20 नवंबर : मधुबनी की मुख्य खबरें

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जिले में मनाया जा रहा है नवजात शिशु सप्ताह

मधुबनी : जिले में शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए विभाग कृत संकल्पित है। इसको लेकर तमाम सुविधाओं में बढ़ोतरी भी की जा रही है। इसी कड़ी में 15 से 21 नवंबर तक जिले में नवजात शिशु सप्ताह मनाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग अलग-अलग गतिविधि आयोजित कर लोगों को शिशु स्वास्थ्य के प्रति जागरूक कर रहा है। सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया माँ और गर्भस्थ शिशु को गर्भनाल भावनात्मक एवं शारीरिक दोनों स्तर पर जोड़ता है।

गर्भस्थ शिशु को गर्भनाल के जरिए ही आहार भी प्राप्त होता है। इसलिए शिशु जन्म के बाद भी गर्भनाल के बेहतर देखभाल की जरूरत होती है। बेहतर देखभाल के अभाव में नाल में संक्रमण फैलने की संभावना भी बढ़ जाती है, जो गंभीर परिस्थितियों में नवजात के लिए मृत्यु का भी कारण बन जाता है।

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जागरूकता के लिए किए जा रहे प्रयास: 

सिविल सर्जन डॉ. सुनील कुमार झा ने बताया गर्भनाल की समुचित देखभाल जरूरी है। शिशु जन्म के बाद नाल के ऊपर से किसी भी प्रकार के तरल पदार्थ या क्रीम का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। नाल को सूखा रखना जरूरी होता है। बाहरी चीजों के इस्तेमाल से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इस संबंध में फैसिलिटी लेवल से लेकर समुदाय स्तर पर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसमें आशा एवं एएनएम के साथ नर्स, चिकित्सक एवं काउंसलर भी लोगों को जागरूक करने में अहम योगदान दे रहे हैं।

गर्भनाल देखभाल इसलिए जरूरी: 

डबल्यूएचओ के अनुसार जन्म के शुरुआती सात दिनों में होने वाली नवजात मृत्यु में गर्भनाल संक्रमण भी एक प्रमुख कारण होता है।

ऐसे रखें गर्भनाल का ध्यान: 

केयर इंडिया के डीटीएल महेंद्र सिंह सोलंकी ने बताया प्रशिक्षित चिकित्सक द्वारा प्रसवोपरांत नाल को बच्चे और माँ के बीच दोनों तरफ से नाभि से 2 से 4 इंच की दूरी रखकर काटी जाती है। बच्चे के जन्म के बाद इस नाल को प्राकृतिक रूप से सूखने देना जरूरी है, जिसमें 5 से 10 दिन लग सकते हैं। शिशु को बचाने के लिए नाल को हमेशा सुरक्षित और साफ रखना आवश्यक है ताकि संभावित संक्रमण को रोका जा सके।

इन बातों का रखें ख्याल:

•गर्भ नाल की सफाई करते वक्त उसे हमेशा सूखा रखें ताकि संक्रमण से बचाया जा सके

•नाल के ऊपर कुछ भी बाहर से नहीं लगाएं

•नाल की सफाई से पहले हाथ अच्छी तरह से साबुन से धोकर सुखा लें ताकि संक्रमण नहीं फैले।

•शिशु के मल – मूत्र साफ करते समय ध्यान रखें की नाल के संपर्क से अलग रखें

•नाल की सफाई के लिए केमिकल का इस्तेमाल नहीं करें वरन साफ रुई या सूती कपड़ा का इस्तेमाल करें।

•नाल को ढक कर रखने से पसीने या गर्मी से संक्रमण फ़ैल सकता है इसलिए उसे खुला रखें ताकि वह जल्दी सूखे

•कार्ड स्टम्प को कुदरती रूप से सुख कर गिरने दें जबर्दस्ती न हटाये

•नाल के सूख कर गिर जाने तक शिशु को नहलाने के जगह स्पंज दें

लक्षणों को नहीं करें अनदेखा:

