3 जनवरी से शुरू होगा 15-18 साल के किशोरों को टीकाकरण
मधुबनी : जिले में 3 जनवरी से 15 से 18 साल के किशोरों को भी कोरोना वैक्सीन दी जाएगी। इसे लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने पंजीकरण और टीकाकरण अभियान पर दिशा निर्देशों जारी किए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी नई गाइडलाइंस के मुताबिक, 3 जनवरी से शुरू होने वाले 15-18 साल के किशोरों को टीकाकरण के लिए 2007 या उससे पहले का जन्म लिया होना अनिवार्य है।
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एस.के. विश्वकर्मा ने बताया 1 जनवरी से कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन शुरू हो जाएगा तथा ऑन स्पॉट भी रजिस्ट्रेशन किया जा सकेगा। किशोरों के टीकाकरण के लिए अलग सत्र स्थल बनाया जाएगा व सिर्फ कोवैक्सीन की ही डोज दी जाएगी। वही 10 जनवरी से हेल्थ वर्कर एवं फ्रंटलाइन वर्कर को तीसरी डोज दी जाएगी जिसके लिए लाभार्थी का सेकंड डोज लेने के बाद 9 माह या 39 सप्ताह का अंतराल हो गया है वैसे लाभार्थियों को मोबाइल पर मैसेज भेजी जाएगी और उन्हें बूस्टर डोज दी जाएगी डॉक्टर विश्वकर्मा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य है कि प्रथम दिन 90% हेल्थ केयर वर्कर वर्क फ्रंटलाइन वर्क को तीसरी डोज लगाया जा सके।
वहीं 60 वर्ष से ऊपर वैसे व्यक्ति जो कोमोरबिडिटी से ग्रसित हैं वैसे लोगों को डॉक्टरी सलाह लेने के बाद तीसरी डोज दी जाएगी। वहीं जिले में अब तक टीकाकरण से छूटे हुए लाभार्थी तथा दूसरे डोज से वंचित लोगों के लिए 30 और 31 दिसंबर को महा मेगा अभियान चलाकर लोगों को टीकाकरण किया जाएगा जिसके लिए 700 से अधिक सत्र स्थल बनाए गए हैं। आईडीएसपी से मिली सूचनाओं के आधार पर सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया जिले में अभी कोरोना के एक भी संक्रमित मरीज नहीं है।
गाइडलाइंस:
•15-18 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों का टीकाकरण 3 जनवरी, 2022 से शुरू होगा। ऐसे लाभार्थियों के लिए, टीकाकरण का विकल्प सिर्फ “कोवैक्सिन” होगा।
•उन स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए, जिन्हें दो खुराकें मिल चुकी हैं, तीसरी खुराक 10 जनवरी, 2022 से उपलब्ध होगी।
•60 साल या इससे ऊपर के गंभीर बीमारियों से पीड़ित बुजुर्गों को डॉक्टरों की सलाह के आधार पर दूसरे डोज के 9 महीने या 39 हफ्ते बाद ही तीसरा डोज या बूस्टर डोज लगेगा। 9 महीना या 39 हफ्ते टीके के दूसरी डोज लगने वाली तारीख से माना जाएगा।
कोवीन पोर्टल के प्रावधान:
•स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60+ गंभीर बीमारी वाले नागरिक अपने मौजूदा कोवीन पोर्टल के माध्यम से तीसरी खुराक के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
•ऐसे लाभार्थियों की पात्रता कोवीन सिस्टम में दर्ज दूसरी खुराक लगवाने की तारीख पर आधारित होगी।
•कोवीन ऐसे लाभार्थियों को खुराक देय होने पर तीसरी खुराक लेने के लिए एक एसएमएस भेजेगा।
•वैक्सीनेशन के लिए अपॉइंटमेंट ऑनलाइन या ऑनसाइट बुक किए जा सकते हैं।
•आधार और अन्य राष्ट्रीय पहचान पत्रों के अलावा बच्चे रजिस्ट्रेशन के लिए अपने 10वीं कक्षा के आईडी कार्ड का उपयोग कर सकते हैं।
टीबी-एचआईवी कोआर्डिनेशन की एएनएम सभागार में हुई समीक्षा बैठक
