पटना : स्थानीय निकायों के 24 सीटों पर होने वालें विधान परिषद् चुनाव को लेकर एनडीए के अंदर सभी सीटों का बंटबारा हो चूका है। एनडीए ने 12.12.1 का फार्मूला तय हुआ है, मतलब की भाजपा 12 सीट पर चुनाव लड़ेगी, जदयू 11 सीट पर चुनाव मैदान में होगी और एक सीट पारस के लोजपा को दिया गया है। इस फार्मूला में ‘हम’ और मुकेश सहनी की पार्टी को सीट नहीं दिया गया है। जिसके बाद सहनी भाजपा से काफी नराज हो गए है और कह रहे हैं कि भाजपा ने उनके पीठ पर खंजर मारा है, साथ ही उन्होंने कहा कि वह अब सभी 24 सीटों पर चुनाव मैदान में होंगे। वहीं सहनी के इस बयान पर एनडीए नेतायों के तरफ से अपनी राय दी गई है।
कोई भी अगर चुनाव लड़ना चाहते हैं, तो अवश्य लड़ें
बिहार सरकार के मंत्री जीवेश कुमार ने कहा कि कोई भी अगर चुनाव लड़ना चाहते हैं, तो अवश्य लड़ें, जब उन्होंने ठान लिया है कि वह चुनाव लड़ेंगे, उन्हें कौन रोक सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि सहनी यदि यह कहते हैं कि भाजपा के प्रदेश प्रभारी भूपेंद्र यादव ने सीटों के बंटवारे को लेकर उनसे बात नहीं की थी तो वहीं भाजपा प्रदेश प्रभारी यह कह रहे हैं कि उन्होंने सभी पार्टियों से बात की थी, इसलिए मैं नहीं जानता कि सहनी ऐसा क्यों कह रहे हैं, क्योंकि उस मीटिंग में मौजूद नहीं था।
जबकि, बिहार में शिक्षकों को शराब खोजने की जिम्मेवारी मिलने को लेकर मंत्री ने कहा कि इसे बिना वजह के तूल दिया जा रहा है, इसमें ऐसा कुछ नहीं है। उनको यह नहीं कहा गया है कि महीने में इतना शराब पकड़ना है। यह तो शिक्षकों की जिम्मेदारी होती है कि वह बेहतर समाज बनाने में सहयोग करें। शिक्षक ही सबकुछ कर सकते हैं, क्योंकि वह विश्वकर्मा है, सरस्वती है। इसलिए इसे मुद्दा बनाने की जरुरत नहीं।
साथ ही जदयू द्वारा किये जा रहे विशेष राज्य के दर्जें की मांग को लेकर किए जा रहे मांग पर उन्होंने कहा कि,देश के प्रधान से मांग करना कुछ गलत नहीं है। लेकिन, साथ ही यह सच है कि पीएम का पहले से ही बिहार पर विशेष ध्यान रहा है। बिहार में बन रहे बड़े बड़े पुल इसका उदाहरण हैं।