21 अक्टूबर : मधुबनी की मुख्य खबरें

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समय से पूर्व कोरोना से रक्षा को ले 100 करोड़ टीकाकरण का ऐतिहासिक मुकाम किया हासिल

मधुबनी : आखिरकार वह समय आ ही गया जब लाखों लोगों की सतर्कता व भागीदारी से समय से पूर्व ही देश भर में 100 करोड़ से अधिक लोगों के टीकाकरण के लक्ष्य को पूरा कर लिया गया। इस जादुई आंकड़े को छूने के बाद करोना को हराने के लिए एक जज्बा जाग उठा है। विश्वास है इसी तरह आगे बढ़ते रहे तो सभी लोगों को प्रतिरक्षित कर दिया जाएगा। विदित हो कि 16 जनवरी से टीकाकरण शुरू की गई थी और 9 माह में ही 100 करोड़ लोगों का टीकाकरण कर दिया गया।

सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया यह दौर काफी उतार-चढ़ाव वाला रहा है। शुरुआती दिनों में कई तरह की भ्रांतियां लोगों के बीच रही। जिसे दूर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ सहयोगी संस्थाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और धार्मिक गुरुओं के साथ बैठक कर लोगों को टीकाकरण के प्रति जागरूक किया। साथ ही टीकाकरण की रफ्तार को गति देने के लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में टीके वाली नाव से लोगों के घर घर पहुंच लोगों को टीकाकरण किया गया।

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वहीं दिव्यांग तथा गंभीर रोगों से ग्रसित लोगों के लिए टीका एक्सप्रेस के माध्यम से लोगों को घर पर ही टीका मुहैया करायी गयी। अब स्वास्थ्य विभाग के द्वारा आशा कार्यकर्ता के माध्यम से घर-घर टीकाकरण से वंचित लोगों का सर्वे कराया जा रहा है ताकि छूटे हुए टीकाकरण के लक्ष्य को पूरा किया जा सके। सिविल सर्जन ने बताया यह जिले के लिए गर्व की बात है जिले में अब तक 19 लाख से अधिक लोगों का प्रथम डोज का टीकाकरण कर दिया गया है वहीं 5 लाख से अधिक लोगों ने दूसरे डोज का टीका ले लिया है। गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग जिला सहित सभी प्रखंड के 9 टू 9 टीकाकरण केंद्रों पर दीपोत्सव मनाया गया।

टीकाकरण में सिविल सर्जन ने निभाई प्रमुख जिम्मेदारी:

महामारी के उस दौर में जब लोग कोविड का टीका लेने से कतरा रहे थे तब सिविल सर्जन ने खुद जागरूकता की कमान संभाल रखी थी। सिविल सर्जन तथा केयर इंडिया के डीटीएल महेंद्र सिंह सोलंकी के द्वारा विशेष समुदाय के साथ बैठक कर टीकाकरण के प्रति जागरूक किया गया। इसके साथ हीं भ्रांतियों को दूर करने के लिए कम्युनिकेशन टास्क फोर्स का भी गठन किया गया था। सभी सदस्यों को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गयी थी। तब जाकर लोगों में टीकाकरण प्रति जागरूकता बढ़ी और आज यह उपलब्धि हासिल हुई है।

सहयोगी संस्थाओं  ने भी किया सहयोग:

अभियान की सफलता में स्वास्थ्य विभाग जिला प्रशासन के साथ-साथ कि केयर इंडिया, यूनिसेफ, पाथ, डब्ल्यूएचओ, सिफार, चिकित्सक, नर्स, आशा, आंगनबाड़ी, जीविका, शिक्षा विभाग, जनप्रतिनिधि और सहयोगी संस्थाओं का भी योगदान काफी महत्वपूर्ण रहा।

स्वास्थ विभाग की बेहतर रणनीति कारगर:

सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया स्वास्थ विभाग ने रणनीति के तहत लोगों का टीकाकरण किया जिसमें पहले स्वास्थकर्मी, फिर फ्रंट लाइन वर्कर तथा 60 वर्ष के ऊपर के लोगों का टीका किया गया। साथ ही अभियान की सफलता में जिले में 9 टू 9 टीकाकरण, टीका एक्सप्रेस, विशेष टीकाकरण अभियान, महिलाओं के लिए विशेष पिंक बूथ व्यवस्था, दिव्यांगों के लिए ड्राइव थ्रू कॉर्नर,  सेकेंड डोज के लिए अलग से टीकाकरण की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी। इसके साथ हीं पोलिया अभियान की तर्ज पर डोर-टू-डोर टीकाकरण अभियान भी चलाया गया।

असमय बरसात से हुए फसल की हुई क्षति की भरपाई के लिये कांग्रेस ने किया मांग, कहा मिले मुआवजा

मधुबनी : प्रो० शीतलाम्बर झा अध्यक्ष, जिला कांग्रेस कमिटी मधुबनी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि मधुबनी जिला में अत्यधिक बारिश एवं तेज हवा के कारण लगभग अस्सी प्रतिशत खरीफ फसल बर्बाद होगया है। इस संबंध में प्रो० झा ने जिलापदाधिकारी के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र भेज कर जिला के किसानों का व्यथा से अबगत कराया है।

