जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग पर मांझी की केंद्र से मांग- 15 दिन दीजिये, सुधार नहीं दिया तो कहिएगा
तेजस्वी ने राज्य सरकार को लपेटा
पटना : बीते दिन जम्मू कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकियों ने मजदूरों को निशाना बनाया था। आतंकवादियों ने रविवार शाम वनपोह इलाके में 3 बिहारी मजदूरों को गोली मारी थी। हमले में 2 बिहारी मजदूरों की मौत हुई है, जबकि एक की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है। निर्दोष बिहारियों पर हुए हमले के बाद पक्ष-विपक्ष सभी बदला लेने की बात कह रहे हैं।
निर्दोष प्रवासी श्रमिकों की हत्या पर शोक व्यक्त करते हुए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने केंद्र सरकार से बड़ी मांग कर दी है। मांझी ने कहा कि कश्मीर में लगातार हमारे निहत्थे बिहारी भाईयों की हत्या की जा रहीं है जिससे मन व्यथित है। अगर हालात में बदलाव नहीं हो पा रहें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और गृह मंत्री अमित शाह जी से आग्रह है, कश्मीर को सुधारने की जिम्मेवारी हम बिहारियों पर छोड़ दीजिये 15 दिन में सुधार नहीं दिया तो कहिएगा।
वहीं, कश्मीर कांड को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि डबल इंजन सरकार की डबल मार “बिहार में नौकरी-रोजगार देंगे नहीं बाहर जाओगे तो मार दिए जाओगे” मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी एक बिहारी की जान की क़ीमत 2 लाख रुपए लगा कर बिना कोई संवेदना प्रकट किए फिर सुषुप्त अवस्था में चले जाएँगे।
सर्पदंश और ठनके से मौत पर बिहार सरकार 4 लाख का मुआवज़ा देती है लेकिन सरकार की नाकामी के कारण पलायन कर रोजी-रोटी के लिए बाहर गए बिहारी श्रमवीरों को आतंकवादियों द्वारा मारे जाने पर 2 लाख रुपए देती है। गजब!
“अन्याय के साथ विनाश” ही नीतीश-भाजपा सरकार का मूल मंत्र है।