•नाल के आसपास की त्वचा में सूजन या लाल हो जाना

•नाल से दुर्गंध युक्त द्रव का बहाव होना

•शिशु के शरीर का तापमान असामान्य होना

•नाल के पास हाथ लगाने से शिशु का दर्द से रोना

ऐसी परिस्थितियों में नवजात को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में तुरंत ले जाना चाहिए।

नशा मुक्ति दिवस मनाए जाने के संबंध में समाहरणालय के सभाकक्ष में बैठक का हुआ आयोजन

मधुबनी : बिहार के कुछ जगहों में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों को बिहार सरकार द्वारा गंभीरता से लिया गया है, और इसी परिप्रेक्ष्य में बिहार के सभी जिलों में मद्य निषेध को कड़ाई से लागू करने के साथ साथ नशा मुक्ति के प्रति जनजागरुकत के कार्यक्रम भी आयोजित किए जाने हैं।

बैठक को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि शराब ने काफी जिंदगियां बर्बाद की हैं। मद्य निषेध को शत प्रतिशत लागू करने के प्रति जिला प्रशासन, मधुबनी पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। इस सिलसिले में माननीय मुख्यमंत्री, बिहार द्वारा जिले में 26 नवंबर को नशा मुक्ति दिवस को प्रभावी तरीके से मानने और मद्यपान से होने वाले नुकसान को जन जन तक पंहुचाने के परिप्रेक्ष्य में सतत जन जागरूकता अभियान चलाए जाने के निर्देश प्राप्त हुए हैं। जिसके लिए जिले के सभी विभागों में आपसी समन्वय का होना अत्यंत आवश्यक है।

जन सरोकार को देखते हुए, इसमें कई विभागों जैसे उत्पाद, शिक्षा, स्वास्थ्य, ऊर्जा, जीविका आदि के बेहतर समन्वय से नशा मुक्ति के संदेश को अधिक से अधिक लोगों तक पंहुचाया जा सकता है। उन्होंने सभी विभागों के पदाधिकारियों को स्पष्ट किया कि 22 से 26 नवंबर तक जिले में विभिन्न विभागों द्वारा उनके स्तर से कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे एवं 26 नवंबर को जिला स्तर पर विस्तृत कार्यक्रम किया जाएगा, जिसके स्थल एवं कार्यक्रम की घोषणा शीघ्र की जाएगी।

जिलाधिकारी ने बताया कि मद्य निषेध को ठीक प्रकार लागू करने के लिए हमें दो अलग अलग स्तरों पर प्रयास करने होंगे। एक तरफ छापामारी, गिरफ्तारी, जब्ती, नीलामी आदि के प्रयास तेज करने होंगे। साथ ही ये भी देखना होगा कि शराब के धंधे में लिप्त चल रहे लोगों को बेल आसानी से न मिले। दूसरी तरफ जन जागरूकता का दायरा भी विस्तृत करना होगा, जिसके लिए एकजुट होकर योजनाबद्ध तरीके से प्रयास करने होंगे।

उनके द्वारा बिजली विभाग से उपस्थित अधिकारियों से अभियान चलाकर जिले के विभिन्न क्षेत्रों में ट्रांसफार्मर पर टॉल फ्री नंबर को नशा मुक्ति के स्लोगन के साथ अंकित करवाने के आदेश दिए गए हैं।

बैठक के दौरान नशीम अहमद, जिला शिक्षा पदाधिकारी, मधुबनी द्वारा विभाग की गतिविधियों के बारे में जिलाधिकारी को अवगत कराया गया। इस पर संतोष व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी महोदय ने वाद विवाद, चित्रांकन, निबंध लेखन जैसे कार्यक्रमों को आयोजित कर जिला में आयोजित कार्यक्रम में पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र प्रदान करने को कहा गया।