प्रो० झा ने अपने पत्र में उल्लेख करते हुए याद दिलाया है कि पिछले मई माह से अत्यधिक वर्षा होने एवं बाढ़ से पहले भी किसानों का फसल मूंग, सब्जी, आम का फसल साथ ही धान का बीज बर्बाद हो गया था। लेकिन सरकार द्वारा किसी भी प्रकार की सहायता किसानों को आज तक नही किया जा सका, जिससे किसान हतोत्साहित हो गए और किसानों को विवश होकर जमीन को परती भी छोड़ना पड़ा था। अब एक बार फिर तीन दिनों से अत्यधिक वर्षा एवं तेज हवा से जिला के किसानों का जो कुछ खरीफ फसल लगा था।

लगभग समाप्त ही गया है, साथ ही बहुत से किसान दलहन की बुआई भी कर लिए थे। वह भी बर्बाद हो गया है, आगे की खेती रबी फसल पर भी बुरा प्रभाव पड़ा है।प्रो० झा ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है किसानों के व्यापक हित मे जिला के सभी किसानों को प्रति एकड़ कम से कम पच्चीस, पच्चीस हजार रुपये मुआवजा का प्रबंध कर शीघ्र भुगतान करने एवं किसानों का परती पड़ी जमीन का भी उचित मुआवजा देने की मांग किया है।

जिलाधिकारी ने मतगणना प्रक्रिया को ससमय संपन्न कराने के दिए निर्देश

मधुबनी : जिला निर्वाचन पदाधिकारी (पंचायत) सह जिला पदाधिकारी, मधुबनी की अध्यक्षता में समाहरणालय के सभागार में दिनांक 22 अक्टूबर 2021 को होने वाले चतुर्थ चरण के मतगणना कार्य से जुड़े पदाधिकारियों और दोनो प्रखंडों के निर्वाची पदाधिकारीयों और सहायक निर्वाची पदाधिकारीयों की बैठक संपन्न हुई।

बताते चलें कि दिनांक 20 अक्टूबर 2021 को जिले के राजनगर एवं खजौली प्रखंडों में पंचायत आम चुनाव संपन्न हुए हैं। जिसके मतों की गणना का कार्य आर.के. कॉलेज, मधुबनी में दिनांक 22 अक्टूबर 2021 को किया जाना है।

बैठक को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी महोदय ने कहा कि जिले में पंचम चरण का चुनाव 24 अक्टूबर 2021 को होना है, ऐसे में मतगणना का कार्य ससमय पूरा किया जाना आवश्यक है। इसके लिए मतगणना कार्य से जुड़े सभी अधिकारीयों और मतगणना कर्मीयों की सुबह 6 बजे मतगणना स्थल पर उपस्थिति अनिवार्य है। संबंधित निर्वाची पदाधिकारी और सहायक निर्वाची पदाधिकारी अपने साथ प्रतिनियुक्त मतदान कर्मियों को निष्पक्ष एवं पारदर्शी मतगणना संबंधी आवश्यक निर्देश देते हुए हर हाल में सुबह 8 बजे से मतगणना अवश्य प्रारंभ करवाना सुनिश्चित करेंगे ।

जनहित में सभी मतगणना प्रक्रिया को सुचारू रूप से गतिशील बनाए रखने के लिए जिलाधिकारी ने कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ये सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि मतगणना कार्य आरंभ होने से पूर्व संबंधित पंचायत के किसी भी पद के उम्मीदवार अथवा उनके प्रतिनिधियों को माइक द्वारा उद्घोषणा कर उनके पंचायत की मतगणना प्रारंभ होने की सूचना दी जाय। उद्घोषणा की वीडियो रिकॉर्डिंग भी करवानी है। इतना ही नहीं अनावश्यक भीड़ से बचने के लिए मतगणना हेतु निर्धारित पंचायतों के क्रम को सभी संबंधित लोगों में सोशल मीडिया द्वारा प्रचारित किया जाय साथ ही पंचायत के क्रम की सूचना मतगणना स्थल पर प्रवेश द्वार जैसे जगहों पर फ्लेक्स आदि लगाकर दी जाय। इससे उम्मीदवारों को अपने क्रम का पूर्व अनुमान रहेगा।

उन्होंने निर्देश दिया कि मुख्य प्रवेश द्वार से पहली बार ऊपर के क्रम से तीन पंचायतों के उम्मीदवारों एवं प्रतिनिधियों को परिसर में प्रवेश करने की अनुमति होगी। इसके बाद पहले पंचायत के संबंधित उम्मीदवार अथवा प्रतिनिधि मतगणना कक्ष में प्रवेश पा सकेंगे। जैसे ही एक पंचायत की मतगणना संपन्न होगी, वैसे ही क्रम के अगले पंचायत से जुड़े लोगों को परिसर में प्रवेश करने दिया जायेगा। इस प्रकार एक बार में दो पंचायतों के उम्मीदवार अथवा प्रतिनिधि अपनी बारी का इंतजार करेंगे और प्रत्येक बार केवल एक पंचायतों के उम्मीदवार अथवा प्रतिनिधियों को परिसर में प्रवेश करने की अनुमति होगी। इससे मतगणना का कार्य सुचारू रूप से संपन्न करवाने में सुविधा होगी।