मधुबनी : सदर अस्पताल स्थित एएनएम सभागार में बुधवार को टीबी और एचआईवी पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत टीबी और एचआईवी के लक्षण, कारण और उपचार से संबंधित महत्वपूर्ण बातें बतायी गयी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एसीएमओ डॉ आर.के. सिंह ने कहा कि टीबी और एचआईवी दोनों ही संक्रामक बीमारी है। टीबी पर विस्तारपूर्वक अपनी बात रखते हुए डॉ.सिंह ने कहा कि टीबी की पहचान करना बहुत ही आसान है। अगर किसी व्यक्ति को दो हफ्तों से ज्यादा खांसी है और उसका वजन तेजी से घट रहा या उसे बराबर बुखार और खांसी है तो यह टीबी के लक्षण हो सकते हैं। इस बीमारी में उपचार बहुत महत्वपूर्ण है।
वहीं एचआईवी भी तेजी से फैलने वाला संक्रामक रोग है। यह हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का ही विनाश करता है। इसके लिए एचआईवी की जांच करा लेनी चाहिए। प्रत्येक एचआईवी पीड़ित एड्स का मरीज नहीं होता। बैठक में सीडीओ डॉ जीएम ठाकुर ने सभी गर्भवती महिलाओं एवं टीबी के मरीजों का एचआईवी टेस्ट सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर जिला अस्पतालों में एचआईवी टेस्ट किट उपलब्ध करायी गयी है। जिले की सौ फीसदी गर्भवती महिलाओं व टीबी मरीजों को एचआईवी टेस्ट कराने का निर्देश दिया।
उन्होंने बताया स्वास्थ्य विभाग के आदेश पर अमल की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर जिला अस्पतालों में टेस्ट किट उपलब्ध है। सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश जारी किया गया है। एचआईवी/टीबी के मरीजों को बेहतर उपचार देने के साथ एड्स की जांच की जाए जिसके के तहत स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा टीबी के मरीजों की पहचान की जाएगी। साथ ही जिन्होंने एचआईवी टेस्ट नहीं कराया है, इसके बाद सभी मरीजों को जागरूक कर एआरटी सेंटर पर जांच के लिए लाया जाएगा।
टीबी के मरीज को एचआईवी एड्स की जांच के लिए जागरूक कर एआरटी सेंटर पर लाया जाएगा। जिले में काफी संख्या में ऐसे लोग हैं जो टीबी होने के बाद भी अपना एचआईवी टेस्ट नहीं कराते हैं । इसलिए स्वास्थ्य विभाग ऐसे मरीजों की पहचान करेगा जहां जांच के दौरान अगर कोई मरीज एचआईवी पॉजिटिव पाया जाता है तो उसका इलाज कराया जाएगा। उसकी रिपोर्ट गोपनीय रखी जाएगी। जिले में एड्स के 7900 मरीज पंजीकृत हैं। जिसमे 4652 मरीज की दवा सदर अस्पताल से दी जाती है।
एड्स शरीर की रोग प्रतिरोधक छमता को कम कर देता है:
एसीएमओ डॉ आर के सिंह ने बताया एड्स स्त्री-पुरुष दोनों को होता है। हमारे शरीर में होने वाले जीवाणुओं के संक्रमण से लड़ने के लिए व्हाइट ब्लड सेल्स होते हैं, जिससे शरीर हानिकारक जीवाणुओं के प्रभाव से सुरक्षित रहता है। शरीर की जीवाणुओं से लड़ने की अपनी इस स्वाभाविक शक्ति को इम्युनिटी सिस्टम कहा जाता है। एड्स के वायरस इन व्हाइट ब्लड सेल्स को भी क्रियाहीन करके हमारी रोग प्रतिरोधक शक्ति को कम कर देते हैं, जिससे वायरस से लड़ने की हमारे शरीर की शक्ति खत्म हो जाती और रोग शरीर में अपना अधिकार जमा लेता है। यही कारण है कि इसे इम्युन डेफिशिएंसी यानी रोग प्रतिरोधक शक्ति का कम होना कहते हैं।
जनमानस को रोग के प्रति जागरूक करना जरूरी:
