2020 विधानसभा चुनाव के समय भाजपा से बगावत करने वाले बागियों की अब घर वापसी होने लगी है। अब तक की सबसे बड़ी वापसी जो हुई है, वह राजेंद्र सिंह की हुई है। जिन्होंने, भाजपा से टिकट कटने के बाद लोजपा के सिंबल से दिनारा विधानसभा चुनाव से चुनाव लड़ा था, उनकी आज घर वापसी हो गई है।
राजेंद्र सिंह का भाजपा में स्वागत करते हुए प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर संजय जयसवाल ने कहा कि पूर्व में बिहार भाजपा के प्रदेश महामंत्री और प्रदेश उपाध्यक्ष जैसे विभिन्न महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन कर चुके श्री राजेन्द्र सिंह जी को आज बेतिया में पुनः पार्टी की सदस्यता दिलाई एवं एकसाथ काम करने के लिए स्वागत किया। भाजपा परिवार में पुनः आपका अभिनन्दन है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जो भी लोग बागी हुए थे, वे सभी बागी फिर से पार्टी की सदस्यता लेना चाहते थे। वैसे भी जो भी लोग बागी हुए थे, उनमें से कई कभी न कभी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक रहे थे, इसलिए उनकी वापसी ज्यादा मुश्किल नहीं होने वाली थी।
यह भी बातें सामने आई थी कि राजेंद्र सिंह काफी पहले भाजपा में आना चाहते थे। लेकिन, केंद्रीय स्तर के एक बड़े नेता की बातों की इन्होंने अवहेलना की थी, इसलिये वापसी के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ा। वापसी के साथ यह कयास लगाया जा रहा है कि पार्टी जल्द ही इन्हें एक बार फिर से सांगठनिक जिम्मेदारी दे सकती है।
बता दें कि राजेंद्र सिंह पूर्व में झारखंड संगठन के संगठन महामंत्री हुआ करते थे। उनके संगठन मंत्री रहते भारतीय जनता पार्टी ने झारखंड में सरकार बनाई थी। इसके बाद इन्हें बिहार के चुनाव में लाया गया था और दिनारा से चुनाव लड़ा गया था। हालांकि, राजद और जदयू का गठबंधन होने के कारण इनको हार मिली थी। इसके बाद 2020 के चुनाव में इनका टिकट जय कुमार सिंह के सामने कट गया था, इसलिए राजेन्द्र सिंह बागी होकर लोजपा के सिंबल से चुनाव लड़े थे।