पटना/नयी दिल्ली : मणिपुर सरकार ने गत 19 नवंबर 2018 को जब महान वीरांगना झांसी की रानी की जयंती मनायी, तब आयोजन का विरोध करते हुए एक लोकल टीवी चैनल के पत्रकार किशोरचंद्र वांगखेम ने मुख्यमंत्री बीरेन सिंह को केंद्र सरकार और हिंदुत्व की कठपुतली बताते हुए आपत्तिजनक वीडियो अपलोड किये थे।
पत्रकार को 26 नवंबर को गिरफ्तार कर लिया गया था। एनएसए के तहत मुकदमा चला। 14 दिसंबर को मजिस्ट्रेट ने पत्रकार वांगखेम को एक साल तक हिरासत में रखने की सजा सुनायी। विभाजनकारी ताकतों ने मणिपुर और पूर्वोत्तर राज्यों में जो जहर फैलाया है, उसका परिणाम है कि वहां का एक तबका स्वाधीनता संग्राम के अनेक नायकों को अपना नहीं मानता। पत्रकार वांगखेम उन्हीं लोगों में से हैं।
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