राजगीर में लीजिए जू सफारी का आनंद, एक दिन में एक हजार पर्यटकों को ही प्रवेश
पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसी महीने 16 फरवरी को राजगीर जू सफारी का लोकार्पण किया था। हालांकि लोकार्पण के अगले दिन कुछ विशेष कारणों से इसे बंद कर दिया गया था लेकिन अब इसे आम जनता के लिए खोल दिया गया है।
बता दें कि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बिहार वासियों के लिए राज्य में शुरू किया गया जू सफारी, राज्य का एक मात्र जू सफारी है जहां बंद गाड़ियों के अंदर से स्वच्छंद घूमते हुए जंगली जानवरों को देखने का मौका मिलेगा। इस जू सफारी में अलग -अलग घेरों में भालू, शेर, बाघ,हिरण, तेंदुआ को रखा गया है।आपको कुल 2 घंटे के सफर में जंगली जानवर स्वच्छंद घूमते हुए नजर आएंगे।
ये है टिकट का शुल्क
इसके साथ ही जानकारी हो कि, जब जू सफारी का लोकार्पण किया गया था तब इसकी टिकट की कीमत 250 रूपया रखी गई थी, लेकिन अब टिकट का शुल्क नए सिरे से जारी किया गया है। नए सिरे से जारी अधिसूचना के मुताबिक वयस्कों के लिए ₹100 एवं शिशु वर्ग के लिए जिनकी ऊंचाई 4 फीट 6 इंच तक हो उन्हें ₹50 देना होगा। हालंकि इसमें बस से वन्यजीव सफारी भ्रमण की सुविधा नहीं मिलेगी।इस प्रवेश शुल्क में यूएसपी पॉइंट, इंटरप्रिटेशन सेंटर, 180 डिग्री थिएटर इत्यादि दिखाए जाएंगे।
जबकि ₹250 के वयस्कों के लिए एवं 150 रुपये शिशु वर्ग मूल्य के टिकट में बस से वन्य सफारी के अतिरिक्त अन्य सुविधाएं मिलेगी। वहीं, 2 साल तक के बच्चों के लिए प्रवेश निशुल्क की व्यवस्था की गई है।
इसके अलावा जू सफारी के अंदर पार्किंग के लिए बड़े बस को 200 रुपये, मिनी बस को 150 रुपये, कार जीप एवं अन्य छोटे वाहन को 50 रुपये, मोटरसाइकिल ई-रिक्शा को 20 रुपये एवं साइकिल को 10 रुपये प्रति 4 घंटे के दर से पे करना होगा।
जबकि राजगीर जू सफारी में आग्नेयास्त्र, ज्वलनशील पदार्थ,धारदार वस्तु, धूम्रपान, सिगरेट गुटका, पान मसाला, लाइटर,माचिस, खाना बनाना, मांसाहारी भोजन, खेलकूद सामग्री बैट, बॉल, बैडमिंटन, रैकेट, गुब्बारा इत्यादि ले जाने की मनाही है। तो वहीं जू सफारी के अंदर मौजूद वन्यजीवों से छेड़छाड़ करने पर वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत दंडनीय अपराध दिया जायेगा। जू सफारी पार्क में बिना मास्क पहने प्रवेश भी नहीं दिया जाएगा। इसके साथ ही प्रत्येक सोमवार को साप्ताहिक बंदी होगी। जबकि एक दिन में एक हजार पर्यटकों को ही प्रवेश मिलेगा।