डीपीसी पंकज कुमार ने बताया कि जागरूकता ही एचआईवी संक्रमण के मामलों को रोकने का एकमात्र तरीका है। इसलिये ये जरूरी है कि रोग के कारण, लक्षण व इसके प्रसार की संभावनाओं के प्रति आम जनमानस को जागरूक किया जाये। एचआईवी व एड्स उन्मूलन की दिशा में लगातार कठिन प्रयास किये जा रहे हैं। बहुत हद तक हम इसमें कामयाब हुए हैं। उन्होंने कहा कि एचआईवी व एड्स सिर्फ स्वास्थ्य से जुड़ा मुद्दा न होकर हमारे समग्र विकास से जुड़ा मुद्दा है। इसलिये हमें हर स्तर पर इसके खतरे व इससे जुड़ी चुनौतियों के प्रति आम लोगों को जागरूक करते हुए इस पर प्रभावी नियंत्रण के उपाय करने होंगे।
धान अधिप्राप्ति की प्रक्रिया को लेकर जिलाधिकारी गंभीर, दिए जरूरी निर्देश
मधुबनी : जिला पदाधिकारी, मधुबनी की अध्यक्षता में खरीफ विपणन मौसम वर्ष 2021/22 के अंतर्गत धान अधिप्राप्ति के सफल कार्यान्वयन हेतु अधिप्राप्ति टास्क फोर्स की बैठक का आयोजन समाहरणालय के सभाकक्ष में आयोजित हुई।
इस बैठक के दौरान जिलाधिकारी द्वारा जिले के अलग अलग प्रखंडों में चल रहे धान अधिप्राप्ति प्रक्रिया की समीक्षा की गई। उन्होंने अपेक्षाकृत असंतोषजनक परिणाम हासिल करने वाले प्रखंडों के प्रखंड सहकारिता पदाधिकारियों को कड़े निर्देश जारी करते हुए अपने प्रयास को तेज करने को कहा। उन्होंने बैठक में उपस्थित जिला सहकारिता पदाधिकारी, मधुबनी को धान अधिप्राप्ति के लिए निर्धारित शेष बचे हुए समय में प्रयास तेज करने के निर्देश दिए।
उक्त बैठक में विशाल राज, उप विकास आयुक्त, मधुबनी, अजय कुमार भारती, जिला सहकारिता पदाधिकारी, मधुबनी सहित जिले के सभी प्रखंडों के प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी उपस्थित थे।
नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों को दिलायी गयी पद व गोपनीयता की शपथ, उप मुखिया व उप सरपंच का कराया गया चुनाव
मधुबनी : जिले के हरलाखी प्रखंड मुख्यालय के टीपीसी भवन में नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों को पद एवं गोपनीयता का शपथ दिलायी गयी, साथ ही आजीवन शराब न पीने एवं कोरोना टीका लेने के लिए लोगों को जागरूक करने की शपथ भी दिलायी गयी। सभी जनप्रतिनिधियों को प्रेक्षक महेश्वर प्रसाद सिंह की उपस्थिति में निर्वाची पदाधिकारी सह बीडीओ अरविंद कुमार सिंह ने शपथ दिलायी, साथ ही पंचायतों की उप मुखिया व उप सरपंच का निष्पक्ष व भयमुक्त चुनाव सम्पन्न कराया गया।
जहां पिपरौन पंचायत से उप मुखिया के रूप में विजय कुमार महतो निर्वाचित हुए, वहीं उप सरपंच अशोक मिश्र निर्वाचित हुए। फुलहर पंचायत से उप मुखिया पद पर संतोष मुखिया निर्विरोध चुने गए। उप सरपंच पद पर दुखनी देवी। इसी प्रकार कौआहा बरही पंचायत से उप मुखिया पद उदय राउत व उप सरपंच पद पर अताउर रहमान विजयी हुई।
मौके पर पिपरौन पंचायत की मुखिया कामिनी, फुलहर पंचायत की मुखिया वीणा देवी व कौआहा बरही पंचायत की मुखिया कल्पना कुमारी समेत तीनों पंचायत के सभी जनप्रतिनिधियों ने भाग लिया।
ग्राम पंचायत के निर्वाचित प्रतिनिधियों का शपथ ग्रहण जारी
