Swatva Samachar

Information, Intellect & Integrity

swatva samachar
बिहार अपडेट बिहारी समाज मधुबनी

05 दिसम्बर : मधुबनी की मुख्य खबरें

धान खरीद पर जिलाधिकारी ने जिला कृषि कार्यालय को दिए कई आवश्यक निर्देश

मधुबनी : जिला पदाधिकारी, मधुबनी की मौजूदगी में मधुबनी जिले के दो प्रखंडों कलुआही एवं खजौली में उपज दर हेतु अगहनी धान का फसल कटनी प्रयोग किया गया। बताते चलें कि जिलाधिकारी द्वारा जिले के किसानों के फसलों की उपज की पड़ताल एवं धान खरीद पर जिला कृषि कार्यालय को पूर्व में भी समय समय पर कई आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। इसी क्रम में जिले में अगहनी धान की उपज की समीक्षा के उद्देश्य से उनके द्वारा आज इन प्रखंडों का दौरा किया।

वे जिले के कलुआही प्रखंड के मधेपुर पंचायत के बेलाही ग्राम में किसान अरुण कुमार झा के खेत में अगहनी धान के फसल कटनी प्रयोग का निरीक्षण करने पंहुचे। जहां 50 वर्ग मीटर में 15 किलो 800 ग्राम उपज पाया, जो प्रति हेक्टेयर 31 क्विंटल 60 किलोग्राम की दर से आंका गया। इसके साथ ही वे खजौली प्रखंड के सरावे पंचायत अंतर्गत सरावे ग्राम भी पंहुचे, जहां किसान सत्यनारायण यादव के खेत से 50 वर्ग मीटर क्षेत्र से 43 किलो 350 ग्राम अगहनी धान की उपज पाई गई। जिसके अनुरूप प्रति हेक्टेयर 46 क्विंटल 70 किलोग्राम दर का आकलन किया गया।

इस दौरान उन्होंने उपस्थित ग्रामीणों से फसल कटनी प्रयोग पर विस्तृत चर्चा की और उनकी समस्याओं को भी जाना। किसानों को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने बताया कि फसल कटनी प्रयोग संबंधी ये आंकड़े देश के कृषि उत्पादों के आयात निर्यात एवं राष्ट्रीय स्तर पर कृषि कार्य से संबंधित योजनाओं के निर्माण के उद्देश्य से बेहद महत्वपूर्ण है। मौके पर शिवनंदन प्रसाद, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, मधुबनी सहित संबंधित प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचल अधिकारी भी अपने अन्य सहयोगियों के साथ उपस्थित थे।

कोरोना टीका से वंचित लोगों को जिले में एक और टीके लेने के मिलेगा विकल्प

मधुबनी : कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ जिले में जोर शोर से टीका अभियान चलाया जा रहा है इस क्रम में जिले के में अब तक कोविशिल्ड,कोवैक्सीन के टीके लगाए जा रहे थे लेकिन जिले में टीके से अब तक वंचित लोगों को टीके के तीसरे विकल्प के रूप में जायकोव-डी का भी टीका लगाया जाएगा। शुरुआती दौर में मधुबनी सहित बिहार के 5 जिलों में इस्तेमाल किया जाएगा। यह एक सुई रहित टीका है जिसकी तीन खुराकें लगाई जाएंगी।

बड़ी संख्या में पात्र लोगों को अभी तक टीके पहली खुराक भी नहीं मिल पाई है। वैसे लोगों को अब जायकोव-डी भी दिया जाएगा। अभी इस टीके की खुराक केवल वयस्कों को ही देने का फैसला किया है। बिहार में यह वैक्सीन भागलपुर, जमुई, मधुबनी, मुजफ्फरपुर और पटना जिला में उपलब्ध होगी।

मधुबनी जिले को 1,78,261 टीके की डोज जिले को उपलब्ध कराई जाएगी। विदित हो कि जिले में 32 लाख 93 हजार 234 लोगों को टीके से आच्छादित करने का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें अब तक 21 लाख 80 हजार 387 लोगों को टीकाकृत किया गया है। वही 8,91,305 लोग टीके की दूसरी वजह से वंचित हैं।

