नम आंखों से देश ने प्यारे जनरल को दी अंतिम विदाई, पंचतत्व में विलीन हुए CDS
नयी दिल्ली : तमिलनाडु हेलिकॉप्टर हादसे में शहीद हुए सीडीएस बिपिन रावत पूरे सैनिक सम्मान के साथ आज पंचतत्व में विलीन हो गए। उनके पार्श्व में ही पत्नी मधुलिका रावत का भी अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि उनकी बड़ी बेटी ने दी। दिल्ली कैंट स्थित बराड़ स्वायर पर इस मौके पर रक्षामंत्री, एनएसए डोभाल समेत तीनों सेनाओं के प्रमुख और कई देशों के राजनयिक तथा गणमान्य लोग मौजूद रहे। मुखाग्नि से पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल रावत को पूरे मिलिट्री सम्मान के साथ 17 तोपों की सलामी दी गई।
श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान और बांग्लादेश के सेना प्रमुख मौजूद
अंतिम संस्कार स्थल पर श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान और नेपाल के सेनाध्यक्ष भी पहुंचे और उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया। श्रीलंका के सीडीएस जनरल शवेंद्र सिल्वा और पूर्व सीडीएस एडमिरल रविन्द्र विजय गुनारत्ने के अलावा भूटान, नेपाल और बांग्लादेश के सैन्य कमांडर पूरे समय तक वहां मौजूद रहे।
जनरल रावत अमर रहे के नारों के बीच बड़ी बेटी ने दी मुखाग्नि
सारा माहौल जनरल रावत अमर रहें के नारों से गुंजायमान हो रहा था। जनरल रावत की दोनों बेटियां एकटक अपने माता पिता की चिता को निहार रही थीं। गमगीन वातावरण में कई देशों के राजदूत, अनेक केंद्रीय मंत्री, उत्तराखंड सीएम दिल्ली सीएम केजरीवाल आदि ने नम आंखों से सीडीएस रावत को अंतिम विदाई दी।
17 तोपों की दी गई सलामी, उत्तराखंड के सीएम भी मौजूद
इससे पूर्व सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए उनके सरकारी आवास पर रखा गया। वहां गृहमंत्री अमित शाह और कांग्रेस नेता राहुल गांधी, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ समेत कई गणमान्य लोग सीडीएस बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देने उनके आवास पर पहुंचे थे।