15 नवंबर : मधुबनी की मुख्य ख़बरें

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युवा पत्रकार अविनाश झा की बेनीपट्टी में हुई निर्मम हत्या के खिलाफ जयनगर में पत्रकारों ने किया शोक सभा, कैंडल मार्च भी निकाला

मधुबनी : जिले के बेनीपट्टी के युवा पत्रकार बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश झा की निर्मम हत्या के बाद आज जयनगर के पत्रकारों ने विरोध प्रदर्शन किया। दो मिनट का मौन रख कर श्रद्धांजलि सभा के बाद कैंडल मार्च निकाला गया। बिहार में लोकतंत्र के चौथा स्तंभ खतरें में है। पूरे मामले में पुलिस की लापरवाही से लोगों में आक्रोश व्याप्त था।

इस श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता हनुमान मोर ने किया।
इस श्रद्धांजलि सभा मे वरिष्ठ पत्रकार ललित झा मोहम्मद अली, हनुमान मोर एवं अन्य पत्रकारों ने सरकार से मृतक युवा पत्रकार को शहिद का दर्जा देने, पच्चीस लाख रुपए मुआवजा, पीड़ित परिवार के एक सदस्य को नौकरी, परिवार की सुरक्षा, स्पीडी ट्रायल कर जल्द सजा की मांग की है।

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इस मौके पर वरिष्ट पत्रकार ललित झा ने वर्तमान समय मे पत्रकार पर हो रहे इस तरह के हमले और प्रशासन की विफलता की घोर निंदा की, साथ ही सभी पत्रकारों को एकजुट होकर इस मामले पर आवाज उठाने की अपील की।

वहीं वरिष्ठ पत्रकार मोहम्मद अली ने सरकार को जंगलराज बताया, साथ ही युवा पत्रकार बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश झा की विभत्स निर्मम हत्या को जघन्य अपराध बताते हुए जल्द से जल्द करवाई की मांग की। वहीं श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ पत्रकार हनुमान मोर ने भी वर्तमान परिस्थितियों में जल्द करवाई की मांग की, तथा पत्रकारों पर हो रहे इस तरह के कुकृत्य की निंदा की, एवं फ़ास्ट ट्रैक कर जल्द से अपराधीयों को सजा देने की बात कही।

बता दें कि युवा पत्रकार अविनाश झा बिहार के मधुबनी जिले के बेनीपट्टी का निवासी था। बेनीपट्टी से अविनाश झा 9 नवंबर को गायब हो गए थे। 12 नवंबर की रात को उनका शव वसैठा एनएच के निकट क्षत विक्षत अवस्था में मिला था। जिसमें युवा पत्रकार की हत्या का मामला आग की तरह फ़ैल चुका है। विभिन्न पत्रकार सहित कई संगठनों में गुस्सा उवाल पड़ा। जयनगर के पत्रकारों ने पुलिस प्रशासन की नाकामी और विफलता पर जमकर आलोचना की। इनमें हत्या के प्रति काफी आक्रोश देखा जा रहा था। अब देखना है कि इस मामले का पर्दाफाश कब तक होता है?

हालांकि पुलिस प्रयासरत है दोषियों को पकड़ने के लिए, बावजूद इसके अभी तक कत्ल का सही कारण नही पता चल पाया है। वहीं, चर्चा में है की युवा पत्रकार लगातार अवैध नर्सिंग होम के खिलाफ आवाज उठा रहे थे, जिस कारण कई अवैध नर्सिंग होम बंद हो गए थे। एक्शन होने पर इनमें से कईयों पर जुर्माना लगाया गया था। कयास लगाया जा रहा है कि इस वजह से नर्सिंग होम संचालक इन से खफा थे। साथ ही आशंका भी व्यक्त की जा रही है की फर्जी नर्सिंग होम के संचालकों की एक सुनियोजित साजिश के तहत युवा पत्रकार की निर्मम हत्या की गई है। अब देखना है युवा पत्रकार को न्याय मिल पाता है या नहीं?

