सोमवार को इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट के सभागार में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 15 से 18 वर्ष के बच्चों के टीकाकरण का शुभारंभ किया। इस मौके पर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमायल अहमद भी मौजूद थे। उनहोंने मुख्यमंत्री से मिलकर उन्हें इस कार्य के लिए धन्यवाद दिया एवं उनसे आग्रह किया कि ठंड के कारण बिहार के विभिन्न जिलों के जिला पदाधिकारीयो ने विद्यालय बंद करने की घोषणा कर दी है।
प्राइवेट स्कूल एंड वेल्फेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष शमायल अहमद ने सीएम से निवेदन करते हुए कहा कि विद्यालय को तत्काल बंद ना किया जाए, यदि विद्यालय बंद हो जाते हैं तो टीकाकरण में रुकावट आ जाएगी एवं शत प्रतिशत टीकाकरण नहीं हो पाएगा। यदि अधिक ठंड पड़े तो नर्सरी से पांचवीं कक्षा तक ही बंद करने का आदेश दिया जाना चाहिए क्योंकि कक्षा 6 से 12 वीं तक प्रायः बच्चों की उम्र 15 साल से ऊपर होती है और अगर विद्यालय सुचारू ढंग से चलता रहा तो विद्यालय सूची के अनुरूप बच्चों को शत प्रतिशत टीकाकरण लगना संभव होगा।
मुख्यमंत्री ने अविलंब अपने मुख्य सलाहकार दीपक कुमार से इस विषय पर विस्तार में चर्चा करने को कहा ताकि कल के होने वाली बैठक में इस पर विचार किया जा सके। राष्ट्रीय अध्यक्ष शमायल अहमद ने मुख्यमंत्री से मिलकर यह भी सूचना दी कि उनकी मुहिम बिहार राज्य को विशेष राज्य का दर्जा देने को सफल बनाने के लिए के एसोसिएशन से जुड़े बिहार के सभी 25000 निजी विद्यालय के संचालकों शिक्षकों छात्रों एवं अभिभावकों के द्वारा एक करोड़ से ज्यादा पत्र माननीय प्रधानमंत्री को भेजने का लक्ष्य रखा गया है, जिसका उद्घाटन दिनांक 2 जनवरी को किशनगंज जिला से किया गया। जिसमें स्थानीय विधायक जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में स्थानीय निजी विद्यालयों के संचालक शिक्षक छात्र अभिभावक सहित पूर्णिया एवं कोशी कमिश्नरी के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।