उन्होंने प्रभात फेरी कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने के निर्देश भी दिए। जिलाधिकारी ने जिले के सभी उच्च विद्यालय में शिक्षकों एवं छात्रों के बीच सोशल मीडिया समूह के माध्यम से नशा मुक्ति संबंधी जानकारी मुहिम चलाकर शेयर करने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने शिक्षकों, टोला सेवकों, तालिमी मरकज, कला जत्था को भी नशा मुक्ति के संबंध में सक्रिय भूमिका को रेखांकित किया। जिलाधिकारी ने बताया कि मद्य निषेध को लेकर जिला स्तर पर एक बड़ी चित्रकला प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी। जिसके लिए स्थल का चयन किया जा रहा है।

मद्य निषेध के परिप्रेक्ष्य में जीविका की गतिविधियों को लेकर चलाए जा रहे कार्यक्रमों की जिलाधिकारी द्वारा सराहना की गई। साथ ही उनके द्वारा निर्देश दिया गया कि प्रभात फेरी, गोष्ठी, चौपाल, मेंहदी प्रतियोगिता आदि जैसे कार्यक्रमों को प्रमुखता से अभियान चलाकर संपन्न करवाया जाए।

जिला सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय को निर्देश दिए गए हैं कि नशामुक्ति से संबंधित होर्डिंग्स लगाए जाएं और जिले में चल रही नशा मुक्ति संबंधी विभिन्न गतिविधियों को प्रचारित और प्रसारित किया जाए।जिला कल्याण पदाधिकारी एवं सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा को जिले के दिव्यांग जनों को भी नशामुक्ति अभियान से प्रमुखता से जोड़ने के निर्देश दिए गए।

जिला उद्योग केन्द्र को आदेश दिया गया है कि जिले में ताड़ी से निड़ा बनाए जाने के वैकल्पिक तरीकों को प्रश्रय दिया जाए। जिलाधिकारी ने बताया कि आने वाले दिनों में सभी सरकारी विभागों में पोस्टिंग के समय गौर किया जाएगा कि उनकी संलिप्तता मद्य निषेध कानून को तोड़ने में न हो। साथ ही नशा मुक्ति के लिए बेहतर प्रयास करने वाले सरकारी कर्मियों को प्रोत्साहित भी किया जाएगा।उन्होंने निजी सुचिता और व्यावहारिक सतर्कता पर बल देते हुए सभी को मद्य निषेध को सफल बनाने हेतु आगे आने का आह्वान किया।

बैठक में अवधेश राम, अपर समाहर्ता, मधुबनी, सुरेन्द्र राय, विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय शाखा, मधुबनी, शैलेन्द्र कुमार, जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी, मधुबनी, नसीम अहमद, जिला शिक्षा पदाधिकारी, मधुबनी, विनोद शंकर सिंह, महाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र, मधुबनी, अभिषेक कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी, फुलपरास, शैलेश कुमार चौधरी, अनुमंडल पदाधिकारी, झंझारपुर, मैत्रेय गार्गी, जिला परियोजना समन्वयक, जीविका के साथ साथ जिले के वरीय प्रशासनिक पदाधिकारी उपस्थित थे।

गुलशन हत्याकांड में पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ शकील अहमद पहुंचे पीड़ित के घर, की न्याय की मांग

मधुबनी : हुए गुलशन हत्याकांड में पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ० शकील अहमद पीड़ित परिजनों के घर पहुंचे। इस दौरान परिजनों से पूरी घटना की जानकारी उन्होंने जुटाई। उन्होंने कहा कि जिस तरह की घटना ऑफिसर कॉलोनी में हुई है, यह काफी निंदनीय है। वहां पर जिला प्रशासन के तमाम आला अधिकारियों के सरकारी आवास हैं, बावजूद इस बीच में इस तरह की घटना होना काफी समझ से परे है।

