… जब नालंदा में सातवीं का छात्र ने शिक्षिका पर तान दिया कट्टा
पटना : बच्चें हैं, तो शरारत करेंगे ही लेकिन शरारती होने का मतलब ये नहीं कि विद्यालय में कट्टा ले जाकर मास्टर जी पर तन दे। एक ऐसा ही मामला बिहार के नालंदा जिला के हरनौत नगर पंचायत में शामिल बस्ती गांव की बस्ती मध्य विद्यालय का बताया जा रहा है। जहाँ, बच्चा स्कूल में कलम लेकर नहीं बल्कि कट्टा लेकर आते हैं। ऐसा बताय ज रह है कि विद्यालय में शरारत करने पर छात्रों को प्रभारी प्रधान शिक्षिका मनोज कुमारी ने मना किया तो सातवीं क्लास में पढ़ने वाले एक छात्र ने शिक्षिका के सिर में कट्टा सटा, उड़ा देने की धमकी दी।
शिक्षिकाओं से अभद्रता से पेश आये छात्र
शिक्षिका ने मामले को लेकर हरनौत थाना पुलिस से तीन बच्चों द्वारा स्कूल में उपद्रव करने की शिकायत की है। आवेदन में शिक्षिका रेखा कुमारी, श्वेता कुमारी और मंजू कुमारी का नाम इस घटना के गवाह के तौर पर दर्ज कराया गया है। ऐसा बताया जा रह है कि बीते मंगलवार से ही शरारती बच्चे इस तरह की हरकत कर रहे हैं। गुरुवार को शरारती बच्चों ने स्कूल में प्रार्थना के दौरान लड़कियों की कतार में घुसकर बदतमीजी कर रहे थे। जब शिक्षिकाओं ने ऐसा करने से मना किया तो उसके साथ भी अभद्रता से पेश आये और शिक्षिकाओं पर भी इन लोगों ने हाथ तक उठा दिया और मारपीट करने पर आ गए।
घरवालों नहीं लिए सुध, ग्रामीणों ने कराया मामले को शांत
ग्रामीणों ने आकर इस मामले को शांत कराया। जब इस बदमाश बच्चों की शरारत के बारे में इनके घर वालों को भी सूचना दी गई थी लेकिन परिवार से कोई भी विद्यालय इसकी जानकारी लेने नहीं आया। वहीं इस मामले में हरनौत थाना थानाध्यक्ष देवानन्द शर्मा ने कहा है कि बस्ती मध्य विद्यालय से बच्चों द्वारा उपद्रव की शिकायत मिली है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। साथ ही छात्रों के द्वारा कलम की जगह कट्टा लेकर आना कई गंभीर सवाल खड़े कर रहे हैं। आखिर बच्चों इसतरह का गैर ज़रूरी सामान कहाँ से मिल रहा है। बच्चें इस तरह के गुर कहाँ से सिख रहे हैं।