कोरोना के कारण आवासीय विद्यालयों में नामांकन में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे अभिभावक
पटना : देश भर कोरोना को लेकर उत्पन्न हुई भय और आर्थिक समस्याओं का असर छात्र-छात्राओं के पढ़ाई पर भी देखने को मिल रहा है। कोरोना के कारण इस बार राज्य में आवासीय विद्यालय के प्रवेश परीक्षा में विद्यार्थीयों की संख्या में भारी गिरावट देखने को मिला। इस बार आवासीय विद्यालय में प्रवेश के लिए किए जाने वाले ऑनलाइन आवेदन में भी कमी देखने को मिली है।
जानकारी के अनुसार इस बार राज्य में बेहतर शिक्षा को लेकर चर्चित आवासीय नवोदय विद्यालय में भी 15 फ़ीसदी कम आवेदन जमा हुए हैं। वहीं, सैनिक स्कूल में भी हर बार की तुलना में 18 से 20 फीसदी कम आवेदन आए हैं।
गौरतलब है कि, नवोदय विद्यालय संगठन द्वारा अधिक से अधिक बच्चों द्वारा ऑनलाइन आवेदन किया जाए इसको लेकर दो बार तिथि भी बढ़ाई गई। इसके बावजूद भी आवेदनों की संख्या में अधिक पर इजाफा देखने को नहीं मिला। इसके साथ ही इस बार सिमुलतला आवासीय विद्यालय के प्रवेश में भी ऑनलाइन आवेदन में कमी आयी है।
बता दें कि, कोरोना काल से पहले अभिभावक अपने बच्चों का रामकृष्ण मिशन में मां नामांकन करवाने को लेकर अधिक इच्छुक रहते थे, लेकिन इस बार इसके आवेदन में भी 8 से 10 फीसदी कमी देखने को मिली है।
ज्ञात हो कि, कोरोना संक्रमण के कारण आवासीय विद्यालय डेढ़ साल से अधिक बंद रहे। कोरोना संक्रमण से कई बच्चे प्रभावित भी हुए। इसके बाद ऑनलाइन कक्षाएं चलीं। वहीं, कोरोना का प्रकोप थोड़ा कम होने के बाद सरकार द्वारा आवासीय विद्यालय को खोलने का आदेश सितंबर 2021 में दिया गया। इसके बाद अक्टूबर 2021 से स्कूल खुलना शुरू हुआ। जिसके कारण आवासीय विद्यालय का 2021-22 के नामांकन का सत्र भी देरी से शुरू हो पाया।