मधुबनी : जिले के खजौली प्रखंड कार्यालय के सभागार में बुधवार को भी निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों का शपथ ग्रहण तथा उप-मुखिया एवं उप-सरपंच के निर्वाचन का सिलसिला जारी रहा। बुधवार को कन्हौली, भकुआ एवं चतरा गोबरौरा उत्तर पंचायत के निर्वाचित प्रतिनिधियों को बीडीओ मनीष कुमार द्वारा पद एवं गोपनीयता तथा शराब नहीं पीने की शपथ दिलाई गई। इस क्रम में तीनों पंचायत के उप मुखिया एवं उप-सरपंच का भी चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कन्हौली पंचायत से उप-मुखिया के रुप में राम यतन यादव तथा उप-सरपंच के रुप में राम चलित्तर चौधरी, भकुआ पंचायत से उप मुखिया के रुप में गीता देवी तथा उप-सरपंच के रुप में सुरेन्द्र प्रसाद सिंह तथा चतरा गोबरौरा उत्तर पंचायत से उप-मुखिया के रुप में बविता देवी तथा उप-सरपंच के रुप में राम प्यारी देवी निर्वाचित हुई। विदित हो कि प्रखंड के 14 पंचायतों में 12 पंचायत के ग्राम पंचायत के निर्वाचित प्रतिनिधियों के पद एवं गोपनीयता की शपथ तथा उप मुखिया व उप सरपंच का चुनाव अब तक संपन्न हो चुका है।
इस मौके पर प्रेक्षक के रुप में डीसीएलआर झंझारपुर सुधीर कुमार सिन्हा, बीडीओ मनीष कुमार, बीपीआरओ सह कार्यपालक पदाधिकारी भरत भूषण गुप्ता, शिक्षक जीतेन्द्र राम, शिव शंकर कुमार संतोष, शोभाकांत सिंह, सुधांशु शेखर, सुदिष्ट झा, इंगलेश कुमार, राहुल कुमार सहित अन्य कर्मी उपस्थित थे।
जिला परिषद अध्यक्ष पद के लिये महागठबंधन ने घोषित किया अपना उम्मीदवार, कई पार्षदों के समर्थन का दावा
मधुबनी : महागठबंधन जिला इकाई मधुबनी का बैठक राजद जिला अध्यक्ष सह लौकहा विधायक भारत भूषण मंडल के अध्यक्षता में एक निजी होटल के सभागार में जिला परिषद अध्यक्ष पद हेतु साझा उम्मीदवार चयन हेतु किया गया, जिसमे भाकपा माले के जिला सचिव धुर्वनारायण कर्ण एवं माकपा नेता राजेश मिश्रा द्वारा होटल गोकुल राज के सभागार में महागठबंधन की।
बैठक कर राजद के पूर्व विधायक गुलाब यादव, डॉ० फैयाज अहमद, पूर्व विधायक सीताराम यादव, उमाकांत यादव, रामवतार पासवान, रामशीष यादव की उपस्थिति में राजद जिला अध्यक्ष सह लौकहा विधायक भारत भूषण मंडल ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन कर महागठबंधन के तरफ से जिला परिषद क्षेत्र संख्या 49 झंझारपुर से निर्वाचित जिला परिषद सदस्य बिंदु गुलाब यादव को अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाने की घोषणा करते हुए कहा कि है।
40 से अधिक जिला पार्षदो का समर्थन महागठबंधन को मिल रहा है। उपाध्यक्ष पद की घोषणा बाद में किया जाएगा। कॉन्फ्रेस मे प्रतिनिधियों से कहा गया की आप गांव की सरकार हैं। जनता ने आपको बड़ी जिम्मेवारी दी है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और भारतीय संविधान के शिल्पकार डॉक्टर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के सपनों को साकार करने में आप की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। पंचायती राज व्यवस्था को मजबूती प्रदान कर ग्राम को आदर्श ग्राम बनाने में आप की महथी भूमिका होगी साथ ही आपका सहयोग महत्वपूर्ण होगा।
