रांची : झारखंड पुलिस ने दशकों से फरार दुर्दांत नक्सली नेता किशन दा को दबोच लिया है। उसपर सरकार ने एक करोड़ का इनाम घोषित कर रखा था। पुलिस की इस सफलता को नक्सलियों की रीढ़ की हड्डी तोड़ते वाला कहा जा रहा है। किशन दा की यह गिरफ्तारी कोल्हान इलाके से की गई है। पुलिस ने उसे करीब हफ्ते भर पहले ही पकड़ लिया था, लेकिन उसकी पहचान आज गुरुवार को हुई है।
किशन दा पर 1 करोड़ रुपये का था इनाम
जानकारी के अनुसार इसने लगभग 2000 से ज्यादा हत्याएं की हैं और 500 से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों को मारा है। झारखंड पुलिस ने किशन दा को 12 नवंबर को कोल्हान क्षेत्र से गुप्त सूचना के बाद की गई एक कार्रवाई में गिरफ़्तार किया। 50 साल से सक्रिय किशन दा के अलावा उसकी पत्नी शीला मरांडी को भी गिरफ्तार किया गया है। नक्सलियों को ट्रेनिंग, उनको संगठित करने और हमले की प्लानिंग करने में किशन दा माहिर बताया जाता है।
50 वर्षों से सक्रिय था दुर्दांत नक्सली
मीडिया में छिटपुट सूचनाएं कुछ दिन पूर्व से ही आ रही थी, लेकिन इसकी पुष्टि होना बाकी थी। पुलिस खुद भी किशन दा और उसकी पत्नी की पहचान को लेकर पूरी तरह संतुष्ट होना चाह रही थी। पुलिस ने अब दोनों के पकड़े जाने की पुष्टि कर दी है। किशन दा को 5 राज्यों की पुलिस खोज रही थी। पिछले कुछ वर्षों में यह मान लिया गया था कि यह मर चुका होगा। लेकिन पुलिस को सूचना मिली कि किशन दा उर्फ प्रशांत बोस अपनी पत्नी के साथ ट्रेन में सवार होकर कहीं जा रहा है। उसके बाद झारखंड पुलिस ने उसे सरायकेला के निकट गिरफ्तार कर लिया।