बिहार में कई पत्रकारों की हत्या हो चुकी है। आधे दर्जन पत्रकारों पर हाल ही में जानलेवा हमला हुआ है। वहीं पत्रकारों के साथ हो रही लगातार घटना से रिपोर्टर डरे सहमे सा महसूस कर रहे है। शासन एवं प्रशासन इस मामले में लगभग मौन साधे हुए हैं। इस श्रद्धांजलि सभा में ललित झा, मोहम्मद अली, राघवेन्द्र झा ‘बब्लू’, हनुमान मोर, शिव कुमार, सुमित कुमार राउत, पप्पू पूर्वे, संतोष शर्मा, अनुराग गुप्ता, मो० गुलाब, सरदार रोशन सिंह मौजूद थे।

बाल संरक्षण को लेकर जागरूकता अभियान

मधुबनी : डीएम मधुबनी द्वारा चाइल्डलाइन के हेल्पलाइन नंबर के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए जागरूकता रथ को समाहरणालय मधुबनी से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि बाल संरक्षण जिला प्रशासन के प्रमुख उद्देश्यों में शामिल है। आशा है कि इस रथ के माध्यम से अधिक से अधिक लोग बाल संरक्षण के प्रति जागरूक होंगे।

श्रीमती निर्मला, निर्देशिका, चाइल्डलाइन, मधुबनी द्वारा जानकारी दी गई कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा संचालित चाइल्डलाइन इंडिया फाउंडेशन द्वारा जिले में बाल संरक्षण को लेकर गतिविधियां की जाती हैं।

उन्होंने बताया कि गंभीर समस्या से जूझ रहे बालक बालिकाओं को संरक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से सरकार द्वारा 1098 संख्या के हेल्पलाइन नंबर को जारी किया गया है। जिस पर किसी कठिन परिस्थिति में कॉल करने से शीघ्र अतिशीघ्र मानवीय सहायता पंहुचाई जाती है।

लोगों को इस चाइल्डलाइन नंबर की जानकारी होने से कई बच्चों को कठिन परिस्थितियों में सुरक्षा प्रदान की जा सकती है। यह जागरूकता रथ शहर के अलग अलग भागों में रुक रुक कर लोगों को जागरूक करने का काम करेगी। इस अवसर पर सन्नी कुमार, केंद्र समन्वयक, चाइल्डलाइन, अनिल कुमार सिंह, काउंसेलर, चाइल्डलाइन एवं कई टीम मेंबर उपस्थित थे।

रक्षा सूत्र बँधवा कर अधिकारीयों ने दिया बच्चों को सुरक्षा का वचन

मधुबनी : महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार से संचालित चाइल्ड लाइन 1098 के तत्वावधान में 14 से 21 नवंबर तक चाइल्डलाइन से दोस्ती कार्यक्रम 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजन किया जा रहा है।इसी कड़ी में चाइल्ड लाइन सब सेंटर जयनगर के द्वारा अनुमंडल कार्यालय जयनगर में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें पदाधिकारियों ने विभिन्न स्कूलों के बच्चों से रक्षा सूत्र बँधवाकर उनकी सुरक्षा का जिम्मा लिया।

बच्चों ने अनुमंडल पदाधिकारी बेबी कुमारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी उभा भारती सहित अन्य पदाधिकारीयों को सुरक्षा बंधन बैंड बाँधकर अपनी सुरक्षा का वचन लिया। मौके पर अनुमंडल पदाधिकारी बेबी कुमारी ने कहा कि बच्चे हमारे देश का भविष्य है। चाइल्ड द्वारा दोस्ती वीक मनाकर लोगो को जागरूक किया जा रहा है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग चाइल्ड लाइन से दोस्ती करके बच्चों दोस्त बनकर उनकी मदद करें। अगर आपको कोई बच्चा मुसीबत मे नजर आता हैं, तो चाइल्ड हेल्प लाइन 1098 पर अवश्य दें। बच्चों को तत्काल मदद किया जाएगा।

चाइल्ड लाइन सब सेंटर के को-ऑर्डिनेटर तारानन्द ठाकुर ने बताया कि 1098 बच्चों के सेवा में 24 घंटे तत्पर्य है। आप लोग बेझिझक इसका प्रयोग किसी भी समय कर सकते हैं, चाहे दिन हो या रात चाइल्ड लाइन 0 से लेकर 18 साल के नीचे के बच्चों लिए काम करता है।
इस मौके पर टीम सदस्य वकील यादव, रंजिता देवी, सविता देवी एवं पप्पू पूर्वे ने संयुक्त रूप से लोगों को चाइल्ड लाइन के टोल फ्री नंबर 1098 की जानकारी दी।