महागठबंधन के साझा उम्मीदवार बिंदु गुलाब यादव ने कहा कि मै प्रेस के माध्यम से सभी जिला पार्षदो से अनुरोध करती हूँ की इस बार सब मिल-जुल कर मुझे अध्यक्ष पद के लिए वोट कर अनुग्रहित करे। मैं सभी जिला पार्षदो के मान सम्मान और उनके संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करने के हमेशा तत्पर रहूँगी। इस मौके पर राजद के वरिष्ठ नेता राजकुमार यादव, रामकुमार यादव, पूर्व जिला अध्यक्ष रामबहादुर यादव, किसान प्रकोष्ट के जिला अध्यक्ष प्रो० देवनारायण यादव, छात्र नेता संतोष यादव, डॉ० दिलीप कुशवाहा, अशोक कुमार सिंह, जिला प्रवक्ता इंद्रजीत राय, शिक्षक नेता अरुण कुमार चौधरी, मिंटू शाहजादा रामानंद बानैता, दीपक पासवान, सपा नेता रामसुदिष्ट यादव, धर्मेंद्र कुमार यादव, चन्द्रशेखर झा सुमन, दानिश इकबाल, विजय कुमार मार्शल, छात्र नेता संजीव कुमार यादव, शोभाकांत राय, बिरबहादुर राय, मोदी लाल राय, मधु राय, डॉ० बिष्णु देव राम सहित सैकड़ों की संख्या में महिला पुरुष शामिल थे।
खाद की किल्लत से परेशानी बढ़ी, अधिक कीमत पर किसान कर रहे खरीद
मधुबनी : खाद की किल्लत से लक्ष्य के अनुरूप रबी की बोआई में किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गेहूं, मक्का, दलहन व तेलहन फसल की बुआई का मुख्य समय रहने के बावजूद उर्वरक के लिए लिए किसानों को संकट की दौर से गुजरना पड़ रहा है। खुले बाजार में निर्धारित दरों से अधिक कीमत पर खाद की बिक्री हो रहीं हैं। इस कालाबाजारी को देखकर अधिकतर किसान बिस्कोमान का चक्कर काटते नजर आते है।
किसानों की भीड़ और खाद की आवंटन कम रहने के कारण बिस्कोमान के पदाधिकारी विभागीय निर्देश की बात कहकर प्रति व्यक्ति के आधार कार्ड पर चार बोरी डीएपी और पांच बोरी यूरिया उपलब्ध करा रहे है, जो जमींदार किसानों के लिए काफी कम है। बिस्कोमान में किसानों की भीड़ में कई किसानों ने बताया कि खेत तैयार करने के बाद कई दिनों से डीएपी के लिए चक्कर काटना पड़ रहा है।
बिस्कोमान प्रबंधक प्रतिदिन एक सौ किसानों को टोकन देते हैं, जिसे आधार कार्ड के आधार पर खाद उपलब्ध कराते हैं। इस स्थिति में बाहरी लोगों को टोकन मिल जाता है, क्योंकि दर्जनों लोग खाद लेने के लिए रात्रि में बिस्कोमान परिसर में ही सो जाते हैं। इसलिए संबंधित पदाधिकारी को चाहिए कि भूमि का कागजात और आधारकार्ड के आधार पर स्थानीय किसानों को खाद उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाए।
वहीं चर्चा है कि जो खाद बाजार में उपलब्ध है, उसकी कृत्रिम किल्लत कर कालाबाजारी की जा रही है। जिस डीएपी की अनुदानित दरें 12 सौ रूपये प्रति बोरा है। उसे 15 सौ तक बेचा जाता है। वहीं यूरिया 266 रुपये पचास पैसे प्रति बोरी की जगह लगभग तीन सौ रुपये प्रति बोरी बिक्री की जाती है। जबकि पास मशीन से निर्धारित दरों का ही बिल निकाला जाता हैं। जो बिल दुकानदार ग्राहकों को नहीं देते हैं।
बोआई को लेकर परेशान किसान ऊंची कीमत देकर खाद खरीद कर चुप्पी साध लेते हैं। इस संदर्भ में प्रखंड कृषि पदाधिकारी का कहना है कि खाद की कमी के कारण बिस्कोमान में आधारकार्ड पर एक लक्ष्य के अनुरूप खाद उपलब्ध कराए जाने का निर्णय लिया गया है, जिससे अधिक से अधिक किसानों को खाद मिल सकें।वहीं इसी विन्दुओं पर कार्य करने के लिए दुकानदारों को भी निर्देशित किया गया है।
वहीं बिस्कोमान प्रबंधक का कहना है कि खासकर डीएपी का आवंटन कम होने की वजह से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, जिस वजह से टोकन की व्यवस्था लागू कर किसानों को निर्धारित मात्रा में खाद उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है। पुलिस-प्रशासन की देखरेख में खाद की वितरण की जाती है।
600 बोतल शराब समेत एक तस्कर को किया गिरफ्तार
