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तैयारी पूरी, MLC चुनाव को लेकर कभी भी हो सकती है घोषणा, जानें राजनीतिक दलों की तैयारी 

पटना : बिहार में विधान परिषद के स्थानीय प्राधिकार कोटे वाले 24 सीटों पर कभी भी चुनाव तारीख की घोषणा हो सकती है। इसको लेकर बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय की रिपोर्ट पर चुनाव आयोग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है।

दरअसल, बिहार में इस साल के अप्रैल-मई में नगर निकाय चुनाव प्रस्तावित है। इस वजह से चुनाव आयोग इससे पहले विधान परिषद की सीटों पर चुनाव संपन्न करा लेना चाहता है।

24 सदस्यों का कार्यकाल 16 जुलाई 2021 में ही समाप्त हो चुका

बता दें कि, विधान परिषद के स्थानीय निकाय प्राधिकार निर्वाचन क्षेत्र से 24 सदस्यों का कार्यकाल 16 जुलाई 2021 में ही समाप्त हो चुका है। इन सीटों के लिए चुनाव 16 जुलाई से पहले ही हो जाना था। लेकिन कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण पंचायत चुनाव में हुई देरी की वजह से अबतक इन सीटों पर चुनाव नहीं हो पाया है।

राजनीतिक दलों की तैयारी

वहीं, दूसरी तरफ इस चुनाव को लेकर बिहार के राजनीतिक दलों की तैयारियों पर नजर डालें तो बिहार की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी राजद ने लगभग अपने सभी सीटों पर उम्मीदवारों का नाम तय कर लिया है। उसके तरफ यह सूची पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को सौंप भी दी गई है। हालांकि, इनके साथ गठबंधन में शामिल कांग्रेस इनमें से कुछ सीटों को लेकर विरोध जाता रही है ऐसे में अभी राजद कितने सीटों पर चुनाव लड़ेगी इसका आधिकारिक एलान नहीं हुआ है।

जबकि बात करें एनडीए की तो यहां बिहार विस चुनाव में दूसरे नंबर की पार्टी रही भारतीय जनता पार्टी के तरफ से सारी तैयारी अंतिम चरण में है, भारतीय जनता पार्टी 13 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। बाकी के 11 सीट जदयू को देने के लिए तैयार है। हम और वीआईपी को लेकर अभी कोई खास बात नहीं हो रही है। भाजपा का मानना है कि पिछली बार वह 13 सीटों पर जीत हासिल की थी, इसलिए इस बार भी वह इतने ही सीटों पर लड़ेगी।

गौरतलब है कि, 24 विधान परिषद सीटों के लिए होने वाले चुनाव में पंचायतीराज संस्थाओं के 1 लाख 32 हजार मतदाता शामिल होंगे। चुनाव के लिए सभी प्रखंडों में 540 बूथों का गठन होगा। बड़े प्रखंडों में दो बूथ बन सकती है।

इस चुनाव में पंचायत के मुखिया, वार्ड सदस्य, पंचायत समिति के सदस्य, जिला पर्षद सदस्य भी वोटर होंगे। वहीं, शहरी निकाय में नगर पंचायत, नगर पर्षद और अलावा कंटोनमेंट बोर्ड के सदस्य भी स्थानीय निर्वाचन क्षेत्र प्राधिकार के माध्यम से निर्वाचित होने वाले नगर निगम के निर्वाचित सदस्यों के सदस्यों का चुनाव करेंगे।