टीम ने नि:शुल्क फोन सेवा 1098 के माध्यम से स्कूल छोड़ चुके, घर से भागे हुए, मानसिक और शारीरिक शारीरिक रूप से अक्षम, शोषित, अति निर्धन, बाल विवाह से ग्रस्त, बाल-मजदूरी से ग्रस्त, छेड़छाड़ से पीड़ित बच्चों के लिए चाइल्ड लाइन के माध्यम से दी जाने वाली सेवाओं की जानकारी दी।इस मौके पर बिहार सेवा समिति के अध्यक्ष फरीदा खातून, होली सेंट्रल स्कूल जयनगर के सर लक्ष्मण यादव, शारदा कंप्यूटर सेन्टर के सर संतोष शर्मा एवं विभिन्न सरकारी विधालय के छात्र-छात्राएं मौजूद थे।

आज से जिले में घर-घर दस्तक टीम कोरोना से बचाव के लिए चलाएगी टीकाकरण अभियान

मधुबनी : जिला में कोरोनारोधी वैक्सीन लगाने के लिए 16 से 27 नवंबर तक विशेष अभियान चलेगा। ‘हर घर दस्तक अभियान की शुरुआत होगी। टीकाकरण अभियान के सफल संचालन के लिए कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर जिलाधिकारी एवं सिविल सर्जन को आवश्यक निर्देश दिया है। जारी पत्र में कहा गया है कि स्वास्थ्यकर्मी लोगों के घर- घर जा कर छूटे हुए लाभार्थियों का टीकाकरण करेंगे। कर्मी 18 व  उससे अधिक उम्र के लोगों के टीकाकरण की स्थिति की जानकारी लेंगे।

सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया कि अधिक से अधिक लोगों को टीका लगाने के लिए यह अभियान शुरू किया जा रहा है। पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर इसे चलाया जाएगा। डीआईओ ने कहा घर-घर जाकर लोगों के टीकाकरण का अभियान कल से शुरू हो रहा है। बताया कोरोना वायरस के खिलाफ एक मेगा टीकाकरण अभियान में हर घर दस्तक अभियान के तहत स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर पात्र लोगों को कोविड-19 की पहली एवं दूसरी वैक्सीन लगाएंगे सिविल सर्जन ने लोगों से समय पर कोरोनारोधी वैक्सीन की दोनों डोज लेने की अपील की है।

प्रथम खुराक का शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति को ले किया जाएगा प्रयास:

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एस.के विश्वकर्मा ने बताया अभियान की शुरुआत 16 से होगी, जो 27 नवंबर तक चलेगी। यह कार्यक्रम 16 से 20 एवं 22 से 27 नवंबर तक चलाया जाएगा। इसके अंतर्गत घर घर जाकर पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर स्वास्थ्य कर्मी लोगों को कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन देंगे।

गांव में प्रत्येक 125 घर पर एक मोबाइल टीम करेगी टीकाकरण:

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने बताया ग्रामीण क्षेत्रों में कम से कम 125 घरों पर एक मोटरसाइकिल की टीम लगाई गई है जो सभी घरों में जाकर टीकाकरण के लिए लोगों से बात करेगी। इसके अंतर्गत उन्हें पहली एवं दूसरी डोज दी जाएगी। टीकाकरण के बाद विवरणी भी भरने का निर्देश दिया गया है। इससे पता चलेगा कि अभी तक कितने लोगों ने पहला एवं दूसरा डोज़ लिया है एवं अभी कितने लोगों को टीकाकरण कराना बाकी है। इस आंकड़ा के आधार पर वैक्सीनेशन अभियान की योजना बनाई जाएगी। डीआईओ ने कहा कि प्रत्येक मोटरसाइकिल पर एक वैरिफायर एवं एक वैक्सीनेटर होगा।

सुपरवाइजर करेगा टीकाकरण कार्य का अनुश्रवण:

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने बताया इस अभियान के तहत सभी मोबाइल टीम को मोटरसाइकिल रखना अनिवार्य है। बताया कि टीकाकरण कार्य में लगाए गए तीन मोबाइल टीमों पर एक सुपरवाइजर को रखा गया है, जो टीम के द्वारा किए गए टीकाकरण कार्यक्रम की देखरेख एवं अनुश्रवण करेंगे। रोजाना शाम को जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में कार्य की समीक्षा की जाएगी। इसमें कार्यक्रम को सफल करने के लिए कर्मियों को दिशा निर्देश दिए जाएंगे।

जिले में अब तक 28.11 लाख लोगों का हुआ टीकाकरण:

जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी सुनील कुमार ने बताया जिले में अब तक 28 लाख 11 हजार 526 लोगों का टीकाकरण किया गया है. जिसमें 20,20,853 लोगों को प्रथम डोज व 7,90,673 लोगों को दूसरा डोज दिया गया है. जिसमें 12,54,685 पुरुष एवं 15,56,209 महिला को टीकाकृत किया गया है. टीका लेने वाले में 24,18,599 लोगों को कोविशील्ड एवं कोवैक्सीन 3,92,927 डोज दिया गया है. वही 18 से 44 उम्र के 15,96,661 लोगों, 45 से 60 वर्ष के 6,30,961 लोगों तथा 60 वर्ष से ऊपर के 5,83,904 लोगों को टीका लगाया गया है।

भाई बहन के अटूट प्रेम का पर्व सामा चकेवा शुरू, ग्रामीण इलाकों में उत्साह

मधुबनी : मिथिला का प्रसिद्ध लोक पर्व सामा चकेवा शुरू हो गया है। यह पर्व भाई बहन के अटूट प्रेम के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है. कार्तिक शुक्ल पक्ष सप्तमी से शुरू होकर पूर्णिमा तक चलने वाले इस लोक पर्व के दौरान महिलाएं सामा चकेवा की मूर्तियों के साथ सामूहिक रूप से गीत गाती हैं।
हमने अपने मिथिला क्षेत्र के सामा चकेवा जो भाई-बहन के अटूट प्रेम का पर्व है।

अब ये चीजें धीरे-धीरे कम होकर मानो विलुप्त होने के कगार पर है। ऐसा इसलिए कि हमारा समाज संक्रमण के काल से गुजर रहा है और हमारे खान-पान, पहनावा ओढ़ावा गीत संगीत आदि पर दूसरी संस्कृतियाँ हाबी हो रही हैं।
जहां कुछ बच्चियाँ और औरतें भाई-बहन के इस पर्व को आठ दिनों तक मनाती हैं, जिसमें महिलाएँ मैथिली में सामा चकेवा का गीत गा रही हैं। आप देखेंगे कि बीच में सामा चकेवा की मूर्ति है, बांस से बना हुआ डाला है और धान के खर से बनी हुई झाड़ूनुमा आकृति है।

मान्यता है कि सामा भगवान श्रीकृष्ण की पुत्री और सांब पुत्र थे। सामा को घूमने में मन लगता था। इसलिए वह अपनी दासी दिहुली के साथ वृंदावन में जाकर ऋषियों के साथ खेलती थी। यह बात दासी को रास नहीं आयी। उसने सामा के पिता से इसकी शिकायत कर दी। आक्रोश में आकर कृष्ण ने उसे पक्षी होने का श्राप दे दिया। इसके बाद सामा पक्षी का रूप लेकर वृंदावन में रहने लगी। इस वियोग में ऋषि- मुनि भी पक्षी बनकर उसी जंगल में विचरण करने लगे।

कालांतर में सामा के भाई सांब अपनी बहन की खोज की तो पता चला कि निर्दोष बहन पर पिता के श्राप का साया है। उसके बाद उसने अपने पिता की तपस्या शुरु कर दी। भगवान श्रीकृष्ण ने प्रसन्न होकर नौ दिनों के लिए उसके पास आने का वरदान दिया। सामा ने उसी दिन से अपने भाई के दीर्घायु की कामना लेकर बहनों को पूजा करने का आशीर्वाद दिया। सामा चकेवा के गीतों से मिथिलांचल के साथ-साथ नेपाल के भी कई क्षेत्रों में उत्सव का माहौल बना रहता है।

लदनियां थाना के खाजेडीह निवासी बर्खास्त जनवितरण प्रणाली के दुकानदार जीतेन्द्र कुमार सुमन सरकारी 448 क्विंटल खाद्यान्न गबन के आरोप में गिरफ्तार।

मधुबनी : लदनियां थाना पुलिस ने जनवितरण प्रणाली बर्खास्त दुकानदार जीतेन्द्र कुमार सुमन को विभिन्न योजना मद के 448 क्विंटल खाद्यान्न गबन के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। थाना अध्यक्ष संतोष कुमार सिंह के मुताबिक आरोपी जीतेन्द्र कुमार सुमन खाजेडीह गांव का रहने वाला है।

लदनियां प्रखण्ड आपूर्ति पदाधिकारी विपिन आंशु के लिखित आवेदन पत्र के आलोक कुमार में जनवितरण प्रणाली के दुकानदार जीतेन्द्र कुमार सुमन के विरुद्ध विभिन्न योजना मद के 448 क्विंटल सरकारी खाद्यान्न गबन के आरोप में केस दर्ज है। पुलिस केस दर्ज कर त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपित जीतेन्द्र कुमार सुमन को गिरफ्तार कर लिया।