डॉक्टर शकील अहमद ने कहा निश्चित तौर पर इस मामले में जिला प्रशासन और पुलिस किस तरीके से काम कर रही है, इसकी पूरी जानकारी ली जाएगी। अगर जांच में किसी तरह की गड़बड़ी मिली, तो वे मुख्यमंत्री से भी मिलकर इसकी जांच के लिए एसआईटी बनाने का आग्रह करेंगे। उन्होंने पीड़ित परिजनों से धैर्य से रहने की अपील की और कहा कि निश्चित तौर पर इस दुख की घड़ी में पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद होनी चाहिए।

उन्होंने परिजनों को आश्वासन दिया कि वे आज ही इस मामले में जिला प्रशासन से बात करेंगे और त्वरित न्याय दिलाने की गुजारिश भी करेंगे। उन्होंने कहा कि लगातार मधुबनी में 2-3 घटनाएं दिल दहला देने वाली है। इधर बेनीपट्टी में एक पत्रकार की जलाकर हत्या कर देने का मामला भी तूल पकड़ रहा है। इन दिनों मधुबनी में लगातार इस तरह की घट रही घटनाएं लोगों को झकझोर रही हैं।

जयनगर में अब तक पंचायत चुनाव सह जिला पार्षद पदों के लिए आज तक कुल 576 नामांकन हुए

मधुबनी : जिले के जयनगर प्रखण्ड के 15 पंचायत में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए नामांकन के तीसरे दिन अनुमण्डल कार्यालय परिसर में जिला परिषद पद हेतू तीन उम्मीदवार ने नामांकन पर्चा दाखिल किया। इस बाबत जयनगर एसडीएम सह निर्वाची पदाधिकारी बेबी कुमारी के द्वारा जानकारी देते हुए बातया गया कि नामांकन के तीसरे दिन शनिवार को जिला परिषद पद हेतू क्षेत्र संख्या 16 से दो प्रत्याशीयों क्रमशः पूनम कुमारी एवं लीला देवी ने नामांकन पर्चा दाखिल किया, साथ ही क्षेत्र संख्या 17 से एक अभ्यर्थी रहमानिया खातून ने नामांकन पर्चा दाखिल किया हैं।

अब तक कुल सात नामांकन जिला परिषद पद हेतू नामांकन हुआ है। वही बीडीओ सह निर्वाची पदाधिकारी उमा भारती ने जानकारी देते हुए बताया कि 15 पंचायत में नामांकन के तीसरे दिन आज मुखिया पद हेतू 13 अब तक कुल 37 उम्मीदवार मुखिया में हैं। वही सरपंच पद हेतू 07 उम्मीदवार अब तक, कुल 33 उम्मीदवार ने नामांकन पर्चा दाखिल किया।

वही पंचायत समिती सदस्य में 11 प्रत्याशियों ने नामांकन किया, जिससे अब तक कुल 44 उम्मीदवारों ने नामांकन पर्चा दाखिल किया है। वही वार्ड सदस्य में 77 कुल 333 और वार्ड पंच में 42 अब तक कुल 122 नामांकन हुआ हैं। सभी पदों को मिलाकर अब तक 576 नामांकन होने की जानकारी बताया गया।

राज्य निर्वाचन आयोग, पटना के विशेष कार्य पदाधिकारी ने आरओ (पं०) सह बीडीओ लदनियां को आगामी 22 दिसम्बर तक कार्यालय में उपस्थित होने का भेजा नोटिस

मधुबनी : विशेष कार्य पदाधिकारी, राज्य निर्वाचन आयोग पटना, ने नोटिस भेजकर लदनियां प्रखण्ड निर्वाची पदाधिकारी (पं०) सह प्रखंड विकास पदाधिकारी को एकहरी पंचायत के मुखिया पद से अभ्यर्थी पूनम देवी के नामनिर्देशन पत्र खारिज करने के मामले में आगामी 22 दिसम्बर 2021 को उपस्थित अपना पक्ष रखने को कहा है।