दोनो प्रखंडों के निर्वाची पदाधिकारीयों को निर्देश दिया गया है कि किसी पंचायत की मतगणना की प्रक्रिया नियमानुकूल पूर्ण हो जाने के बाद विजेता उम्मीदवार को जल्द से जल्द प्रमाण पत्र प्रदान कर दें, जिससे अनावश्यक भीड़ भाड़ से बचा जा सके। जिलाधिकारी ने उम्मीद जताई है कि मतगणना कार्य को पारदर्शी एवं शांतिपूर्ण रूप से संपन्न करवाने में विभिन्न पंचायतों के उम्मीदवारों एवं उनके प्रतिनिधियों का भी अपेक्षित सहयोग प्राप्त हो सकेगा।

बैठक में अवधेश राम, अपर समाहर्ता, मधुबनी, सुरेन्द्र राय, विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय शाखा, मधुबनी, शैलेन्द्र कुमार, जिला पंचायती राज पदाधिकारी सह जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी, मधुबनी, अश्वनी कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी, सदर मधुबनी, निवेदिता, निर्वाची पदाधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी, राजनगर, मनीष कुमार, निर्वाची पदाधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी, खजौली के साथ साथ जिले के वरीय पदाधिकारी एवं सहायक निर्वाची पदाधिकारी शामिल थे।

40 बार सुमित कुमार राउत ने किया रक्तदान, साथ ही शरीर दान करने का भी लिया संकल्प, लोगों के लिए बने प्रेरणास्रोत

मधुबनी : जिले के जयनगर निवासी 34 वर्षीय सुमित कुमार राउत ने आज 40वीं बार रक्तदान कर एक प्रेरणा स्त्रोत बन चुके हैं। वीरवार को दरभंगा के ब्लड बैंक में जाकर एक बुजुर्ग के लिए रक्तदान किया। मौके पर उन्होंने बताया कि रक्तदान के लिए धन या ताकत की जरूरत नहीं होती है।रक्तदान महादान होता है धीरे-धीरे लोग इसका महत्व समझने लगे हैं, और रक्तदान के प्रति जागरूकता का माहौल भी देखने को मिल रहा है।

फिर भी बहुत सारे जिनको अभी रक्तदान करने से डर लगता है, तो हमारा कर्तव्य है कि उन्हें जागरूक करें। यह भावना जन-जन तक पहुंचानी चाहिए कि रक्तदान महादान है। इससे लाखों लोगों की जिदगी बच सकती है। सुमित कुमार राउत ने बताया कि रक्तदान को ले एक माँ अन्नपूर्णा सेवा समिति के नाम समूह बनाया गया है, जिसमें किसी को भी रक्तदान की जरूरत होने पर सम्पर्क कर सकता है। उसे समूह के सदस्य जिस ग्रुप का रक्त की जरूरत होता है, उस ग्रुप का सदस्य रक्तदान करने के लिए स्वयं आगे आते हैं। अभी तक सैकड़ों लोगों को समूह के माध्यम से रक्तदान किया गया है। आगे भी समूह का यही उद्देश्य है कि अधिक से अधिक लोगों की जिदगी बचाया जाए।

इस मौके पर उन्होंने बताया कि हमारे द्वारा किया गया रक्तदान कई जिंदगियों को बचाता है। इस बात का अहसास हमें तब होता है, जब हमारा कोई अपना खून के लिए जिंदगी और मौत के बीच जूझता है। उस वक्त हम नींद से जागते हैं, और उसे बचाने के लिए खून के इंतजाम की जद्दोजहद करते हैं।

अनायास दुर्घटना या बीमारी का शिकार हममें से कोई भी हो सकता है। आज हम सभी शिक्षि‍त व सभ्य समाज के नागरिक है, जो केवल अपनी नहीं बल्कि दूसरों की भलाई के लिए भी सोचते हैं, तो क्यों नहीं हम रक्तदान के पुनीत कार्य में अपना सहयोग प्रदान करें और लोगों को जीवनदान दें।

बता दें कि इससे पहले वो कई बार रक्तदान शिविर भी आयोजित कर चुके हैं, साथ ही रक्तदान के क्षेत्र में इनका परिवार भी अछूता नही है। इनके परिवार के सदस्यों ने भी कई बार रक्तदान कर चुके हैं।आपको बता दें कि इससे पहले 39 बार रक्तदान कर लोगों की जान बचा चुके हैं। कोरोना काल मे भी निर्भीक होकर दरभंगा, मधुबनी में जाकर इन्होंने रक्तदान किया हुआ है।

सुमित कुमार की रिपोर्ट

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