ज्ञात हो कि इसके पूर्व एसडीओ जयनगर बेबी कुमारी बर्खास्त जनवितरण प्रणाली दुकानदार जीतेन्द्र कुमार सुमन को कई बार लिखित आदेश दिया था कि अवशेष खाद्यान्न बगल के जनवितरण प्रणाली के दुकानदार सीता कुमारी को खाद्यान्न देने का निर्देश दिया था। इन्होंने एसडीओ जयनगर के निर्देश को नजरअंदाज करते रहे। बाध्य होकर इनके विरुद्ध थाना में आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत केस दर्ज किया गया। पुलिस त्वरित कार्रवाई करते आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।

अविनाश हत्याकांड पर पुलिस की प्रेम-प्रसंग वाली कहानी से उसके परिजन नाराज, कहा बेतुकी बातें है ये सब

मधुबनी : बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश के अपहरण व चार दिन बाद जला हुआ शव बरामद होने की घटना से लोगों का आक्रोश चरम पर है। हत्याकांड की गुत्थी अब तक सुलझ नहीं पाई है। इस बीच पुलिस की कार्रवाई व जांच पर भी सवाल उठने लगे हैं। कथित तौर पर प्रेम प्रसंग में हत्या की बात सामने आने से मृतक अविनाश के स्वजन व उन्हें जानने वाले व्यथित व आक्रोशित हैं।

पुलिस अभी तक प्रेम प्रसंग को लेकर कोई ठोस सबूत पेश नहीं कर पाई है। हालांकि, इस हत्याकांड में पुलिस ने अब तक छह लोगों की गिरफ्तारी की है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं कर सकी है इनकी अविनाश की हत्या में क्या भूमिका रही। लोगों का कहना है कि बेनीपट्टी में घटी घटना के बाबत बेनीपट्टी डीएसपी का मधुबनी मुख्यालय जाकर प्रेसवार्ता करना, हत्या के कारणों का स्पष्ट नहीं होना अपने आप में कई सवाल खड़े कर रहा है। बहरहाल, पुलिस की मौजूदा जांच से मृतक अविनाश के स्वजन संतुष्ट नहीं दिख रहे। स्वजनों का कहना है कि हत्याकांड को प्रेम प्रसंग का मामला बता कर पूरे मामले को डायवर्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। आरोप है कि ऐसा निश्चित रूप से अविनाश के हत्यारों को कानूनी कार्रवाई से बचाने के लिए किया जा रहा है।

मृतक अविनाश के पिता दयानंद झा, बड़े भाई त्रिलोक कुमार झा, चन्द्रशेखर झा, माता विभा देवी ने बताया कि बुद्धिनाथ झा उर्फ अविनाश बेनीपट्टी क्षेत्र में चल रहे फर्जी नर्सिंग होम के काले कारनामे के खिलाफ पत्राचार व लोक शिकायत निवारण कार्यालय में परिवाद दायर कर कार्रवाई के लिए लगातार प्रयासरत था। उसके प्रयास से दर्जनों फर्जी नर्सिंग होम की जांच भी हुई। नौ नवंबर की रात दस बजे अविनाश झा का अपहरण हुआ व चार दिन बाद उड़ेन गांव के निकट सड़क किनारे उसका जला हुआ शव बरामद हुआ। इस बीच थाने में एक दर्जन नर्सिंग होम के संचालक व कर्मियों पर शंका जाहिर करते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई गई, लेकिन पुलिस अब तक किसी नर्सिंग होम के संचालक या कर्मियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है।

अविनाश हत्याकांड को पुलिस की ओर से कथित रूप से प्रेम प्रसंग का मामला बताए जाने पर कड़ा एतराज जताते हुए स्वजनों ने कहा की पुलिस की अब तक की जांच से हम संतुष्ट नहीं हैं। महिला के साथ प्रेम प्रसंग का मामला पूरी तरह गलत है। जबकि, अनुसंधान को गलत दिशा में मोड़कर असली हत्यारे को बचाने व मामले की लिपापोती का प्रयास किया जा रहा है।
बेनीपट्टी के बिदेश्वरनाथ झा विकास, मुकुंद कुमार, संजीव मिश्र, अभिषेक झा, राजा झा, पेंटर झा आदि ने बताया कि पुलिस अविनाश हत्याकांड में संलिप्त अपराधी को गिरफ्तार करें, ना कि हत्याकांड को प्रेम प्रसंग का मामला प्रचारित कर समाज में भ्रम फैलाए। अगर पुलिस के पास प्रेम-प्रसंग का साक्ष्य है तो प्रस्तुत करे।

