आरआरबी-एनटीपीसी की परीक्षा रिजल्ट में धांधली को लेकर महागठबंधन के कार्यकर्ताओं ने यह धरना प्रदर्शन
मधुबनी : जिले के बिस्फी जीरो माइल मुख्य सड़क तथा प्रखंड मुख्यालय समीप राजद के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने आरबीसी एनटीपीसी की परीक्षा में धांधली को लेकर जमकर सड़क पर प्रदर्शन कर धरना प्रदर्शन किया। जिसकी अध्यक्षता राजद के प्रखंड अध्यक्ष जय जय राम यादव ने किया। वही इस कार्यक्रम को संचालन युवा नेता विजय यादव ने किया।
वही इस मौके पर प्रखंड अध्यक्ष जय जय राम यादव ने कहा कि आरआरबी एनटीपीसी के रिजल्ट में किए गए धांधली के खिलाफ उठकर छात्र-छात्राओं के समर्थन में महागठबंधन के द्वारा जमकर आंदोलन किया गया है, और युवा विरोधी सरकार छात्र-छात्राओं एवं युवाओं के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं जिसको महागठबंधन कतई बर्दाश्त नहीं करेगी।
इस मौके पर अरुण कुमार राकेश कुमार, शत्रुघ्न सिन्हा, रविंदर कुमार, प्रभु लाल यादव, वीरेंद्र कुमार, दिलीप कुमार यादव, मोहम्मद असलम सहित युवा कार्यकर्ता मौजूद थे।
बिस्फी में खाली रह गये शिक्षकों के पद
मधुबनी : जिले के बिस्फी प्रखंड में शिक्षक नियोजन के लिए काउंसलिग शुक्रवार को समाप्त हो गयी। काउंसलिग 12 पंचायतों में शिक्षकों के 43 रिक्त पदों पर काउंसलिग किया जाना था। नियोजन के लिए उत्क्रमित उच्च विद्यालय बसबरिया और मध्य विद्यालय धजबा में केन्द्र बनाये गये थे। आवेदकों के नहीं आने के कारण केवल 7 पदों के लिए ही काउंसलिग किया गया। औंसी बभनगामा दक्षिण में 7 रिक्तियों में एक भी अभ्यर्थी काउंसलिग के लिए नहीं पहुंचे।
जगवन पश्चिम में 8 रिक्तियों के विरूद्ध केवल दो का ही काउंसलिग हुआ।चहुटा में उर्दू के तीन पदों के लिए भी कोई अभ्यर्थी काउंसलिग के लिए नहीं आये। सिहासो में उर्दू के पांच रिक्तियों के विरूद्ध केवल एक अभ्यर्थी का ही काउंसलिग हुआ। दोनों केन्द्रों पर भी विडियोग्राफी की ब्यबस्था की गई थी, साथ ही सुरक्षा के भी व्यापक इंतजाम किये गये थे। मजिस्ट्रेट के रूप में बीएसओ मुकेश कुमार को तैनात किया गया था।
बीडीओ मनोज कुमार, बीपीआरओ चन्देश्वर नारायण सिंह और बीईओ अशोक कुमार दोनों नियोजन स्थल की मानीटरिंग कर रहे थे। वहीं, पुलिस पदाधिकारी सुरेश चौधरी, मायाशंकर सिंह के अलावे मुखिया वशिष्ठ झा,अमरेश कुमार झा, मो० फिरन और पंचायत सेवक भी काउंसलिग के मौके पर मौजूद थे।
सीईसी के निदेशक प्रो. जेबी नड्डा ने आर्यभट्ट ज्ञान विवि में एसजेएमसी के छात्रों को संबोधित किया
मधुबनी : आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय में स्थित स्कूल ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन में छात्रों को संबोधित करते हुए प्रो. नड्डा ने नये शिक्षा नीति के बारे में उनको जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नये शिक्षा नीति का उद्देश्य देश की शिक्षा में संरचनात्मक परिवर्तन लाना है। साथ ही यह संगठनात्मक परिवर्तन के लिए भी है। देश में उच्च शिक्षा का स्तर 28 प्रतिशत है जिसे 2035 तक 50 प्रतिशत तक ले कर जाना है। यह एक कठिन चुनौती है।