ज्ञात हो कि त्रिस्तरीय पंचायत आम चुनाव 2021 में एकहरी पंचायत से मुखिया पद के प्रत्याशी पूनम देवी पति सूर्य नारायण सिंह द्वारा आरओ (पं०) सह बीडीओ लदनियां अखिलेश्वर कुमार पर संवीक्षा में बेवजह नामनिर्देशन पत्र अमान्य घोषित किया गया।

मुखिया पद के अभ्यर्थी पूनम देवी ने राज्य निर्वाचन आयोग में दायर परिवाद में अमित कुमार डीएम मधुबनी, बेबी कुमारी एसडीओ जयनगर एवं अखिलेश्वर कुमार आरओ (पं०) सह बीडीओ लदनियां को आरोपित बनाया है।

परिवाद में पेटिशनर पूनम देवी ने कहा है कि एकहरी पंचायत के मुखिया पद अतिपिछड़ा महिला के लिए आरक्षित है। अभ्यर्थी पूनम देवी दांगी जाति से आती है। दांगी जाति अतिपिछड़ा वर्ग में आता है। आरओ (पं०) सह बीडीओ लदनियां ने अंचल अधिकारी अंधराठाढ़ी से अभ्यर्थी पूनम देवी के जाति प्रमाण पत्र से सम्बंधित सत्यापन प्रतिवेदन मांगा।

सीओ अंधराठाढ़ी ने आरओ (पं०) सह बीडीओ लदनियां के नाम प्रेषित जाति प्रमाण पत्र सत्यापन पत्रांक 1399 दिनांक 7 अक्टूबर 2021 में अभ्यर्थी पूनम देवी पिता अनदू महतो पति सूर्य नारायण सिंह ग्राम बिठौली सतघरा कोईरी कुशवाहा जाति का है। कोईरी कुशवाहा पिछड़ा वर्ग में आता है।

उक्त सत्यापन पत्र के आधार पर आरओ सह बीडीओ लदनियां ने एकहरी पंचायत से मुखिया पद से अभ्यर्थी पूनम देवी का नामनिर्देशन पत्र अमान्य घोषित कर दिया। एकहरी पंचायत के मुखिया पद से अभ्यर्थी पूनम देवी ने न्याय के लिए राज्य निर्वाचन आयोग पटना में परिवाद दायर की।

दायर परिवाद संख्या-26/ 021 के आलोक में विशेष कार्य पदाधिकारी राज्य निर्वाचन आयोग पटना ने आरओ (पं०) सह बीडीओ लदनियां को आगामी 22 दिसम्बर 2021 को अंतिम रूप से सुनवाई के लिए उपस्थित होकर पक्ष रखने को कहा है, अन्यथा कागजात और अभिलेख के आधार पर अंतिम निर्णय दिया जायेगा।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मिथिला विश्वविद्यालय के संयोजक का हुआ असामयिक निधन, गाँव सहित कार्यकर्ताओं में फैला मातम

मधुबनी : जिले के राजनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत अमला टोली निवासी राकेश कुमार साहू को बिजली के करंट लगने से जख्मी हो गया। प्राथमिक उपचार के लिए राजनगर पीएससी में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टर ने राकेश कुमार साहू की नाजुक स्थिति को देखते हुए सदर मधुबनी के लिए रेफर कर दिया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

आपको बता दें की राकेश कुमार साहू, उम्र-26 वर्ष, पिता-मोती साहू के द्वितीय पुत्र थेl वही परिवार में में दूसरी पुत्र को खोने से परिजन का रो-रो कर बुरा हाल हैl बता दें कि 2021 से विद्यार्थी परिषद में सदस्यता ग्रहण किया था, उसके बाद राजनगर नगर मंत्री बनाया गया।

दरभंगा-मधुबनी विभाग के संयोजक एवं प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य के रूप में भी पूर्व में अपने पदों का निर्वहन किया। वर्तमान में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मिथिला विश्वविद्यालय के संयोजक है। राकेश कुमार साहू अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन में रहते हुए संगठन के कार्यों को उन रूप से निर्वहन किया।

