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बिहार के सभी जिलों में चलाई जाएंगी सीएनजी व इलेक्ट्रिक बसें : मंत्री

पटना : जदयू प्रदेश कार्यालय में जनसुनवाई कार्यक्रम दौरान परिवहन मंत्री शीला मंडल ने कहा कि आने वाले दिनों में सभी जिलों में सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों का परिचालन किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों का परिचालन किया जा रहा है, बहुत सारी पुरानी डीजल बसों को भी सीएनजी में परिवर्तित किया गया है। इसी प्रदूषण में कमी आई है। इसलिए आने वाले दिनों में बिहार के सभी जिलों में सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों का परिचालन किया जाएगा।

वहीं, दूसरी तरफ सड़क सुरक्षा को लेकर गुरुवार को परिवहन मंत्री शीला कुमारी की अध्यक्षता में राज्य स्तर पर मुख्य सचिवालय सभागार में बिहार सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक आयोजित की गई। बैठक में सड़क सुरक्षा हेतु बिहार सड़क सुरक्षा परिषद् एवं विभिन्न पणधारी विभागों (स्टेक होल्डर) द्वारा किये जा रहे कार्यों व 2022 के लिए कार्य योजना पर विभागवार समीक्षा की गई। इसके साथ ही सड़क सुरक्षा से संबंधित विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु वितीय प्रस्ताव पारित किये गए।

परिवहन विभाग मंत्री शीला कुमारी ने कहा कि सड़क सुरक्षा संवेदनशील विषय है। इस पर परिवहन विभाग द्वारा बेहतर तरीके से कार्य किये जा रहे हैं। सड़क दुर्घटना में कमी आए इसके लिए सभी विभाग को मिलकर प्रयास करना है। सड़क दुर्घटना एवं दुर्घटना के फलस्वरुप मृतकों की संख्या में कमी आये इसके लिए बिहार सड़क सुरक्षा द्वारा कई महत्वपूर्ण कार्य किये गए हैं एवं भविष्य की योजनाएं तैयार की गई है।

परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि राज्य में हो रही सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने हेतु लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। वर्ष 2019 की तुलना में वर्ष 2020 में 13.7 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाओं में कमी आयी है एवं दुघर्टना के फलस्वरुप मृत्यु में 7 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। परिवहन सचिव ने एनएचआई को निर्देश दिया कि नॉर्मस के अनुसार हाइवे पर स्पीड लिमिट एवं अन्य सड़क सुरक्षा संकेतों संबंधित साइनेज लगायें जाएं।

सड़क दुर्घटनाओं के रियल टाइम मॉनिटरिंग के लिए सॉफ्टवेयर विकसित किये गए हैं। इसमें हर सड़क दुर्घटना का डेटा फीड किया जा रहा एवं उसके आधार पर सड़क दुर्घटना के कारणों का विश्लेषण कर सुधारात्मक कार्य किये जा रहे हैं। सभी जिलों में कुशल वाहन चालन प्रशिक्षण हेतु ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल, ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक का निर्माण कार्य चल रहा है।

राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षित परिवहन को बढ़ावा देने के लिए प्रथम चरण में 460 बस स्टॉप का निर्माण किया गया है। दूसरे चरण में ग्रामीण क्षेत्रों में 500 अतिरिक्त एवं नगर पंचायतों में 82 बस स्टॉप का निर्माण कार्य कार्य किया जाना, जिसमें 209 स्थलों पर निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया है एवं 109 स्थलों पर निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है।

हाईवे पर गश्ती के लिए विशेष गश्ती दल की प्रतिनियुक्ति की गई है। सड़क सुरक्षा मद से पुलिस मुख्यालय द्वारा इंटर सेप्टर व्हेकिल, बॉडी वार्म कैमरा, स्पीड रडार गन आदि की खरीद की गई है।

सड़क दुर्घटना में मृत/गंभीर रुप से घायल व्यक्ति के आश्रितों को अंतरिम मुआवजा देकर उन्हें तत्काल वितीय सहायता दी जा रही है। इसके तहत वाहन जनित सड़क दुर्घटना में किसी एक व्यक्ति की मृत्यु/गंभीर रुप से घायल होने पर भी मृतक के आश्रित को 5 लाख रुपए एवं गंभीर रुप से घायल व्यक्ति को 50 हजार रुपए मुआवजा का प्रावधान किया गया है।

सड़क दुर्घटना के पीड़ितों की मदद करने वाले गुड सेमेरिटन को प्रोत्साहित करने के लिए सम्मान स्वरुप 5000 रुपए दिए जा रहे हैं। इस मौके पर परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल, गृह सचिव जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव, राज्य परिवहन आयुक्त सीमा त्रिपाठी, आईजी ट्रैफिक एमआर नायक, अपर सचिव सन्नी सिन्हा, संयुक्त सचिव पंकज कुमार, उपसचिव शैलेंद्रनाथ आदि उपस्थित थे।