देश में अभी चालीस हजार के आसपास कॉलेज है। जो की सरकारी और निजी क्षेत्र दोनों से हैं। वर्तमान में सरकारी तथा निजी विश्वविद्यालय सब मिल कर भी इस लक्ष्य को नहीं पा सकते है। इस लक्ष्य को पाने का मात्र एक ही रास्ता है वह है डिजिटल शिक्षा का विस्तार। यह डिजिटल यूनिवर्सिटी बना कर ही संभव हो सकता है। जिसे आभासीय विश्वविद्यालय भी कहा जा सकता है।
देश के सामने सबको शिक्षा का अवसर मुहैया कराने की चुनौती है
देश के सामने सबको शिक्षा का अवसर मुहैया कराने की चुनौती है। यह हमारे लिए एक अवसर की तरह भी है। यह सपना डिजिटल यूनिवर्सिटी बना कर ही पूरा किया जा सकता है। आपको हैरानी होगी पाकिस्तान में पहले से ही डिजिटल यूनिवर्सिटी मौजूद है। एक बात जो गौर वाली है वह यह है कि हमारी यूनिवर्सिटी में शिक्षकों की भी काफी कमी है। डिजिटल यूनिवर्सिटी के पास इस समस्या का भी हल है।
नये शिक्षा नीति में अंतर-अनुशासनिक शिक्षा की भी बात की गई है
नये शिक्षा नीति में अंतर – अनुशासनिक शिक्षा की भी बात की गई है। हम लोगों को समग्रता में विकास करना होगा। जो विद्यार्थी भूगोल ले कर पढ़ाई कर रहें है उन्हें इतिहास भी जानना होगा। इस नई नीति के तहत विद्यार्थियों को पसंद की विषय लेने की छूट होगी। अभी हम सिस्टम की कठोरता के कारण यह हासिल नहीं कर पा रहे हैं।
डिजिटल माध्यम में कम समय में अपनी बात कहना आना चाहिए
डिजिटल संचार के बारे में उन्होंने बताया की यहां पर कम समय में अपनी बात कहना आना चाहिए। डिजिटल दूनिया में व्याकरण की अवधारणा समाप्त हो गई है। सबसे जरूरी है कि आप संपर्क कर पा रहे है कि नहीं। संचार में संदेश का बहुत मायने है। शरीर हमेशा शब्दों से ज्यादा संचार करता है।
अपना जीवन चुनें, अपनी ताकत को जानें
विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए उन्होंने कहां की अपना जीवन चुनें, अपनी ताकत को जानें, अपनी रुचि का पीछा करें। प्रो. जगत भूषण नड्डा, सीईसी के निदेशक है। शैक्षिक संचार के लिए कंसोर्टियम, जिसे सीईसी के नाम से जाना जाता है, भारत के विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा स्थापित अंतर विश्वविद्यालय केंद्रों में से एक है। यह उभरती सूचना संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) के उचित उपयोग के साथ टेलीविजन के शक्तिशाली माध्यम के माध्यम से उच्च शिक्षा की जरूरतों को पूरा करने के लक्ष्य के साथ स्थापित किया गया है। प्रो. जगत भूषण नड्डा एक कुशल शिक्षाविद, प्रशासक और एक विद्वान हैं, जिन्हें सैंतीस की कम उम्र में प्रबंधन में प्रोफेसर नियुक्त होने का गौरव प्राप्त है। तब से देश भर में आठ अलग-अलग प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों और उच्च स्तर के संस्थानों में संकाय के रूप में काम किया है।
इस मौके पर स्कूल ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन के निदेशक, डॉ इफ्तेख़ार अहमद, बिहार के एमएलसी राजेन्द्र गुप्ता कोऑर्डिनेटर डॉ मनीषा प्रकाश और शिक्षक डॉ अजय कुमार सिंह, डॉ अमित कुमार, डॉ अफ़ाक हैदर उपस्थित रहें।
आरआरबी-एनटीपीसी परीक्षा के विरोध मे छात्र संगठन का शांतिपूर्ण रहा बंद, ट्रेन के परिचालन पर नही दिखा असर