वैक्सीन की तीन खुराक है लेनी

जायकोव-डी के हर डोज के बीच कम से कम 28 दिन का अंतराल रहेगा। यानी पहला डोज लेने के 28वें दिन दूसरा डोज और 56 वें दिन तीसरा डोज(बूस्टर) डोज लेना है। यह पहला ऐसा टीका है जिसमें तीन डोज लेनी है। इस हिसाब से भले ही इसके 3 डोज हो लेकिन इसका कोर्स कोविशील्ड से पहले ही पूरा हो जाएगा। दो डोज वाली कोविशील्ड के दोनों डोज के बीच का अंतराल 84 दिन है।

सूई से नहीं लगाई जाएगी वैक्सीन

इस वैक्सीन के बारे में एक और खास बात है। यह सूई से नहीं लगाई जाएगी। इसे एक खास डिवाइस (इंजेक्टर) के जरिए लगाया जाएगा। इस मेथड से वैक्सीन लगने की वजह से दर्द नहीं होगा। कोवैक्सीन के बाद यह दूसरी वैक्सीन है जो पूरी तरह से देश में तैयार हुई है. टीके के लिए वैक्सीनेटरों की का प्रशिक्षण किया जाएगा।

दसम् चरण के पंचायत चुनाव हेतु 4035 मतदान कर्मियों की की गई प्रतिनियुक्ति

मधुबनी : पंचायत आम निर्वाचन-2021 के अवसर पर जिला निर्वाचन पदाधिकारी (पं॰)-सह-जिला पदाधिकारी, मधुबनी अमित कुमार एवं सामान्य प्रेक्षक, पंचायत चुनाव, मधेपुर तथा घोघरडीहा के अध्यक्षता में दसम् चरण के पंचायत चुनाव हेतु मतदान कर्मियों कि प्रतिनियुक्ति रेंडोमाइजेशन के माध्यम से बूथवार की गई, जिसमें-567 मतदान केंद्र पर कुल-4035 मतदान कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई।

इस दौरान नोडल पदाधिकारी, कार्मिक प्रबंधन कोषांग-सह- अनुमण्डलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, मधुबनी निधि राज, वरीय उप समाहर्त्ता, मधुबनी बालेन्दु नारायण पाण्डेय एवं जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी, मधुबनी आलोक नंदन सिंह इत्यादि उपस्थित थे।

महिलाओं ने रखा आज एकादशी का व्रत

मधुबनी : एकादशी का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है और निर्जला एकादशी के व्रत को तो सभी एकादशियों में सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। साल 2021 समाप्त होने वाला है, और नए साल का कुछ ही दिनों में आगाज होने वाला है। नया साल शुरू होने के साथ ही नए व्रत और त्योहार भी शुरू हो जाएंगे, जिसमें से एकादशी भी एक है। ऐसे में मधुबनी जिले के महिलाओं ने भी आज एकादशी का व्रत रखा है, और पूरे विधि-विधान से आज पूजा अर्चना किया।

जिले के राजनगर प्रखंड क्षेत्र के अंतर्गत विभिन्न तालाबों में अगहन मास रविवार की उपासना कर भगवान भास्कर को अर्ध महिलाएंओ ने रवि व्रतियों की माने तो घर परिवार एवं पुत्र के सुख शांति समृद्धि के लिए यह व्रत रखती है। इस पर्व में महिलाएं 5 तरह के विभिन्न फलों एवं मिठाइयों से डाला को सजा कर भगवान भास्कर को तालाब में जाकर उपासना करती हैं।

वही 6 माह के अंतिम रविवार वैशाख मास को रविवार सौंपा जाता है, यानी समापन किया जाता है। समापन के इस दौरान महिलाएं विभिन्न प्रकार के पकवान बनाकर भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर समापन करती है।

हिन्दू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक माह में दो बार एकादशी आती है। हर एक एकादशी का अपना एक विशेष महत्व होता है। हिन्दू पौराणिक शास्त्रों में एकादशी तिथि का बड़ा महत्व बताया गया है। एकादशी को हरि का दिन’ और हरि वासर’ के नाम से भी जाना जाता है। इस व्रत को रखने की एक मान्यता यह भी है कि इससे पूर्वज या पितरों को स्वर्ग की प्राप्ति होती है।

सुमित कुमार की रिपोर्ट