भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण की कसौटी पर नवादा जेल को दिया गया “ईट राइट कैंपस” सर्टिफिकेट
नवादा : भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के द्वारा नवादा जेल को ईट राइट केपस का सर्टिफिकेट प्रदान किया गया है। राज्य में पहला जेल नवादा मंडल कार्य बना है जिसे यह सर्टिफिकेशन प्राप्त हुआ है. जेल प्रशासन की बेहतर व्यवस्था के आधार नवादा जेल को सर्टिफिकेशन दिया गया है। फ़ूड अधिकारी मुकेश कश्यप ने जानकारी देते हुए बताया कि नवादा मंडल कारा में भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के नियमों के अनुसार थर्ड संस्थान के माध्यम से जांच कराने के बाद प्राधिकरण के द्वारा सर्टिफिकेट दिया गया है. इसके पहले 22 फरवरी को इसके लिए जांच की प्रक्रिया पूरी की गई थी. ऑनलाइन तरीके से जांच रिपोर्ट अपलोड होने के बाद राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन के बाद सर्टिफिकेशन किया गया है. नवादा जेल को थ्री स्टार दिया गया है।
मानक पर खरा उतरा है नवादा जेल
भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने बिहार राज्य के नवादा जेल को राज्य का पहला ईट राइट जेल कैंपस घोषित किया है. एफएसएसआई के सीईओ ने खाद्य सुरक्षा के परिप्रेक्ष्य में नवादा मॉडर्न जेल को उत्कृष्ट तीन सितारा रेटिंग देकर ईट राइट कैंपस घोषित किया है।
एफएसएसएआई ने 2018 में ‘ईट राइट इंडिया’ राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया था. यह अभियान खाद्य सुरक्षा एवं स्वस्थ आहार की नींव पर आधारित है. एफएसएसएआई ने ईट राइट इंडिया अभियान के माध्यम से सभी भारतीयों के लिए सुरक्षित, स्वस्थ और टिकाऊ भोजन सुनिश्चित करने के लिए देश की खाद्य प्रणाली को बदलने के लिए बड़े पैमाने पर प्रयास किया है. ईट राइट इंडिया अभियान सरकार के प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों जैसे कि पोषण अभियान, एनीमियामुक्त भारत, आयुष्मान भारत योजना और स्वच्छ भारत मिशन आदि के साथ जुड़ा हुआ है।
तीन मुख्य विषयों से जुड़ा है यह अभियान
ईट राइट केंपस अभियान तीन प्रमुख विषय ईट सेफ, ईट हेल्दी, ईट सस्टेनेबल पर आधारित है. नवादा जेल में मिल रही बेहतर सुविधाओं के आधार पर विभागीय जांच के बाद यह सर्टिफिकेशन प्राप्त हुआ है. जिला के लिए यह गौरव की बात है कि राज्य में प्रथम और राष्ट्रीय स्तर पर नवादा जेल को पहचान मिली है. मंडल कारा को सुधार आश्रम के रूप में तब्दील करने के प्रयास की सराहना की जा रही है. जेल परिसर को पूर्ण नशा मुक्त क्षेत्र बनाया गया है।
एक्स्ट्रा एक्टिविटीज से दिखा बदलाव
मंडल कारा में स्वच्छ वातावरण बनाने में लगातार किए गए एक्स्ट्रा एक्टिविटी की भी अहम भूमिका है. जेल के अंदर दीवारों पर शराबबंदी, दहेज प्रथा, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसे सरकार की योजनाओं को बढ़ावा देने वाले नारे लिखे गए हैं. विभिन्न महापुरुषों के मोटिवेशनल स्लोगन, महात्मा गांधी के विचार, विवेकानंद के विचार आदि को दीवारों पर आकर्षक तरीके से लिखा गया है. इस प्रकार के विचारों से लगातार जुड़े रहने से कैदियों में सकारात्मक प्रभाव बढ़ा है. जेल परिसर के अंदर संगीत के क्लास में कैदी लोग गीत संगीत से भी जुड़ रहे हैं. वाद्य यंत्रों में हारमोनियम, तबला, नाल, ऑर्गन का प्रैक्टिस करना एवं अनेक अवसरों पर कलाकारों को सम्मानित किया गया।
साफ सफाई पर विशेष ध्यान
जेल वार्ड में साफ-सफाई और अन्य कई ऐसे नियम बनाए गए हैं जो कैदियों के आचरण में बदलाव ला रहे हैं. सभी वार्ड में कैदियों द्वारा चप्पल जूता को भी क्रमबद्ध रखा जाता है. रसोई घर में भोजन बनाने वाला सभी अन्नदाता अपने ड्रेस कोड के साथ भोजन बनाने का काम करते हैं. जेल में किए जा रहे इन कामों से बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।
जेल अधीक्षक ने कहा सफलता में सबका सहयोग
जेल अधीक्षक अभिषेक कुमार पांडे ने कहा कि जिला के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है. नवादा जेल में खाने की व्यवस्था में जो सुधार किया गया है इसी का परिणाम है कि राष्ट्रीय स्तर की संस्था के द्वारा सर्टिफिकेशन प्राप्त हुआ है. डीएम यशपाल मीणा के नेतृत्व में किए जा रहे इन बदलावों को आगे बढ़ाने का पूरा प्रयास रहेगा. उन्हें कहा कि जेल की अंदर की व्यवस्था में किए गए बदलाव का परिणाम रहा कि राष्ट्रीय स्तर की संस्थाओं के द्वारा जांच में भी इसे अव्वल दर्जा मिला है. उन्होंने प्राधिकरण के द्वारा दिए गए सर्टिफिकेशन मिलने के बाद नई जिम्मेदारी के साथ काम करने की बात कही।
विशाल कुमार की रिपोर्ट