बीआरसी भवन में बीईओ ने की शिक्षकों के साथ समीक्षा बैठक

मधुबनी : जिले के लदनियां के बीआरसी भवन के सभागार में बीईओ ब्रह्मदेव प्रसाद विद्याकर की अध्यक्षता में शिक्षकों के साथ समीक्षा बैठक हुई। त्रिस्तरीय पंचायत आम चुनाव सम्पन्न के बाद बैठक में कई विषयों पर समीक्षा हुई, जिसमें किताब खरीदारी, विभाग के विद्यांजलि ऐप पर विद्यालयों का पंजीकरण, आगामी 26 नवम्बर को होने वाली विद्यालयों में नशामुक्ति पर विमर्श, मेधा सॉफ्टवेयर के माध्यम से नामांकित छात्र-छात्राओं की प्रविष्टि, विद्यालय शिक्षा समिति के पुनर्गठन, प्रारंभिक विद्यालयों में आंगनबाड़ी केंद्रों को टैगिंग, राष्ट्रीय मेधा खोज परीक्षा 2022 के लिए सक्षम छात्र-छात्राओं के आवेदन लेने समेत अन्य बिन्दुओं पर विमर्श किया गया।

सभी लंबित कार्यों को ससमय निपटाने जैसे बिंदुओं पर विचार विमर्श किया गया। बीईओ विद्याकर अपने संबोधन में कहा कि हमें ईमानदारी से सकारात्मक समाज की अपेक्षाओं पर विचार करना होगा।इस मौके पर अमरनाथ कामत, अमलेश रंजन समेत दर्जनों शिक्षक उपस्थित थे।

सातवें चरण में हरलाखी एवं मधवापुर प्रखंड के पंचायतो के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच हुआ सम्पन्न मतदान

मधुबनी : जिले मे सातवें चरण के अन्तर्गत हरलाखी एवं मधवापुर प्रखंड के पंचायतो के लिए कड़ी सुरक्षा एवं शांतिपूर्ण मतदान समाप्त हुआ। अपने-अपने पंचायत मे सरकार बनाने को लेकर मतदाताओ मे उत्साह देखने को मिला। खासकर महिला मतदाताओ मे अधिक उत्साह देखा गया। दोनो प्रखंडों मे लोग लंबी लाइन मे लगकर मतदान किये। शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष मतदान संपन्न कराने को लेकर डीएम सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी अमित कुमार ने सख्त निर्देश दिए हुए थे।

मतदाताओं की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए हरलाखी के कुल 17 पंचायतों के लिए 274 मतदान केंद्र एवं मधवापुर के 13 पंचायतों के लिए 179 मतदान केंद्रों की स्थापना की गई थी। सातवें चरण के चुनाव में हरलाखी से जिला परिषद के 2, पंचायत समिति के 24, मुखिया के लिए 17 इतने ही सरपंच के लिए और ग्राम पंचायत सदस्यों के लिए 272 एवं इतने ही पंचों के लिए मतदान सम्पूर्ण हुआ।

वहीं, मधवापुर से जिला परिषद के 2, पंचायत समिति के 17, मुखिया के लिए 13 इतने ही सरपंच के लिए और ग्राम पंचायत सदस्यों के लिए 172 एवं इतने ही पंचों के लिए मतदान सम्पन्न हुआ। दोनो प्रखंड के मतदान सामग्रियों को समर्पित करने के लिए आर.के. कॉलेज, मधुबनी को चिन्हित किया गया है। सभी प्रखंडों के रिजर्व ईवीएम आर.के. कॉलेज के परीक्षा भवन में जमा किए जायेंगे।

खबर लिखे जाने तक हरलाखी में मतदान का प्रतिशत 52.32% रहा, जिसमें पुरुष मतदान का प्रतिशत 48.50% एवं महिलाओं के मतदान का प्रतिशत 56.15% रहा। वहीं, मधवापुर में में मतदान का प्रतिशत 53.35% रहा, जिसमें पुरुष मतदान का प्रतिशत 47.50% एवं महिलाओं के मतदान का प्रतिशत 59.20% रहा।

सुमित कुमार की रिपोर्ट

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