मधुबनी : आरआरबी-एनटीपीसी परीक्षा परिणाम के विरोध में छात्र संगठनों ने शुक्रवार को बिहार बंद बुलाया। इस बंद का समर्थन राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी राजद, कांग्रेस और लेफ्ट दलों ने भी किया है। यहां तक कि सरकार में शामिल जीतनराम मांझी की पार्टी हम और मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी ने भी छात्रों के बंद को अपना समर्थन दिया है।
बता दें, बिहार बंद के दौरान जहां एक ओर मधुबनी में जिला प्रशासन के द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, वहीं दूसरी ओर छात्र संगठन भी सुबह से ही सड़क पर उतर कर लगातार प्रदर्शन कर रहे थे। मधुबनी स्टेशन के बाहर एसएफआई ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान कुछ देर तक आवागमन ठप रहा। वही मधुबनी स्टेशन से गुजरने वाली गाड़ियों पर बंद का कोई भी असर नही देखा गया।
ट्रेन अपने निर्धरित समय पर आई एवं निर्धरित समय पर यात्री के सवार होते ही खुली। इस दौरान पुलिस सुरक्षा हेतु मुस्तैद देखी गई। वहीं, आरपीएफ फोर्स, दरभंगा के शंकर प्रसाद रजक ने बताया की हमलोग बिहार बंद को लेकर सुरक्षा के लिए टीम के साथ खड़े है। ट्रेन का परिचालन अन्य दिनो की भांति हो रही है, मधुबनी स्टेशन पर स्थिति सामान्य है कही-कोई प्रदर्शन नही हो रहा है।
दरअसल छात्र आरआरबी एनटीपीसी सीबीटी व ग्रुप डी सीबीटी 1 परीक्षा में हुई कथित धांधली को लेकर कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। इधर,पटना के खान सर ने छात्रों से विरोध प्रदर्शन में हिस्सा न लेने की अपील की है। खान सर ने छात्रों को जारी संदेश में कहा कि प्रधानमंत्री ने सारी मांगें मान ली है।
आरआरबी, एनटीपीसी की परीक्षा के रिजल्ट में धांधली तथा ग्रुप डी की परीक्षा को लेकर माकपा ने किया प्रदर्शन
मधुबनी : भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) लोकल कमिटी अंचल जयनगर एवं भारती कम्युनिस्ट पार्टी अंचल जयनगर द्वारा आरआरबी, एनटीपीसी की परीक्षा के रिजल्ट में धांधली तथा ग्रुप डी की परीक्षा में एक ही जगह दो परीक्षाएं आयोजित रेलवे के तुगलकी फरमान के खिलाफ बिहार के अन्दर छात्र-युवा आंदोलन के प्रति सरकार का दमनात्मक रवैया घोर निंदनीय हैं। आज देश के अन्दर छात्र-युवा का आक्रोश महाविस्फोट अकारण नहीं हैं।
विगत 7 वर्षों में भाजपा राज में छात्र नौजवान अपने को लगातार छल महसूस कर रहे हैं। ऐसा कोई परीक्षा नहीं है, जिसकी प्रक्रिया पूरी होने में कम से कम 5 से 7 वर्ष नहीं लगता हो पर देश के अन्दर भाजपा सरकार में वेरोजगरी का आलम यह है कि ग्रुप डी तक कि परीक्षा में भी करोड़ो आवेदन आते हैं। बिहार में तो बेरोजगारी परीक्षा चरम पर है जब बिहार के छात्र-युवा आंदोलन पे है, तो सरकार कमिटी बना कर जाँच करवाने के लिए आगे आया है।
इस बाबत जयनगर रेलवे स्टेशन चौक पर नीतीश कुमार का पुतला दहन कर छात्र युवा आंदोलन को मजबूत करते हुए सरकार से मांग किया हैं कि उक्त आंदोलन से जितना मुकदमा हुआ है, उसे वापस लिया जाय तथा छात्र-युवा को तंग तबाह से बाज आए सरकार तथा पुनः रिजल्ट प्रकाशित करें।
इनकी मांग निम्न हैं
छात्र-युवा आंदोलन के समर्थन में नीतीश कुमार का पुतला दहन, जांच कमीटी का झांसा नही चलेगा। हमारी मांगे पूरी करो, गिरफ्तार छात्रों को रिहा करो, दमन चक्र पर रोक लगाओ।ग्रुप-डी सीबीटी-2 मेन्स परीक्षा का फरमान वापिस लो। एनटीपीसी का बीस गुणा रिजल्ट जारी करो। रेलवे भर्ती का कैलेंडर बहाल करों।
