कॉमर्स बैकग्राउंड को देखते हुए सुधांशु ने भी अपने पापा की तरह कॉमर्स को अपना सब्जेक्ट बनाया थाm सुधांशु ने कहा कि मॉडर्न इंग्लिश स्कूल से मैट्रिक तक की पढ़ाई पूरी किए हैं। मैट्रिक के बाद इंटरमीडिएट केएलएस कॉलेज से किये। कॉमर्स की तैयारी के लिए शिक्षक और अपने पापा का सहयोग लिया. कोविड-19 दौरान काफी परेशानी हुई इसके बावजूद मेहनत और शिक्षकों के द्वारा बताए गए रास्ते पर चलकर यह सफलता मिली है।
सौरभ ने कहा कि शुरुआत के समय में कॉमर्स को समझने में परेशानी हुई लेकिन बाद में यह काफी इंटरेस्टिंग सब्जेक्ट मेरे लिए बना. सौरभ को 469 अंक के साथ 93.8 प्रतिशत प्राप्त हुए हैं। सफलता पर सौरभ के पिता अशोक कुमार, मां हीरा कुमारी गदगद दिखे। सौरभ के भाई बहनों की भी खुशी देखते बन रही है। सौरभ ने कहा कि वह अपनी पढ़ाई कॉमर्स विषय में ही आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकारी जॉब के लिए वह लगातार प्रयास करेंगे। सौरभ की सफलता ने कॉमर्स विषय से पढ़ाई करने के लिए अन्य विद्यार्थियों को प्रेरित किया है।
विशाल कुमार की रिपोर्ट