आरा के वकील बने लोकपाल
आरा : व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता पुरानी पुलिस लाइन निवासी बिटेश्वर नाथ पांडे को ने बक्सर जिला का लोकपाल नियुक्त किया गया है। बिहार सरकार ग्रामीण विकास विभाग द्वारा आदेश पत्र संख्या 596825 दिनांक 8 अक्टूबर 2021 में कहा गया है कि राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के अंतर्गत प्राप्त शिकायतों की निष्पक्ष सुनवाई स्वतंत्र सरकारी प्राधिकार की हैसियत से लोकपाल करेंगे।
ज्ञातव्य हो कि नव नियुक्त लोकपाल बिटेश्वर पाण्डेय आरा व्यवहार न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता रहे हैं| इन्होने पटना उच्च न्यायालय में भी वकालत की हैं| उन्हें सिविल, क्रिमिनल तथा इंडियन कॉन्स्टिच्यूशन अच्छा ज्ञान है। वे डिस्ट्रिक्ट लायर्स एसोसिएशन सिविल कोर्ट आरा के अध्यक्ष भी रहे हैं। इन्हें 33 वर्षों का वकालत का अनुभव है।
मुक्त अर्थराइटिस जांच और चिकत्सा का हुआ समापन
आरा : विश्व अर्थराइटिस दिवस पर मठिया मोड आरा स्थित आयुष कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में आयोजित निशुल्क जांच और इलाज का 20 दिनों बाद आज समापन किया गया। जनमानस मैं आर्थराइटिस के प्रति जागरूकता फैलाने और शुरुआती लक्षणों को यदि पहचान कर गंभीर और असाध्य बीमारी से बचा जा सकता, इस उद्देश्य से आयोजित इस कैंप में लगभग 900 पीड़ितों को लाभ दिया गया। जिन्हें शुरुआती लक्षण दिखाई दिया उन्हें स्व चिकित्सा जैसे डिटॉक्स थेरेपी, आहार थेरेपी, कलर थेरेपी, एक्यूप्रेशर थेरेपी से स्व चिकित्सा का परामर्श भी दिया गया जिससे पीड़ित घर बैठे घरेलू सामानों से अपना इलाज कर पूरी जीवन दर्द और दवाओं से बच सके और मिशन पेन फ्री लाइव विथ ड्रग्लेस ट्रीटमेंट का हिस्सा बन सके।
डॉक्टर पी पुष्कर ने पीड़ित को संबोधित करते हुए कहा की 90% अर्थराइटिस की बीमारी खराब पाचन तंत्र, बढ़ते प्रदूषण पैरासाइट और बिगड़ती जीवन शैली, खान-पान में अनियमितता और शारीरिक व्यायाम की व्यापक कमी के कारण है जिससे आज ना सिर्फ बढती उम्र बल्कि नौजवान में भी जोड़ों में दर्द अर्थराइटिस जैसी गंभीर है और असाध्य बीमारी दिनों दिन बढ़ते जा रही है| एक आंकड़े के हिसाब से नजर डालें तो अर्थराइटिस पर ध्यान ना दिया जाए तो व्यक्ति विकलांग तक हो सकता है इस बीमारी में कैल्शियम विटामिन डी मिनरल्स के कमी के वजह से हड्डी कमजोर हो जाती है और जोड़ों के बीच में कोर्टलीज खराब होने लगते हैं।
मांस पेशियों में कमजोरी आ जाती है यदि अर्थराइटिस से पीड़ित अपने खानपान में शाक सब्जियों के साथ है कैल्शियम मिनरल्स और सप्ताह में डेढ़ घंटे तक धूप में विटामिन डी ले और नियमित व्यायाम करें इसके साथ है शरीर के सभी अंग नियमित रूप से कार्य करें इसके लिए समय-समय पर डिटॉक्स थेरेपी एक्यूप्रेशर थेरेपी खानपान चिकित्सा आदि को संतुलित कर पूरी जीवन दर्द और दवाओं के सेवन से न सिर्फ बच सकते हैं स्वस्थ जीवन का आनंद भी ले सकते हैं।
राजीव एन० अग्रवाल की रिपोर्ट