पुतला दहन कार्यक्रम को सम्बोधित करते माकपा के लोकल सचिव कुमार राणा प्रताप सिंह, भाकपा अंचल मंत्री राम नरायण बनरैत, शशिभूषण प्रसाद, गंगा राम, रत्नेश्वर प्रसाद, शिव कुमार यादव, रविन्द्र बिहारी उर्फ मोहन, पवन यादव, वकील बैठा के अलावे अन्य लोगों ने सम्बोधित किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ किसान नेता कॉमरेड राम जी यादव ने की।
छात्र-युवाओं के रोजगार से खिलवाड़ करना बंद करें केंद्र सरकार :- अरूण कुमार यादव
मधुबनी : प्रगति समाज सेवी युवा समिति के अध्यक्ष अरूण कुमार यादव ने कहा छात्र-छात्राओं से नौकरी के नाम पर अधिक से अधिक फॉर्म भरवा कर व्यापार करना बंद करें केंद्र सरकार। केंद्र सरकार छात्र युवाओं के साथ रोजगार के नाम पर खिलवाड़ कर रही है। रेलवे का जो फॉर्म भरने मे पहले 50 रूपए पड़ता था, वही फॉर्म भरने के लिए विद्यार्थियों से 500 रूपए वसूला गया था। फॉर्म भरवाने के साथ परीक्षा लेने और रिजल्ट देने में सरकार को सालों लग गया।
विद्यार्थियों द्वारा आंदोलन किया जाता है तब जाकर सरकार की नींद खुलती हैं, और तब परीक्षा लेती है फिर रिजल्ट देने के लिए भी विद्यार्थियों को मुहिम चलाना पड़ा और अब रिजल्ट प्रकाशित किया तो उसमें भी बहुत बड़ा धांधली किया गया है। जिस तरह का रिजल्ट दिया गया है, उससे 35000 बहाली के बदले बहुत ही कम बहाली हो पायेगा, बांकी के सीट खाली रह जायेगा। फिर उसी सीट पर बहाली निकाल कर युवाओं से फॉर्म भरवाने के नाम पर अरबों रुपए का वसूली किया जाएगा।
बहाली के 20 गुणा अधिक रिजल्ट देने के बदले 4 से 5 गुणा विद्यार्थियों को ही सभी पोस्टों पर रिजल्ट क्यों दिया गया है? इस रिजल्ट से बहुत से विद्यार्थियों को अगले परीक्षा में भाग लेने से रोककर सीट खाली रखकर छात्र युवाओं के साथ बहुत बड़ा नाइंसाफी किया गया है। एक तरफ नौकरी के लिए लाखों विद्यार्थियों से फॉर्म भरवाने के नाम पर अरबों रुपए वसूल करना और दूसरी तरफ खराब रिजल्ट देकर विद्यार्थियों को नौकरी से दूर व सीट खाली रखकर निजीकरण का बड़ा खेल खेला जा रहा है।
श्री यादव ने कहा सरकार को कोरोना के समय में कई राज्यों में चुनाव कराने और लड़ने में कोई दिक्कत नहीं होता, किंतु छात्रों का परीक्षा लेने में रेल मंत्री के अनुसार दिक्कत हो रही है। यह दिक्कत नहीं रेलवे को निजीकरण करने का साजिश है और छात्र नौजवानों को रोजगार से बेदखल करने का प्लानिंग है। आरआरबी-एनटीपीसी परीक्षा परिणाम को सीट के अनुपात में बीस गुना बढ़ा कर पुनः प्रकाशित करें।
आरआरबी ग्रुप-डी के लिए सेकंड एग्जाम लेने का फरमान वापस लें। प्रदेश एवं देश के छात्रों व शिक्षकों पर लाठी गोली चलवाना, फर्जी मुकदमें में डाल कर डराना धमकाना बंद करके रेलवे बोर्ड व रेल मंत्री को अपनी गलती स्वीकार करते हुए इसे वापस लें एवं पुनः रिजल्ट प्रकाशित करें अन्यथा छात्र-छात्राओं के जिंदगी से खेलना केंद्र की सरकार को बहुत भारी पड़ेगा। युवाओं से अपील करते हुए कहा कि जब तक रिजल्ट में सुधार और ग्रुप डी के लिए दूसरी परीक्षा लेने का फरमान वापस नहीं लेता है, तब तक आंदोलन जारी रखें लेकिन आंदोलन अहिंसक हो ये ध्यान रखना है। आंदोलन हिंसक रूप न ले, किसी सरकारी सम्पत्ति का नुकसान न करें।