पांच सदस्यीय कमिटी ने गुलशन हत्याकांड पर एसपी को सौंपी मांगपत्र, जल्द न्याय की मांग

मधुबनी : पिछले दिनों हुए मधुबनी नगर के ऑफीसर्स कॉलोनी में हुए युवती गुलशन हत्याकांड पर आज मो० अमानुल्लाह खान, फहीम बकर मूसा, विजय श्री टुन्न समेत पांच सदस्यीय कमिटी ने आज दोपहर को मधुबनी पुलिस अधीक्षक डॉ० सत्यप्रकाश से मिल उनको घटनाक्रम की जानकारी देते हुए जल्द करवाई की मांग की। इस बाबत एसपी,मधुबनी ने त्वरित करवाई करते हुए एसआईटी गठन हेतु अनुसंशा कर देने, एवं पीड़ित के परिवार को उचित मुआवजे की भी आश्वासन दिए।

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव तीसरे दिन प्रखंड में नामांकन की प्रक्रिया जारी रही

मधुबनी : जिले के बिस्फी में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तहत प्रखंड में होनेवाले चुनाव के लिए शनिवार को तीसरे दिन प्रखंड में नामांकन की प्रक्रिया जारी रही। अब तक विभिन्न पदों के 1456 प्रत्याशियों ने नामांकन का पर्चा दाखिल कर लिया है। उपलब्ध कराये गये आंकड़ों के अनुसार मुखिया पद के लिये 120, सरपंच पद के लिये 99, पंचायत समिति सदस्य 128, वार्ड सदस्य 879 और ग्राम कचहरी के पंच पद के लिये 230 सहित विभिन्न पदों के कुल 1456 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन का पर्चा दाखिल कर चुका है।

काउंटर पर अभ्यर्थियों की कतार लगी थी। आरओ सह बीडीओ मनोज कुमार ने बताया कि नामांकन के लिये पंद्रह काउंटर बनाये गये हैं। वही रधेपुरा पंचायत से मुखिया पद के लिये सतीश मेहता, नाहस ऱूपौली उतरी से गंगा नाथ झा, रथौस से जय कुमार यादव व तिसी नरसाम उतरी से आरती कुमारी, पंचायत समिति पद के लिए नूरचक पंचायत के क्षेत्र संख्या 17 से निर्मला देवी बेचन यादव नाहस रुपौली दक्षिणी पूनम कुमारी, राकेश यादव, उमेश यादव, बबलू कुमार सीताराम यादव सहित अन्य ने नामांकन दाखिल किया।

नामांकन के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी थी। मुख्य गेट को बांस बैरिकेडिंग के पास दंडाधिकारी और पुलिस बल सक्रिय दिखे। बिना प्रवेश पत्र के प्रखंड कार्यालय परिसर में प्रवेश नही करने दिया जा रहा था।

कई बार खुद आरओ सह बीडीओ खुद परिसर और काउंटर के समीप भ्रमण कर जायजा लेते रहे और अधिकारियों व कर्मियों को कई आवश्यक दिशा निर्देश देते रहे। कोविड गाइडलाइन व नामांकन की प्रक्रिया के साथ लागू निषेधाज्ञा के पालन हेतु प्रत्याशियों, प्रस्तावकों व समर्थकों को प्रेरित करते रहे। बार-बार मुख्य द्वार पर भीड़ न लगाये जाने हेतु माइकिंग किया जाता रहा।

इस मौके पर बीएसओ मुकेश कुमार, बीपीआरओ चंदेश्वर नारायण सिंह, सुधीर कुमार मंडल, देव कृष्ण, मो० फैयाज, दिलीप कुमार, देव नारायण चौधरी, संतोष कुमार, बीरेंद्र यादव, राजेश कुमार झा सहित कई लोग उपस्थित थे।

सुमीत कुमार की रिपोर्ट

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