सदगुरु की राह से पूरी होगी विश्वगुरु की चाह, PM ने स्वर्वेद महामंदिर धाम से भरी हुंकार
वाराणसी : प्रधानमंत्री ने आज अपने स्वर्वेद महामंदिर धाम दौरे के दौरान एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए भारत की भावी राजनीतिक और सामाजिक दिशा का संकेत दे दिया। पीएम मोदी ने यहां लोगों से सीधा संवाद करते हुए भारत की आजादी, एकता और प्रगति में संतों की भूमिका बताई। उन्होंने कहा कि सदगुरु सदाफलदेव जी ने न केवल योग को जन—जन तक पहुंचाया, बल्कि देश की आजादी के लिए जेल जाकर अपने राष्ट्रीय और सामाजिक धर्म का भी निर्वाह किया। यही भारत की आत्मा है। पीएम ने सदगुरु सदाफलदेव को आजादी का नायक बताते हुए उन्हें महात्मा कह संबोधित किया।
सदाफलदेव विहंगम योग का 98वां वार्षिकोत्सव
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘स्वराज और सुराज’ दोनों लक्ष्य योग से हासिल होते हैं। यही सदगुरु सदाफलदेव जी का पथ है। पीएम सदगुरु सदाफलदेव विहंगम योग के 98वें वार्षिकोत्सव समारोह में बोल रहे थे। दुनिया के सबसे बड़े मेडिटेशन सेंटर स्वर्वेद मंदिर पहुंचे पीएम मोदी के साथ मंच पर वर्तमान आचार्य सदगुरु स्वतंत्रदेव जी महाराज, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ, संत प्रवर श्री विज्ञानदेव जी समेत कई गणमान्य लोग थे और लाखों की भीड़ उन्हें सुन रही थी।
100वीं वर्षगांठ के लिए संकल्प लेने का आह्वान
पीएम ने कहा कि दो साल बाद हम विहंगम योग की 100वीं वर्षगांठ मनाएंगे तो क्यों न हम दो साल बाद के इस अवसर के लिए कुछ संकल्प लें। एक और संकल्प हो सकता है पानी बचाने को लेकर। हमें अपनी नदियों को, गंगा जी को, सभी जलस्रोतों को स्वच्छ रखना है। जैसे एक संकल्प हो सकता है- हमें बेटी को पढ़ाना है, उसका स्किल डेवलपमेंट भी करना है। अपने परिवार के साथ-साथ जो लोग समाज में जिम्मेदारी उठा सकते हैं, वो एक-दो गरीब बेटियों के स्किल डेवलपमेंट की भी जिम्मेदारी उठाएं।
‘मैं’ के भाव से उठकर राष्ट्रभाव करें आत्मसात
पीएम मोदी ने कहा आज देश का मंत्र है- ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’। आज देश ‘मैं’ के भाव से उठकर राष्ट्र के भाव को आत्मसात कर रहा है। आज जब हम पूरी दुनिया को योग दिवस मनाते हुए, योग का अनुसरण करते हुए देखते हैं तो लगता है कि सद्गुरु का आशीर्वाद फलिभूत हो रहा है। स्वाधीनता संग्राम के समय सद्गुरु ने हमें मंत्र दिया था- स्वदेशी का। आज उसी भाव में देश ने अब ‘आत्मनिर्भर भारत मिशन’ शुरू किया है। आज देश के स्थानीय व्यापार-रोजगार को, उत्पादों को ताकत दी जा रही है, लोकल को ग्लोबल बनाया जा रहा है।
सदगुरु की राह पर चल भारत को विश्वगुरु बनायें
प्रधानमंत्री ने अपने काशी दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि यह नगरी समूचे भारते को राह दिखाती है। काशी की ऊर्जा अक्षुण है। अब यह फिर से भारत को एक सूत्र में पिरोने और सबका साथ—सबका विश्वास, की राह पर लेकर चल पड़ा है। गीता जयंती की बधाई देते हुए पीएम ने लोगों से अमर सदगुरु सदाफलदेव के योग पथ का अनुसरण कर देश को विश्वगुरु की डगर पर अग्रसर करने का आह्वान किया।
यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ भी रहे मौजूद
इससे पहले प्रधानमंत्री दिन के करीब तीन बजे वाराणसी के निकट उमराहा स्थित स्वर्वेद महामंदिर धाम पहुंचे। वहां उनका स्वागत विहंगम योग के वर्तमान सदगुरु स्वतंत्रदेव जी महाराज और संत प्रवर श्री विज्ञानदेव जी महाराज ने की। पीएम मोदी ने वहां सबसे पहले विहंगम योग के प्रणेता सदगुरु सदाफलदेव जी महाराज की प्रतिमा पर पुष्पांजली कर उनका आशीर्वाद लिया। इस मौके पर यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ भी वहां मौजूद रहे। फिर प्रधानमंत्री ने पूरे स्वर्वेद महामंदिर का घूम—घूमकर अवलोकन किया और जानकारी ली। सदगुरु स्वतंत्र देव जी और संत प्रवर ने उन्हें महामंदिर की दीवारों पर उकेरित स्वर्वेद की चौपाइयों और विहंगम योग के बारे में बताया। इसके बाद पीएम वहां से महामंदिर की बगल में स्थित सभास्थल के लिए प्रस्थान कर गए।