एनसीसी ए सर्टिफिकेट की +२ हाई स्कूल जयनगर में एनसीसी ‘ए’ सर्टिफिकेट की परीक्षा हुई सम्पन्न
मधुबनी : 34बिहार बटालियन एनसीसी मधुबनी के तत्वावधान में +२ हाई स्कूल, जयनगर मे एनसीसी ‘ए’ सर्टिफिकेट की परीक्षा शुक्रवार को आयोजित की गई। कोविड-19 मानकों को ध्यान में रखकर सभी बच्चों की परीक्षा शांतिपूर्ण ली गई। परीक्षा के दौरान 34बिहार बटालियन मधुबनी के सीनियर स्टाफ टी.बी. गुरुंग के देखरेख में एवं सिटीओ डॉ० केशव चंद्र झा के नेतृत्व में परीक्षा ली गयी। शांतिपूर्ण एवं कदाचार मुक्त परीक्षा संचालन के लिए प्रसन्नता व्यक्त किया गया।
सत्र 2020-22 के 50 कैडेट्स में से 40 कैडेट्स ने परीक्षा में भाग लिए। सफल परीक्षा संचालन के लिए +२ हाई स्कूल जयनगर के प्रभारी प्रधानाध्यापक और एनसीसी इंचार्ज केशव चंद्र झा एवं सीनियर कैडेट्स की अहम भूमिका रही। लगभग 1 महीना के बाद इस परीक्षा में उत्तीर्ण कैडेट को प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएंगे, और अगले सत्र 2022 24 सत्र के लिए 50 कैडेट्स का नामांकन 15 मार्च 2022 से प्रारंभ हो जाएगा।
युवक का आम के पेड़ से लटका शव मिलने से सनसनी, पुलिस कर रही जांच
मधुबनी : जिले के हरलाखी थाना क्षेत्र के फुलहर पश्चिम टोला में बगीचे मे आम के पेड़ से एक युवक का शव बरामद किया गया है। शव को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी पड़ी। इसे लेकर आसपास के क्षेत्री मे सनसनी फैल गई। वहीं मृतक के परिजनों ने कहा है कि यह सुसाइड नहीं है, हत्या कर शव को इस तरह से लटका दिया गया है।
मृतक की पहचान बासोपट्टी थाना क्षेत्र मेहतरपट्टी गांव निवासी सिंटू राम का 27 वर्षीय पुत्र उपेंद्र राम है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। शुक्रवार की सुबह कुछ ग्रामीण जब शौच के लिए बगीचा में गया तो देखा कि पेड़ से शव लटक रहा है, जिसकी सूचना हरलाखी थाना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष प्रेमलाल पासवान दलबल के साथ बगीचे में पहुंच जांच में जुट गए, जहां मृतक के जेब से आधार कार्ड बरामद हुआ। जिसके अनुसार बासोपट्टी थाना द्वारा परिजन को सूचना दी गई। इसके बाद शव को पुलिस कब्जे में लेकर थाने ले गई।
यहां मृतक के पिता ने शव का शिनाख्त किया। मृतक युवक गुरुवार की शाम घर मे खाना खाकर चौक पर गया। इसके बाद शायद फुलहर में झंडा मेला देखने गया था। जिस जगह से आज युवक का शव बरामद हुआ है। युवक अविवाहित था और मजदूरी का काम करता था। किसी के साथ कोई लड़ाई झगड़ा भी नही था। युवक की मौत संदेहास्पद बना हुआ है कि आखिर इसकी हत्या हुई है या फिर आत्महत्या है?
वहीं फुलहर सरपंच प्रतिनिधि प्रमोद साह व जदयू नेता गुलाब महतो ने कहा कि शव की स्थिति देखने से प्रथम दृष्टया हत्या प्रतीत हो रहा है। खासकर भारत-नेपाल बॉर्डर के इतने करीब युवक का शव बरामद होना सीमा पर तैनात एसएसबी के गश्ती पर सवाल खड़े हो रहे है। अगर एसएसबी की ड्यूटी सही होती, तो हत्यारा पकड़ा जाता। वैसे पुलिस जांच कर रही है। थानाध्यक्ष प्रेमलाल पासवान ने कहा कि शव को कब्जे में लेकर घटना की बारीकी से जांच की जा रही है। शव को पोस्टमॉर्टम में भेजा जा रहा है। जल्द ही मामले में खुलासा किया जाएगा।
सुमित कुमार की रिपोर्ट