Swatva Samachar

Information, Intellect & Integrity

Featured पटना बिहार अपडेट बिहारी समाज राजपाट

बिहार विधानसभा बिहार में लोकतंत्र का सबसे बड़ा मंदिर,हमसब जनसेवक – विजय कुमार सिन्हा

पटना : देश के महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद तीन दिनों तक पटना बिहार दौरे पर हैं। वह बिहार की राजधानी पटना में 46 घंटे तक रहेंगे। इस दौरान वह बिहार विधानसभा के शताब्दी समारोह में भी शामिल हुए। वहीं,भारत के महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का स्वागत करते हुए बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि यह सुखद संयोग है कि एक ओर देश आजादी के 75वें वर्ष के उपलक्ष में आजादी का अमृत महोत्सव भी मना रहा है तो दूसरी ओर हम बिहार विधानसभा भवन का शताब्दी समारोह मना रहे हैं।

बिहार विधानसभा बिहार में लोकतंत्र का सबसे बड़ा मंदिर

विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि बिहार विधानसभा बिहार में लोकतंत्र का सबसे बड़ा मंदिर है। हमसब जन सेवक हैं। जनता जनार्दन है, उनकी नजर से कुछ नहीं छुपता है। उन्होंने कहा कि मेरा यही प्रयास है कि राज्य के प्रत्येक परिवार तक इस संकल्प को पहुँचाया जाय। हम सभी जनप्रतिनिधियों को लाखों लोगों के विश्वास पर खरा उतरने के लिए अपनी सामाजिक तथा नैतिक जिम्मेवारियों को भी निभाना होगा।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि अपने लिए जीना एक कहानी है, औरों के के लिए जीना जिंदगानी है। स्वामी विवेकानंद ने 19वीं सदी में भविष्यवाणी थी कि 21वीं सदी भारत का होगा और भारत विश्वगुरू बनेगा। आज देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्र की मजबूती और संपूर्ण विश्व में भारत की स्वीकार्यता जिस तरह से बढ़ी है और उनके दूरदर्शी सोच के अनुरूप देश के दो तिहाई युवा राष्ट्र निर्माण में अपनी सक्रिय भागीदारी कर रहे हैं, वह निश्चय ही भारत को विश्व गुरू बनाने में मददगार साबित होगा ।

माँ भारती के हम सभी संतानों को जाति, धर्म, स्थान, भाषा और लिंग भेद को भुलाकर युवाओं के चरित्र निर्माण और नैतिक समर्थन के लिए दृढ़ संकल्प लेना होगा। यह राष्ट्र निर्माण में मील का पत्थर साबित होगा ।

बिहार लोकतंत्र की जननी है, इसकी अपनी समृद्ध राजनीतिक, सांस्कृतिक और बौद्धिक विरासत रही है। यह ज्ञान-विज्ञान की अद्भुत प्रयोगशाला भी रही है। इतिहास गवाह है कि बिहार ने हमेशा देश-दुनिया को नई राह दिखायी है। इस शताब्दी कार्यक्रम के माध्यम से पूरे देश और दुनिया में एक अभिनव संदेश जायेगा और इससे लोकतंत्र की जड़ें और मजबूत होंगी, ऐसा मुझे विश्वास है।