मधुबनी : बिहार में शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू कराने को लेकर बिहार सरकार के निर्देश पर मधुबनी पुलिस कप्तान डॉक्टर सत्य प्रकाश के सख्त दिशा निर्देश पर मधुबनी जिले के सभी थाना पुलिस ने अलर्ट जारी कर रखा है। आज जयनगर प्रखंड के देवधा थाना पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर पिटवा टोल भूतनाथ मंदिर के समीप से दो बाइक पर लदे 600 बोतल नेपाल निर्मित देसी शराब समेत एक तस्कर को किया गिरफ्तार पुलिस की भनक लगते ही एक तस्कर भागने में रहा सफल रहा।
इस बाबत देवधा थाना प्रभारी रमेश कुमार शर्मा ने बताया कि दो बाइक पर लदे 600 बोतल नेपाली देसी शराब समेत एक तस्कर को गिरफ्तार किया गया है। जिसका नाम-राजेश कुमार, पिता-बाल कृष्ण यादव, जयनगर थाना के गोबराही गांव निवासी है। जिसे मद्य निषेध कानून उल्लंघन मामले में कार्रवाई करते हुए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
जल संरक्षण और पर्यावरण को लेकर कैच द रेन कार्यक्रम का हुआ आयोजन
मधुबनी : नेहरू युवा केंद्र मधुबनी द्वारा राष्ट्रीय जल मिशन के तत्वाधान में कैच द रेन कार्यक्रम का आयोजन प्लस टू जनता उच्च विद्यालय बेलहा के सभागार में नेहरू युवा केंद्र के युवा अधिकारी मनीष कुमार के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यशाला की अध्यक्षता प्रधानाध्यापक मो० शमशुद्दीन ने किया।
इस कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए बिहार एनजीओ संघ के सचिव सह नेहरू युवा केंद्र बिहार के राज्य प्रशिक्षक संजय कुमार बबलू ने जल संरक्षण और पर्यावरण पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए “कैच द रेन” कार्यक्रम के उपयोगिता के बारे में युवाओं को जानकारी प्रदान किया। आयोजन के मुख्य अतिथि सम्राट अशोक रक्त सेवा समिति झंझारपुर के संचालक सूर्यवंशी आचार्य ललित शास्त्री ने अपना उदगार व्यक्त करते हुए कहा कि गांवों के पोखर और तालाब में जल संचय की आवश्यकता है। इसके लिए युवाओं को आगे आने की जरूरत है।
इस मौके पर संजना संकल्प फाउंडेशन की सचिव सह पूर्व राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक संजू शर्मा ने कहा कि “कैच द रेन” कार्यक्रम से बरसात का जल बेकार नहीं जायेगा। कार्यशाला से पूर्व युवाओं ने जल संरक्षण रैली निकालने के साथ ही जल संरक्षण को लेकर जल शपथ भी लिया। इस अवसर पर आयोजित कार्यशाला को पूर्व प्रधानाध्यापक शिव नारायण महतो, जोखन पासवान, राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक केशव कुमार, राधा कुमारी, मदन कुमार आदि ने भी सम्बोधित किया।
इस कार्यक्रम का संचालन हरेराम रमन ने किया। “कैच द रैन” निबंध प्रतियोगता में रौशन कुमार प्रथम, कृष्ण कुमार द्वितीय और मुकेश कुमार तृतीय एवं नारा लेखन प्रतियोगता में खुशी कुमारी प्रथम, रौशन कुमार द्वितीय, विवेकानंद कुमार तृतीय स्थान हासिल किया।
आयोजक द्वारा विजेता को शील्ड एवं मेडल देकर पुरस्कृत किया गया। वहीं, आगत अतिथियों को नेहरू युवा केंद्र की ओर से प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर विद्यालय के शिक्षक, छात्र-छात्राओं समेत दर्जनों लोग मौजूद थे, साथ ही राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम की समाप्ति की घोषणा की।