ऑक्सीजन प्रबंधन हेतु एपीएचसी स्तर तक एक-एक डॉक्टर व नर्स होंगी प्रशिक्षित
पटना : स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव, उपचार और टीकाकरण को लेकर स्वास्थ्य विभाग योजनाबद्ध तरीके से काम कर रहा है। लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने और इससे संबंधित जानकारी के लिए 24×7 मेडिकल हेल्पलाइन सेवा हर जिले में एक्टिव है।
पांडेय ने कहा कि सभी सिविल सर्जन एवं जिला कार्यक्रम प्रबंधक को नेशनल ऑक्सीजन स्टेवर्डशिप प्रोग्राम के तहत ऑक्सीजन थेरापी और प्रबंधन के अलावे ऑक्सीजन के युक्तिसंगत उपयोग के लिए एपीएचसी स्तर तक चिह्नित एक-एक डॉक्टर और एएनएम को दिल्ली से प्रशिक्षण प्राप्त नामित चिकित्सक एवं एएनएम द्वारा 13 जनवरी को प्रशिक्षण संपन्न कराने का निर्देश दिया गया है।
पांडेय ने कहा कि बिहार के सभी जिलों में दी जा रही इस सुविधा के जरिए लोग टॉल फ्री नंबर पर डॉक्टरों की सलाह के साथ कोरोना जांच के लिए निकटतम अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र की जानकारी ले सकते हैं। विभाग द्वारा संचलित हेल्पलाइन के जरिए गर्भवती महिला, बुजुर्ग व्यक्ति और गंभीर बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों को कोरोना जांच के लिएंबुलेंस की व्यवस्था की गई है।
इसके अलावा उन्होंने बताया कि कोरोना से ग्रसित व्यक्ति की अगर ज्यादा तबीयत खराब होती है तो, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने के लिए 24×7 मुफ्त एंबुलेंस की व्यवस्था भी की गई है। इसके अलावा नियंत्रण कक्ष में प्रतिनियुक्त कर्मी के माध्यम से होम आइसोलेशन में रहनेवाले व्यक्तियों का प्रत्येक दिन स्वास्थ्य स्थिति की जानकारी प्राप्त करने का आदेश दिया गया है, ताकि विभाग को सही समय पर उनकी स्थिति का पता चल सके।
मंगल पांडेय ने कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रमित मरीजों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा डाक विभाग के सहयोग से जरूरी दवाएं भेजने की व्यवस्था की गई है। वैसे मरीज जो घर में आइसोलेटेड हैं, उन्हें बाहर ना आना पड़े इस लिए विभाग ने ये तैयारी की है।
कोरोना किट में सभी दवाइयां मौजूद रहेंगी जो मरीजों के लिए आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना जांच के दौरान लोग अपना सही पता और मोबाइल नंबर डाले, जिससे दावा आपूर्ति में सहुलियत हो। पांडेय ने संकमण से बचने के लिए लोगों से सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं का लाभ लेने और कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने भी अपील की है।