गोवा फिल्मोत्सव में पटना कॉलेज के विद्यार्थियों का जलवा
’75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टोमॉरो’ कार्यक्रम में हुआ चयन
विशेषज्ञ बोले: बिहार में फिल्म अध्ययन को अब एक स्वतंत्र विद्या शाखा के रूप में शामिल किया जाए
पटना : गोवा में चल रहे 52वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) में पटना कॉलेज के विद्यार्थी भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत इस बार IFFI में ’75 क्रिएटिव मइंड्स आॅफ टोमॉरो’ कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है, जिसमें देश भर से 75 भावी फिल्मकारों का चयन हुआ है। इन 75 विशेष नामों में पटना कॉलेज के जनसंचार विभाग के दो विद्यार्थी प्रिंस कुमार (चौथा सेमेस्टर) और प्रियस्वरा भारती (प्रथम सेमेस्टर) भी शामिल हैं।
फिल्मकार बनने की राह पर यह पड़ाव उपयोगी
सूचना व प्रसारण मंत्रालय के निमंत्रण पर IFFI में ये दोनों युवा न केवल विश्वस्तरीय फिल्मों को देखेंगे, बल्कि वहां होने वाले मास्टर क्लास व परिचर्चाओं में भी हिस्सा लेंगे। इसके अलावा वहां देश व दुनिया के फिल्मकारों, लेखकों तथा तकनीशियनों से भी इन्हें बातचीत करने का अवसर मिलेगा। प्रिंस कुमार पहले ही गोवा पहुंच चुके हैं, जबकि प्रियस्वरा भारती 22 को अपनी सेमेस्टर परीक्षा पूरी करने के बाद गोवा के लिए रवाना होंगी। इस सफलता से उत्साहित प्रियस्वरा ने स्वत्व समाचार डॉट कॉम को बताया कि स्कूल के दिनों से ही फिल्म विधा में उसकी रुचि है, इस लिहाज से यह चयन उनके लिए काफी मायने रखता है। वहीं, गोवा से फोन पर प्रिंस कुमार ने बताया कि फिल्मकार बनने की राह पर यह पड़ाव उनके लिए उपयोगी सिद्ध होने वाला है। दोनों विद्यार्थियों ने इस सफलता के लिए कॉलेज के प्रति आभार प्रकट किया है।
प्रिंस और प्रियस्वरा की सफलता से केवल पटना विश्वविद्यालय ही नहीं, बल्कि बिहार के अन्य युवा भी होंगे प्रेरित
पटना कॉलेज के जनसंचार विभाग की समन्वयक डॉ. कुमारी विभा ने दोनों विद्यार्थियों को बधाई दी और कहा कि जनसंचार विभाग में फिल्म एक महत्वपूर्ण आयाम है। इसलिए सिनेमा के सैद्धांतिक अध्ययन के साथ—साथ व्यवहारिक प्रशिक्षण की भी आवश्यकता होती है। सीमित संसाधनों में विभाग के शिक्षक इस दिशा में लगातार प्रसास कर रहे हैं। प्रिंस और प्रियस्वरा की सफलता से केवल पटना विश्वविद्यालय ही नहीं, बल्कि बिहार के अन्य युवा भी प्रेरित होंगे। पटना कॉलेज के जनसंचार विभाग में फिल्म विधा के शिक्षक प्रशांत रंजन ने बताया कि जनसंचार विभाग में हर बैच में कुछ ऐसे विद्यार्थी आते हैं, जिन्हें अगर सही दिशा व संसाधन मिले, तो वे स्तरीय फिल्में बना सकते हैं। यह बात यहां के विद्यार्थियों ने साबित भी किया है। इसी विभाग के छात्र चंदन ने ‘पंचायत’ नामक प्रसिद्ध वेबसीरीज में अभिनय किया है। इसके अलावा विभिन्न फिल्मोत्सवों में यहां के विद्यार्थियों द्वारा बनायी फिल्मों का चयन होता रहा है। इस विभाग के शिक्षक डॉ. गौतम कुमार, मुदसिर सिद्दीकी, रचना सिंह और रवि राजन ने विद्यार्थियों की सफलता पर उन्हें बधाई दी।
बिहार में रहकर फिल्म निर्माण करना या फिल्म की पढ़ाई करना आज भी चुनौतीपूर्ण
बिहार सरकार द्वारा आयोजित होनेवाले फिल्म एप्रिसिएशन कार्यशाला में अब तक सैंकड़ों फिल्मकारों, फिल्म पत्रकारों और फिल्म समीक्षकों को प्रशिक्षित कर चुके जानेमाने फिल्म विश्लेषक प्रो. जय देव IFFI में इन बच्चों द्वारा बिहार का प्रतिनिधित्व किए जाने से प्रसन्न हैं। प्रो. जय देव ने जनसंचार के दोनों विद्यार्थियों को शुभकामना देते हुए कहा कि बिहार में रहकर फिल्म निर्माण करना या फिल्म की पढ़ाई करना आज भी चुनौतीपूर्ण है। ऐसे में प्रिंस व प्रियस्वरा का चयन मनोबल बढ़ाने वाला है। प्रो. देव ने यह भी कहा कि आज बिहार के विभन्न विश्वविद्यालयों में जनसंचार के अंतर्गत एक पेपर या टॉपिक के रूप में फिल्म विधा की पढ़ाई हो रही है। लेकिन, यह अपर्याप्त है। प्रिंस व प्रियस्वरा का चयन का राष्ट्रीय स्तर पर चयन होना यह उजागर करता है कि बिहार में फिल्म अध्ययन को अब एक स्वतंत्र विद्या शाखा के रूप में शामिल किया जाए।
प्रो. देव बताते हैं कि पांच वर्ष पूर्व किलकारी बालभवन में 3 दिवसीय फिल्म एप्रिसिएशन कार्यशाला का आयोजन हुआ था, जिसमें बतौर रिसोर्स पर्सन उन्होंने तीन दिनों तक बच्चों को सिने विधा के विविध आयामों की जानकारी दी थी। उस कार्यशाला में प्रिंस व प्रियस्वरा भी थे। आज संयोग है कि दोनों बच्चे पटना कॉलेज में पढ़ रहे हैं और प्रफुल्लित करने वाली सफलता प्राप्त की है।